मनुष्य के जीवन में उसकी जीविका को सफल बनाने में वास्तु का एक अहम् योगदान होता है। क्यों कि इसी पर उसका वर्तमान और भविष्य टिका रहता है।
इसलिए व्यक्ति को अपनी दुकान, दफ्तर या अन्य व्यावसायिक स्था को भली भांति समझकर वास्तुशास्त्र के अनुसार ही बनवाना ठीक रहता है। इसलिए यहां कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर अपने व्यवसाय को और भी समृद्ध बना सकते हैं।
दुकान के लिए चुने गए भवन के ईशान कोण को खाली रखें और यहां स्वच्छता बनाएं रखें।
दुकान में तराजू पश्चिमी या दक्षिणी दीवार के साथ किसी स्टेंड पर रखें।
दुकान के अंदर बिजली का मीटर,स्विचबोर्ड आदि आग्नेय कोण में रखें।
दुकान, दफ्तर, घर या फैक्ट्री के सामने खंभा , सीढ़ी नहीं होनी चाहिए।इसके साथ ही बिजली-टेलीफोन आदि का खंभा या फेड़ न हो।
दुकान में सीढ़ियां बनवानी हो तो वह ईशान कोण को छोड़कर अन्य स्थान पर बनवाएं।
यदि पूर्वोन्मुखी दुकान में डबल शटर हैं तो दोनों शटरों को खुला रखें।
यदि डबल शटर वाली पूर्वोन्मुखी दुकान में दोनों शटरों को खोल पाना सम्भव न हो और केवल एक ही शटर खोल पाना संभव हो तो ईशान की ओर का शटर खुला रखें।
कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स हेतु सर्वप्रथम भूखंड का चयन आवश्यक है। भूखंड यदि उत्तर-पूर्व क्षेत्र में चढ़ा हुआ है तो अच्छा है। प्रयास यह करना चाहिए। कि दुकानों के द्वार उत्तर अथवा पूर्व दिशा में रहें।
इसलिए व्यक्ति को अपनी दुकान, दफ्तर या अन्य व्यावसायिक स्था को भली भांति समझकर वास्तुशास्त्र के अनुसार ही बनवाना ठीक रहता है। इसलिए यहां कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर अपने व्यवसाय को और भी समृद्ध बना सकते हैं।
दुकान के लिए चुने गए भवन के ईशान कोण को खाली रखें और यहां स्वच्छता बनाएं रखें।
दुकान में तराजू पश्चिमी या दक्षिणी दीवार के साथ किसी स्टेंड पर रखें।
दुकान के अंदर बिजली का मीटर,स्विचबोर्ड आदि आग्नेय कोण में रखें।
दुकान, दफ्तर, घर या फैक्ट्री के सामने खंभा , सीढ़ी नहीं होनी चाहिए।इसके साथ ही बिजली-टेलीफोन आदि का खंभा या फेड़ न हो।
दुकान में सीढ़ियां बनवानी हो तो वह ईशान कोण को छोड़कर अन्य स्थान पर बनवाएं।
यदि पूर्वोन्मुखी दुकान में डबल शटर हैं तो दोनों शटरों को खुला रखें।
यदि डबल शटर वाली पूर्वोन्मुखी दुकान में दोनों शटरों को खोल पाना सम्भव न हो और केवल एक ही शटर खोल पाना संभव हो तो ईशान की ओर का शटर खुला रखें।
कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स हेतु सर्वप्रथम भूखंड का चयन आवश्यक है। भूखंड यदि उत्तर-पूर्व क्षेत्र में चढ़ा हुआ है तो अच्छा है। प्रयास यह करना चाहिए। कि दुकानों के द्वार उत्तर अथवा पूर्व दिशा में रहें।
Source: Spiritual News & Rashifal in Hindi
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