Wednesday, 24 September 2014

BJP mp minister candidate will be adjusted in the organization

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की कमान संभालने के बाद नंदकुमार सिंह चौहान ने खाली पदों को भरने की कवायद शुरू कर दी है। कैबिनेट विस्तार की संभावना नगर निगम चुनाव के बाद तक खिसकने के चलते मंत्रीपद के कुछ दावेदारों को संगठन में ही एडजस्ट किए जाने की संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। चौहान नई टीम नहीं बनाएंगे, सिर्फ उन पदों पर नए लोग लिए जाएंगे जो मंत्री बन जाने के कारण खाली हुए थे।

सूत्रों के मुताबिक सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष और संगठन महामंत्री अरविंद मेनन के बीच संगठन के खाली पड़े पदों को भरने को लेकर विचार विमर्श हुआ।

तोमर की टीम के तीन प्रदेश उपाध्यक्ष और दो महामंत्री शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाए जा चुके हैं। इनमें भूपेंद्र सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया और डा गौरीशंकर शेजवार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष के रूप में शामिल किए गए थे। वहीं माया सिंह और लालसिंह आर्य दोनों महामंत्री के पद पर संगठन में कार्य कर रहे थे। इन पांचों के मंत्री बनने के बाद जिन लोगों को संगठन में शामिल किए जाने की संभावना है, उनमें से कुछ मंत्री पद के दावेदार हैं।

जगदीश देवड़ा -भाजपा सरकार के कार्यकाल में लगातार दो बार कैबिनेट मंत्री बनाए गए जगदीश देवड़ा को संगठन में शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है। मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ सीट से विधायक बने देवड़ा अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। देवड़ा या सांसद बने मनोहर उंटवाल में से किसी एक को लालसिंह आर्य की जगह महामंत्री बनाए जाने की संभावना है।

अर्चना चिटनीस - स्कूल शिक्षा मंत्री रहीं अर्चना चिटनीस को भी संगठन में महामत्री या उपाध्यक्ष बनाए जाने पर विचार किया गया। चिटनीस पहले भी संगठन में रह चुकी हैं। रंजना बघेल को भी संगठन में लाए जाने पर विचार किया गया। दोनों ही महिला नेत्री मंत्रीपद की दावेदार हैं।

अजय विश्नोई - शिवराज कैबिनेट में मंत्री रहे महाकोशल के अजय विश्नोई को भी कार्यकारिणी में स्थान देने पर मंथन हुआ। ओबीसी वर्ग के विश्नोई 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में हार गए थे। हाल ही में बहोरीबंद उपचुनाव में भी उन्होंने टिकट मांगा था।

नीता पटैरिया -तोमर की टीम में प्रदेश मंत्री का पद संभाल रही नीता पटैरिया को भ पदोन्न्त किए जाने करी संभावना है।गत चनाव में उन्हें विधान सभा चुनाव का टिकट नहीं दिया गया था। पूर्व में वे सांसद भी रह चुकी हैं।

क्षेत्रीय संतुलन पर जोर

तोमर की टीम में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व ज्यादा हो गया था। इसी के चलते चौहान की टीम में संतुलन बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। भोपाल से सांसद बने आलोक संजर को भी पदोन्न्ति के साथ संगठन में लिया जा सकता है। बुंदेलखंड के जितेंद्र सिंह बुंदेला, दशरथ सिंह लोधी, रामकिशन चौहान, दमोह के विद्याशंकर पांडे को भी संगठन में लिए जाने पर विचार किया गया। सतना के सांसद गणेश सिंह को भी पदोन्न्त किए जाने पर चर्चा हुई।

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