Monday 20 October 2014

Bilaspur tractor gang in bilaspur

ट्रैक्टर को ऊंचे दाम में किराए पर लेने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का सिविल लाइन पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों से 13 ट्रैक्टर व 4 ट्रालियां समेत करीब 60 लाख रुपए का माल बरामद किया है।

सिविल लाइन सीएसपी मधुलिका सिंह ने रविवार को बिलासा गुड़ी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप चौक के पास स्थित देवीनगर निवासी मो. शकील कुरैशी पिता मो. शाहनवाज कुरैशी (37), राजकिशोर नगर के संजय उर्फ संजू यादव पिता कन्हैयालाल यादव (30) व जरहाभाठा के घनश्याम विश्वकर्मा पिता श्यामलाल विश्वकर्मा (30) ने ठगी का ऐसा जाल फैलाया कि भोले-भाले ग्रामीण झांसे में फंस गए।

तीनों ने मिलकर अपने परिचित समेत अन्य लोगों को झांसा दिया कि वह ऊंचे दाम पर किराए पर ट्रैक्टर लगवाता है। उसके झांसे में आकर पथरिया, लालपुर, नांदघाट, मरवाही, गौरेला समेत अन्य इलाकों के दो दर्जन से अधिक लोगों ने अलग-अलग कर अपने-अपने ट्रैक्टर्स किराए पर दे दिए। कुछ समय तक वह उन्हें थोड़ी-बहुत राशि बतौर किराए पर देता रहा। बाद में किराया देना बंद कर दिया। किराए की राशि की मांग करने पर वह शीघ्र भुगतान करने का भी झांसा देता रहा। काफी समय बीत जाने के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। फिर ग्रामीण मामले की शिकायत करने के लिए चक्कर काटते रहे।

पीड़ितों ने मामले की शिकायत एसपी बीएन मीणा के जनदर्शन में भी की। उनके निर्देश पर सिविल लाइन थाने में धारा 420, 406, 34 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि आरोपियों का काम झांसा देकर ठगी करना है। गिरोह का सरगना मो. शकील है। वहीं घनश्याम व संजय उसके सहयोगी के रूप में काम करते थे। पुलिस की जांच करने व पूछताछ के लिए आरोपियों की पतासाजी करने पर सभी फरार हो गए थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से 13 ट्रैक्टर व 4 ट्रालियां जब्त किए गए हैं।

ऑफिस खोलकर चलाते थे ठगी की दुकान

इस मामले का सरगना मो. शकील नई व महंगी गाड़ियों का शौकीन है। लिहाजा, वह नई व महंगी गाड़ियों में घूमता था। साथ ही अपनी झूठी शान शौकत दिखाने के लिए महिमा विहार में बकायदा ऑफिस खोलकर रखा था, जहां चार-पांच कर्मचारी रखा था। इसी तरह ट्रैक्टर्स को रखने के लिए जीनत पैलेस में यार्ड बनाकर रखा था। उसकी शान-शौकत देखकर ग्रामीण भी सहम जाते थे।

ग्राहक बनाकर बेचता था ट्रैक्टर

आरोपी सरगना मो. शकील किराए पर लिए ट्रैक्टर्स को अन्य लोगों को बेचने का काम करता था। वह ग्राहकों को जीनत पैलेस स्थित यार्ड ले जाकर ट्रैक्टर्स को दिखाता। नया ट्रैक्टर खरीदने वाले ग्रामीणों को पुराना ट्रैक्टर थमा देता था और बाद में नए ट्रैक्टर देने का झांसा देता रहा। रकम वसूली करने के बाद झांसा देने के लिए वह ग्राहकों को पुराने ट्रैक्टर से काम चलाने और फाइनेंस की नई गाड़ियां आने पर उपलब्ध कराने का झांसा देता था। इस तरह से वह कई बार एक ही ट्रैक्टर को दो से तीन ग्राहकों को बेच देता था। दरअसल, वह ग्राहकों को कागजात की फोटोकॉपी थमाकर पुराना ट्रैक्टर सौंप देता था। फिर उन्हें नया ट्रैक्टर आने पर दस्तावेज तैयार करने का झांसा देता था।

इन ग्रामीणों के ट्रैक्टर बरामद

सीएसपी श्रीमती सिंह ने बताया कि अब तक की जांच में पुलिस ने पथरिया के उमरिया निवासी कलश बाई, लालपुर के सामंतपुर निवासी केजूराम साहू, ग्राम लोदा के बालकृष्ण चेलक, नांदघाट के ग्राम दुधिया निवासी रामदुलारे, चांटापारा के सुशील वर्मा, कनकराम धु्रव, रोहरा के कृष्णकुमार दुबे, खपरी के जेठूराम, पथरिया के ग्राम गोविंदा निवासी राजकुमार, ग्राम खेली के दिलीप साहू, छपेली के कुंदन दिवाकर, लालपुर के सूरज यादव से किराए पर लिए गए ट्रैक्टर्स को बरामद किया गया है।

परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी

मामला पुलिस तक पहुंचने व जांच के दौरान मो. शकील कुछ दिन पहले अचानक गायब हो गया था। इस बीच पुलिस मामले की जांच कर रही थी और उसके खिलाफ अपराध दर्ज नहीं की थी। वहीं उसके गायब होने का बहाना कर परिजनों ने थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया। पुलिस अफसरों को इस मामले की जानकारी हुई, तब उसकी पतासाजी शुरू की गई। आखिरकार पुलिस ने मो. शकील समेत उसके साथियों को दबोच लिया।

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