Wednesday 19 March 2014

Do these and you will be a wise man

कहते हैं सत्य कड़वा होता है। हम अगर किसी को ऐसा कोई सच बोल दें तो रिश्ते बिगड़ने में देर नहीं लगती। जैन धर्म के मुनिश्री क्रांतिकारी संत तरुणसागर अपने कड़वे प्रवचन के जरिए ही जाने जाते हैं।

उनके प्रवचन सुनने के बाद लोग एक बार सोचने पर मजबूर हो जाते हैं। इन्हीं प्रवचनों के कुछ अंश...

मकान

व्यक्ति मकान बनाता है, फिर मकान को सजाने के लिए उसमे फर्नीचर लगाता है,गलीचे बिछाता है पर अपने मन को सजा ले तो सचमुच उसकी जिंदगी खुशियों से भर जाएगी। घर में अगर एक व्यक्ति गुस्सा करता है और दूसरा शांत रहता है, तो वह घर स्वर्ग रहता है।

बुद्धिमान

बुद्धिमान कौन है? जो बिना पूछे किसी को सलाह नहीं देता और दूसरों की हर अच्छी सलाह को मानता है, वह बुद्धिमान है। जो खूब सोच-विचार करके ही कोई काम शुरु करता है और हाथ में लिए हुए काम को अधूरा नहीं छोड़ता, वह बुद्धिमान है।

जो टी.वी. देखते हुए भोजन नहीं करता और चाय पीते हुए अखबार नहीं पढ़ता वह बुद्धिमान है। जो पहले तौलता है फिर बोलता है और जिंदा रहने के लिए खाता है वह बुद्धिमान है। बुद्धु से बुद्धु आदमी भी बुद्धिमान है अगर वह कर्म करने से पहले विचार कर ले।

रिजर्वेशन

जिंदगी की सारी व्यवस्थाएं रिजर्वेशन की तरह हैं। आपको दिल्ली जाना है और ट्रेन से जाना है तो रिजर्वेशन कराते हैं रिजर्वेशन का मतलब है आपकी सीट पक्की हो गई है। अब आपकी सीट पर दूसरा नहीं बैठ सकता। बैठा भी हो तो उसे उठना पड़ता है।

आप ट्रेन में चढ़े, वहां देखा कि आपकी सीट पर कोई गांव का आदमी बैठा है। आपने कहां- उठो! भाई यह मेरी सीट है। वह भोला आदमी उठकर दूसरी जगह बैठ जाता है। आपका गन्तव्य आया और आप ट्रेन से उतरने लगे, तो वह आदमी कहता है, भाई साहब! यह अपनी सीट तो लेते जाइए, क्योंकि आप तो कह रहे थे कि यह सीट मेरी है।


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