Sunday, 9 February 2014

Five religions great wall of china

कहते हैं कि चीन की दीवार की मजबूती के पीछे यहां के पांच धर्मों के प्रति लोगों की आस्था एक बहुत बड़ा कारण है। यहां की सभ्यता और संस्कृति 6वीं शताब्दी से भी पुरानी है।

चीन की लिखित भाषा पद्धति विश्व की सबसे पुरानी मानी जाती है जो आज भी उपयोग में लाई जा रही है और यह कई आविष्कारों की जननी भी है।

ब्रिटिश विद्वान और जीव-रसायन शास्त्री जोसफ नीधम ने प्राचीन चीन के चार महान अविष्कार बताए थे कागज़, कम्पास, बारूद, और मुद्रण पर इन विशेषताओं के अलावा यहां के धर्म के विस्तार के कारण भी आज चीन की अपने इतिहास को समृद्धशाली बनाए हुए है।

1. बौद्ध धर्म

चीन में बौद्ध धर्म चौथी शताब्दी के बाद से काफी लोकप्रिय रहा। यहां भाषा की दृष्टि से बौद्ध धर्म की तीन शाखाएं हैं यानी हान भाषा में प्रचलित बौद्ध धर्म, तिब्बती भाषी बौद्ध धर्म तथा पाली भाषी बौद्ध धर्म । इन तीन भाषी बौद्ध धर्म के भिक्षुओं की लाखों में है।

यहां तिब्बती बौद्ध धर्म चीनी बौद्ध धर्म की एक शाखा है, जो चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश, भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश तथा छिंग हाई प्रांत आदि क्षेत्रों में प्रचलित है। तिब्बती जाति, मंगोल जाति, य्युकू जाति, मन बा जाति, लोबा जाति और थू जाति तिब्बती बौद्ध धर्म में विश्वास करती हैं।

पाली भाषी बौद्ध धर्म मुख्य तौर पर दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के शिश्वांगपानना ताई स्वायत्त प्रिफैक्चर, तेहोंग ताई व चिंगपो जातीय स्वायत्त प्रिफ़ैक्चर और सी माओ आदि क्षेत्रों में प्रचलित है। ताई जाति, बुलांग जाति, आछांग जाति और वा जाति के ज्यादातर लोग भी पाली भाषा में चले बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं।

2. ताओ धर्म

यह चीन में उत्पन्न धर्म है जो ईसा दूसरी शताब्दी में शुरू था और अब तक इस का कोई 1800 वर्ष पुराना इतिहास रहा है। ताओ धर्म में प्राकृतिक आराधना का चलन है। अपने विकास के कालंतर में ताओ धर्म धीरे धीरे दो प्रमुख संप्रदायों में बंट गया, एक है छ्वुआनचनताओ पंथ और दूसरा है चङ यीताओ पंथ। इनका चीन की हान जाति में बड़ा प्रभाव होता है। ताओ धर्म में प्रवेश का नियम स्पष्ट और ठोस नहीं होने के कारण इसके अनुयायियों की गणना मुश्किल है।

3. इस्लाम धर्म

इस्लाम सातवीं शताब्दी में चीन में आया। चीन की ह्वी, वेवूर, तातार, कर्कज़, कज़ाख, उज़बेक, तुंग श्यांग, सारा, और पाओ आन आदि अल्पसंख्यक जातियों के करोड़ों लोग इस्लाम धर्म मानते हैं। चीनी मुस्लिम आमतौर पर शिन्च्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश, निंग श्या ह्वी स्वायत्त प्रदेश और छिंग हाई, कान सू एवं युन्नान आदि प्रांतों में फैले हुए हैं, अन्य प्रांतों व शहरों में भी मुसलमान रहते हैं । वर्तमान में चीन में मस्जिदों की संख्या 30 हज़ार है, इमाम 40 हज़ार से भी ज्यादा हैं ।


4. कैथोलिक धर्म

कैथोलिक धर्म ने भी चीन में सातवीं शताब्दी में प्रवेश किया था। वर्ष 1840 में अफ़ीम युद्ध के बाद बड़े पैमाने पर कैथोलिक धर्म को मानने वाले लोगों ने चीन में प्रवेश किया। अब चीन में 100 से ज्यादा कैथोलिक क्षेत्र हैं और अनुयायियों की संख्या लगभग लाखों में है। खुले चर्चों व संस्था स्थलों की संख्या 5 हज़ार है जबकि धार्मिक प्रतिष्ठान 12 है।

5. क्रिश्चियन धर्म

19वीं शताब्दी में क्रिश्चियन धर्म चीन आया। वर्ष 1950 में क्रिश्चियन धर्म ने स्वशासन, स्वप्रचार और स्वावलंबन आंदोलन आयोजित किया जिस की बदौलत क्रिश्चियन धर्म जगत के अनुयायियों से देशभक्ति की भावना विकसित करने का आह्वान किया गया। अब चीन में क्रिश्चियन धर्म के अनुयायियों की संख्या करोड़ो में है।

Source: Spiritual News in Hindi & Horoscope 2014      

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