Sunday 26 January 2014

Vaastu 5 vastu tips make you prosper

 
धनवान बनने के लिए धन कमाना के साथ धन बचाना भी जरूरी है। कई बार कोशिश करने के बाद भी धन की बचत नहीं हो पाती है व कई आकस्मिक खर्चे आपका बजट बिगाड़ देते हैं। वास्तुशास्त्र में कुछ ऐसे उपाए बताए गए हैं जिन्हें आजमाकर आप धन की बचत कर सकते हैं।

नजदीक रखें धातु का सामान

अगर आपका शयनकक्ष प्रवेश द्वार के सामने वाली दीवार के बाएं कोने पर है तो वहां धातु की कोई चीज लटकाकर रख सकते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार यह स्थान भाग्य और संपत्ति का क्षेत्र माना जाता है। ध्यान रहे, इस दिशा की दीवार पर दरारें या स्थान टूटा-फूटा हो तो मरम्मत करवा दें। इस दिशा का कटा होना भी आर्थिक नुकसान का कारण होता है।

कबाड़ को घर पर ना रखें

घर हर सुख-दुख में आपका साथी होता है। इसलिए कोशिश होनी चाहिए कि घर में टूटे-फूटे बर्तन और कबाड़ जमा ना करें। इससे घर में नकारात्मक उर्जा का संचार होता है। टूटा हुआ पलंग भी घर में नहीं रखना चाहिए। इससे आर्थिक लाभ में कमी आती है और खर्च बढ़ता है। अक्सर लोग घर की छत पर या सीढ़ी के नीचे टूटा- फूटा सामान जमा करके रखते हैं जो धन वृद्धि में बाधक होता है।

धन रखने की दिशा

धन में वृद्धि और बचत के लिए तिजोरी अथवा धन रखने की अलमारी को दक्षिण की दीवार के पास कुछ इस तरह रखें कि इसका मुंह उत्तर दिशा की ओर रहे। पूर्व दिशा की ओर अलमारी का मुंह होने पर भी धन में वृद्धि होती है, लेकिन उत्तर दिशा उत्तम मानी गई है।

नल से पानी न टपकने दें

नल से पानी का टपकते रहना वास्तुशास्त्र में आर्थिक नुकसान का बड़ा कारण माना गया है। बहुत से लोग इसे अनदेखा कर जाते हैं। वास्तु के अनुसार नल से पानी का टपकते रहना धीरे- धीरे धन खर्च होने का संकेत देता है। इसलिए कहा जाता है कि जल है तो कल है।

जल की निकासी

घर का पानी किस दिशा में निकल रहा है, इस बात पर अक्सर लोग ध्यान नहीं देते। जल की निकासी कई चीजों को प्रभावित करती है। जिनके घर में जल की निकासी दक्षिण अथवा पश्चिम दिशा में होती है उन्हें आर्थिक समस्याओं के साथ अन्य कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ध्यान रखें कि उत्तर दिशा एवं पूर्व दिशा में जल की निकासी को आर्थिक दृष्टि से शुभ माना गया है।

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