Thursday, 18 September 2014

Exposed millions of tax evasion

आयकर विभाग ने शैक्षणिक संस्थानों के संचालक, सोया तेल, डेयरी एवं पोल्ट्री प्रोडक्ट एवं जैविक खाद के बड़े कारोबारी 'एबीस एक्सपोर्ट" के 22 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई में करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी उजागर की है। ग्रुप के संचालक बहादुर अली के यहां 1 करोड़ 75 लाख रु.नकद और करोड़ों के जेवर व हीरा-जवाहरात मिले हैं।

आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग ने राजनांदगांव, भिलाई और रायपुर में एक साथ दबिश दी। ग्रुप के ज्यादातर ठिकाने राजनांदगांव में हैं। रायपुर में कंपनी के आफिस और भिलाई में स्थित 2 ठिकानों पर छानबीन चल रही है।

सभी 22 ठिकानों पर विभाग के करीब 200 अधिकारी तलाशी में जुटे हैं। दोपहर बाद तक अली के यहां से पौने दो करोड़ रु. नकद और करोड़ों रुपए मूल्य का सोना व हीरा-जवाहरात बरामद हुए हैं। विभिन्ना बैंकों में 7 लॉकर भी सीज किए गए हैं। सभी ठिकानों से विभाग को बड़ी संख्या में दस्तावेज बरामद हुए हैं। आभूषणों का मूल्यांकन कराया जा रहा है, अन्य ठिकानों से भी नकद राशि मिलने का सिलसिला जारी है।

नक्सल क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आयकर विभाग की अपनी तरह की यह पहली बड़ी कार्रवाई है। कंपनी के संचालक बहादुर अली ने अपना कामकाज राजनांदगांव में ही फैलाकर रखा है। राजनांदगांव के पास इंडमारा गांव में एबीस एक्सपोर्ट का विशाल दफ्तर चार-पांच एकड़ के भूभाग में फैला हुआ है। डेयरी, सोया प्रोडक्ट एवं जैविक खाद के बड़े निर्यातकों में अली की गिनती की जाती है। अत्याधुनिक डेयरी के साथ पांच स्थानों पर मिल्क सेंटर भी बनाए गए हैं।

दो हजार करोड़ का कारोबार

एबीस एक्सपोर्ट कंपनी का कारोबार 2 हजार करोड़ का बताया गया है। कंपनी का कारोबार दूसरे देशों तक फैला हुआ है, अनेक देशों में कंपनी का माल निर्यात किया जाता है। आय छिपाने बोगस खर्चों का सहारा लिया जा रहा था। आयकर अफसरों ने अनेक फर्जी कंपनियों और बोगस खर्चों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं।

अनेक दस्तावेज बरामद

'सोया, डेयरी एवं पोल्ट्री प्रोडक्ट के कारोबारी के राजनांदगांव, भिलाई और रायपुर स्थित 22 ठिकानों पर आयकर छानबीन में टैक्स चोरी से जुड़े अनेक दस्तावेज बरामद हुए हैं। पौने दो करोड़ रुपए नकदी, बेशकीमती जेवर और 7 बैंक लॉकर सीज किए गए हैं। कार्रवाई गुरुवार तक जारी रह सकती है।" अमरेन्द्र कुमार तिवारी, महानिदेशक आयकर विभाग मप्र-छग

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