Monday 5 May 2014

Where this temple women can get the children to bed

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की लड़भडोल तहसील। यहां के सिमसा गांव में सिमसा देवी का एक ऐसा मंदिर है जहां पर निः संतान महिलाएं अगर मंदिर के फर्श पर सो जाएं तो उन्हें संतान की प्राप्ति हो सकती है।

आधुनिक विज्ञान ये भले ही न मानें पर आस्था के बल पर ये संभव है। नवरात्रि के समय इस मंदिर हिमाचल पर्देश के पडोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ ऐसी सैकड़ों महिलाएं इस मंदिर आती हैं, जिनकी संतान नहीं होती है।

माता सिमसा या देवी सिमसा को संतान-दात्री के नाम से भी जाना जाता है। नवरात्रों में होने वाले इस विशेष उत्सव को स्थानीय भाषा में सलिन्दरा कहा जाता है। सलिन्दरा का अर्थ है 'स्वप्न आना' होता है।

माना जाता है कि जो महिलाएं माता सिमसा के प्रति मन में श्रद्धा लेकर से मंदिर में आती है माता सिमसा उन्हें स्वप्न में मानव रूप में या प्रतीक रूप में दर्शन देकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं।

कहते हैं कि कोई महिला स्वप्न में कोई कंद-मूल या फल प्राप्त करती है तो उस महिला को संतान का आशीर्वाद मिल जाता है। देवी सिमसा आने वाली संतान के लिंग-निर्धारण का भी संकेत देती है।

जैसे कि किसी महिला को अमरुद का फल मिलता है तो समझा जाता है पुत्र प्राप्त होगा। अगर किसी को स्वप्न में भिन्डी प्राप्त होती है तो समझा जाता है कि संतान के रूप में कन्या की प्राप्ति होगी। और यदि किसी को धातु, लकड़ी या पत्थर की बनी कोई वस्तु प्राप्त हो तो समझा जाता है कि उसको संतान नहीं होगी।

यह मंदिर बैजनाथ से 25 किलोमीटर और जोगिन्दर नगर से लगभग 50 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।

No comments:

Post a Comment