खमतराई थानाक्षेत्र के मठपारा, उरकुरा से सोमवार की सुबह तीन महीने की बच्ची को अज्ञात लोग घर से अपहरण कर ले गए। घटना के दौरान घर में कोई नहीं था। बच्ची की मां उस वक्त घर के दरवाजा बंद करके नहाने गई थी और बच्ची सो रही थी। आधे घंटे बाद जब वह वापस आई तो बच्ची खाट पर नहीं थी। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही खमतराई पुलिस ने अपहरण का अपराध कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल बच्ची का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
खमतराई टीआई सपन चौधरी ने बताया कि मूलतः सहसपुर लोहारा निवासी तिलकराम कौशिक (27) पत्नी राजकुमारी तथा दो बच्चों को लेकर एक महीने पहले ही राजधानी में मजदूरी करने आया था। उरकुरा, मठपारा में नरोत्तम साहू के मकान में किरायेदार के रूप में सपरिवार रहकर तिलकराम भनपुरी स्थित गोल्डन मार्केट में हमाली का काम कर रहा था।
रोज की तरह तिलकराम काम करने सोमवार सुबह 7.30 बजे घर से निकल गया था। घर पर पत्नी व बच्चे थे। सुबह 10.30 बजे राजकुमारी अपनी तीन महीने की बच्ची हेमपुष्पा को घाट पर सोता छोड़कर तीन साल के बच्चे को साथ लेकर पास के तलाब में नहाने चली गई थी। आधे घंटे बाद जब वह लौटकर आई तो बच्ची खाट से गायब थी। उसने आसपास बच्ची की खोजबीन की।
पड़ोसियों से भी पूछताछ की, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला तब दोपहर करीब डेढ़ बजे राजकुमारी अपने पति के साथ खमतराई थाना पहुंचकर बच्ची के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने फिलहाल अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
टीआई ने कहा कि बच्ची को कमरे में बंदकर उसकी मां राजकुमारी ने दरवाजे का सांकल बाहर से लगा दी थी। जब वह वापस लौटी तो दरवाजे का सांकल उसी तरह से लगी हुई थी, लेकिन बच्ची गायब थी। आखिर बच्ची को कौन ले गया? यह समझ से परे है। आपपास के लोगों के साथ ही राजकुमारी से घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। फिलहाल बच्ची के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
पारिवारिक विवाद की आशंका
पुलिस का कहना है कि बच्ची के अपहरण के पीछे पारिवारिक विवाद की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि तिलकराम को शहर में जाने से परिवार के लोग व रिश्तेदार मना कर रहे थे। इसके बावजूद वह नहीं माना और रक्षाबंधन के बाद रायपुर आकर रहने लगा। बच्ची को गायब करने में किसी बच्चा गिरोह के हाथ होने की भी संभावना को ध्यान में रहकर पुलिस जांच कर रही है।
खमतराई टीआई सपन चौधरी ने बताया कि मूलतः सहसपुर लोहारा निवासी तिलकराम कौशिक (27) पत्नी राजकुमारी तथा दो बच्चों को लेकर एक महीने पहले ही राजधानी में मजदूरी करने आया था। उरकुरा, मठपारा में नरोत्तम साहू के मकान में किरायेदार के रूप में सपरिवार रहकर तिलकराम भनपुरी स्थित गोल्डन मार्केट में हमाली का काम कर रहा था।
रोज की तरह तिलकराम काम करने सोमवार सुबह 7.30 बजे घर से निकल गया था। घर पर पत्नी व बच्चे थे। सुबह 10.30 बजे राजकुमारी अपनी तीन महीने की बच्ची हेमपुष्पा को घाट पर सोता छोड़कर तीन साल के बच्चे को साथ लेकर पास के तलाब में नहाने चली गई थी। आधे घंटे बाद जब वह लौटकर आई तो बच्ची खाट से गायब थी। उसने आसपास बच्ची की खोजबीन की।
पड़ोसियों से भी पूछताछ की, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला तब दोपहर करीब डेढ़ बजे राजकुमारी अपने पति के साथ खमतराई थाना पहुंचकर बच्ची के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने फिलहाल अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
टीआई ने कहा कि बच्ची को कमरे में बंदकर उसकी मां राजकुमारी ने दरवाजे का सांकल बाहर से लगा दी थी। जब वह वापस लौटी तो दरवाजे का सांकल उसी तरह से लगी हुई थी, लेकिन बच्ची गायब थी। आखिर बच्ची को कौन ले गया? यह समझ से परे है। आपपास के लोगों के साथ ही राजकुमारी से घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। फिलहाल बच्ची के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
पारिवारिक विवाद की आशंका
पुलिस का कहना है कि बच्ची के अपहरण के पीछे पारिवारिक विवाद की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि तिलकराम को शहर में जाने से परिवार के लोग व रिश्तेदार मना कर रहे थे। इसके बावजूद वह नहीं माना और रक्षाबंधन के बाद रायपुर आकर रहने लगा। बच्ची को गायब करने में किसी बच्चा गिरोह के हाथ होने की भी संभावना को ध्यान में रहकर पुलिस जांच कर रही है।
Source:Chhattisgarh Hindi News and MP Hindi News
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