भगवान बुद्ध की थंका पेंटिंग्स को नया जीवन मिल गया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की देहरादून स्थित साइंस ब्रांच ने बदहाल स्थिति में पहुंच चुकी पेंटिंग्स को एक साल के गहन रासायनिक उपचार के बाद दुरुस्त कर दिया।
उपचार से पहले ये पेंटिंग्स एएसआई के दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में थीं। सैकड़ों साल पुरानी इन चित्रकलाओं की हालत बेहद नाजुक स्थिति में पहुंच चुकी थीं। कई साल पहले सीबीआई ने चोरी कर देश से बाहर ले जाई जा रही पेंटिंग्स को बरामद कर एएसआई के केंद्रीय संग्रहालय में जमा करा दिया था।
वक्त के साथ पेंटिंग्स खराब व फटने लगी थी। इस कारण करीब एक साल पहले विभाग ने इनके केमिकल ट्रीटमेंट (रासायनिक उपचार) के लिए साइंस ब्रांच भेजा। एक साल के कड़े परिश्रम के बाद विभाग के रसायनज्ञों ने उपचार कर पेंटिंग्स की स्थिति में सुधार कर दिया।
साइंस ब्रांच के उपाधीक्षण रसायनज्ञ डॉ. डीके वर्मा ने बताया कि उपचार में तमाम विधियों के साथ पेंटिंग्स में स्टार्च पेस्ट को ग्लूटिन फ्री का इस्तेमाल भी किया गया। ताकि स्टार्च में स्वत: मौजूद ग्लूटिन के कारण उन पर कीटों का हमला न हो।
इसके अलावा चित्रकलाओं को फफूंद मुक्त रखने के लिए फंजीसाइट व कीटनाशक के तौर पर इंसेक्टिसाइट का प्रयोग किया गया। चित्रकलाओं पर लगे मूल रंग जल्द खराब न हों, इसके लिए मेथाइल सेल्यूलोज का लेप भी किया गया है।
Source: Spiritual News & Rashifal 2014
उपचार से पहले ये पेंटिंग्स एएसआई के दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में थीं। सैकड़ों साल पुरानी इन चित्रकलाओं की हालत बेहद नाजुक स्थिति में पहुंच चुकी थीं। कई साल पहले सीबीआई ने चोरी कर देश से बाहर ले जाई जा रही पेंटिंग्स को बरामद कर एएसआई के केंद्रीय संग्रहालय में जमा करा दिया था।
वक्त के साथ पेंटिंग्स खराब व फटने लगी थी। इस कारण करीब एक साल पहले विभाग ने इनके केमिकल ट्रीटमेंट (रासायनिक उपचार) के लिए साइंस ब्रांच भेजा। एक साल के कड़े परिश्रम के बाद विभाग के रसायनज्ञों ने उपचार कर पेंटिंग्स की स्थिति में सुधार कर दिया।
साइंस ब्रांच के उपाधीक्षण रसायनज्ञ डॉ. डीके वर्मा ने बताया कि उपचार में तमाम विधियों के साथ पेंटिंग्स में स्टार्च पेस्ट को ग्लूटिन फ्री का इस्तेमाल भी किया गया। ताकि स्टार्च में स्वत: मौजूद ग्लूटिन के कारण उन पर कीटों का हमला न हो।
इसके अलावा चित्रकलाओं को फफूंद मुक्त रखने के लिए फंजीसाइट व कीटनाशक के तौर पर इंसेक्टिसाइट का प्रयोग किया गया। चित्रकलाओं पर लगे मूल रंग जल्द खराब न हों, इसके लिए मेथाइल सेल्यूलोज का लेप भी किया गया है।
Source: Spiritual News & Rashifal 2014
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