झारखंड के रामगढ़ जिला में स्थित भगवान शिव का एक ऐसा रहस्मयी शिवमंदिर है, जिसके बारें में जानने के बाद हर श्रद्धालु इस मंदिर में एक बार जरूर जाना चाहता है।
यूं तो भगवान शिव को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं लेकिन यहां आज भी भगवान के चमत्कार कभी-कभी देखने को मिल जाते हैं।
कहते हैं जब इस मंदिर की जानकारी अग्रेजों को हुई और उन्होंने यहां होने वाले चमत्कार को अपनी आंखों से देखा तो वह देखकर हैरान हो गए थे। इस तरह घटनाक्रम अकसर होने पर लोगों में भगवान के प्रति आस्था और मजबूत हो गई है।
यही वजह है कि इस मंदिर के बारे में लोग दूर-दूर से यहां दर्शन के लिए आते हैं। इस शिवमंदिर को पहले से ही टूटी झरना मंदिर के नाम से जानते हैं।
मंदिर में मौजूद शिवलिंग पर स्वतः 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है। दिलचस्प है कि यह जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि खुद मां गंगा निर्मल जल से करती हैं।
दरअसल शिवलिंग के ऊपर मां गंगा की एक प्रतिमा स्थापित है जहां से जल की धारा उनकी हथेलियों से होता हुआ शिवलिंग पर गिरता है। यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्त्रोत कहां है?
यूं तो भगवान शिव को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं लेकिन यहां आज भी भगवान के चमत्कार कभी-कभी देखने को मिल जाते हैं।
कहते हैं जब इस मंदिर की जानकारी अग्रेजों को हुई और उन्होंने यहां होने वाले चमत्कार को अपनी आंखों से देखा तो वह देखकर हैरान हो गए थे। इस तरह घटनाक्रम अकसर होने पर लोगों में भगवान के प्रति आस्था और मजबूत हो गई है।
यही वजह है कि इस मंदिर के बारे में लोग दूर-दूर से यहां दर्शन के लिए आते हैं। इस शिवमंदिर को पहले से ही टूटी झरना मंदिर के नाम से जानते हैं।
मंदिर में मौजूद शिवलिंग पर स्वतः 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है। दिलचस्प है कि यह जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि खुद मां गंगा निर्मल जल से करती हैं।
दरअसल शिवलिंग के ऊपर मां गंगा की एक प्रतिमा स्थापित है जहां से जल की धारा उनकी हथेलियों से होता हुआ शिवलिंग पर गिरता है। यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्त्रोत कहां है?
Source: Spiritual Hindi Stories & Hindi Rashifal 2014
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