Friday 19 September 2014

Increased electricity rates in the state will receive five billion rupees

छत्तीसगढ़ में बिजली की दर में बढ़ोतरी के बाद बिजली कंपनी को राजस्व में पांच अरब रुपयों का इजाफा होने की संभावना बन रही है। कंपनी को इस रकम का सबसे बड़ा हिस्सा उद्योगों, घरेलू उपभोक्ताओं और किसानों से मिलेगा। यह राशि इसी महीने से मिलनी शुरू हो जाएगी। कुल मिलाकर बिजली कंपनी के खजाने में 535 करोड़ रुपयों की आवक बढ़ रही है। इससे पहले तक कंपनी को हर माह 466 करोड़ राशि मिलती थी।

छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं से अगले महीने 535 करोड़ की राशि वसूल करने के लिए एलटी कनेक्शनधारियों, घरेलू उपभोक्ताओं, कृषि उपभोक्ताओं और कमर्शियल उपभोक्ताओं को बिजली बिल थमा दिया गया है। वहीं कंपनी ने फील्ड अफसरों को भी वसूली अभियान के लिए लक्ष्य दे दिया गया है।

नई टैरिफ से बढ़ा उपभोक्ताओं पर बोझ

छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग द्वारा जारी नए टैरिफ की वजह से उपभोक्ताओं पर भी बोझ बढ़ा है। यही वजह है कि जिस सभी वर्गों के टैरिफ में जिस तरह से वृद्धि हुई है, उसी तरह बिजली बिलों में भी बढ़ोतरी हो गई है। इसमें एलटी कनेक्शन में 256 से 292 करोड़, घरेलू में 133 से 135 करोड़, कॉमर्शिलय में 46 से 51 करोड़ की राशि बढ़ गई है। सबसे अधिक कृषि क्षेत्र में हुई वृद्धि दर्ज की गई है। इसके चलते कृषि उपभोक्ताओं से 31 करोड़ की जगह अब 52 करोड़ की राशि वसूल की जाएगी।

उपभोक्ताओं से होगी वसूली

उपभोक्ता उपभोक्ता संख्या अब से पहले इस माह मिलने वाली राशि

घरेलू उपभोक्ता 34 लाख 13 हजार 133 करोड़ 135 करोड़

कमर्शियल 2 लाख 57 हजार 46 करोड़ 51 करोड़

कृषि 3 लाख 31 हजार 31 करोड़ 52 करोड़

एलटी कनेक्शन 41 लाख 08 हजार 256 करोड़ 292 करोड़

कुल 81 लाख 9 हजार 466 करोड़ 535 करोड़

उपभोक्ताओं की बढ़ी संख्या

बिजली कंपनी के एलटी कनेक्शन, घरेलू उपभोक्ता, कृषि उपभोक्ता और कमर्शियल उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले महीने एलटी कनेक्शनधारियों की संख्या 40 लाख 97 हजार थी जो बढ़कर अब 41 लाख 08 हजार है। इसी तरह घरेलू में 34 लाख 1 हजार से बढ़कर अब 34 लाख 13 हजार, कृषि में 3 लाख 30 हजार से बढ़कर 3 लाख 31 हजार और कॉमर्शियल में 2 लाख 56 हजार से बढ़कर 2 लाख 57 हजार हो गए हैं।

बकाएदारों को नोटिस जारी कर दी गई है । जितनी डिमांड जारी की जाती है, उसमें करीब 90 फीसदी राशि वसूल हो जाती है। वहीं डिविजन अफसरों को पुरानी बकाया राशि के साथ ही नई बकाया राशि की वसूली के लिए लक्ष्य दिया जाता है।

-एचआर नरवरे, कार्यपालक निदेशक, छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी

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