Saturday 3 May 2014

Would be untimely death

इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में होती दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है। ताकि लोग अचानक मृत्यु के शिकार न हो। हालांकि जीवन का अंतिम सत्य मृत्यु है।

जिस व्यक्ति ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया है उसे एक ना एक दिन जरूर मरना पड़ेगा। श्रीमदभागवत गीता में श्रीकृष्ण ने भी यही संदेश दिया है कि आत्मा अमर है और यह देह नश्वर है।

शिव पुराण के अनुसार असमय या अचानक होने वाली मृत्यु से बचने के लिए शनि आराधना सर्वश्रेष्ठ उपाय है। शनि देव असमय मृत्यु से बचाने में सक्षम हैं। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन है शनिवार।

इस दिन भगवान शनि के निमित्त पूजन करने वाले व्यक्ति को असमय मृत्यु का भय नहीं रहता है। इसके साथ ही ज्योतिष संबंधी कुंडली के कई दोष भी इनकी आराधना से शांत हो जाते हैं।

भगवान शिव के मंत्र 'ऊँ नमः शिवाय' का जाप अगर आप करते हैं तो भी असमय मृत्यु से बचा जा सकता है। सबसे क्रूर माने जाने वाले शनि से कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन विशेष पूजन करें।

शनि के निमित्त शनि की वस्तुओं का दान करें। इसके अतिरिक्त भगवान शिव को जल में तिल डालकर अर्पित करें। शिवजी के साथ ही शनिदेव की आराधना से व्यक्ति अकाल मृत्यु से बच सकते हैं।

प्रत्येक शनिवार को यह उपाय करने से अकाल मृत्यु का खतरा टल जाता है और व्यक्ति को लंबी आयु प्राप्त होती है। यह उपाय शिव पुराण में दिया गया है अत: इसमें शंका और संदेह न करें अन्यथा इस उपाय का उचित पुण्य प्राप्त नहीं हो सकेगा।

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