एबीस ग्रुप, कमल साल्वेंट इंडस्ट्री व पंचशील एग्रो के प्लांटों व दफ्तरों में आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई के दूसरे दिन बड़ा खुलासा हुआ। सोया, डेयरी एवं पोल्ट्री प्रोडक्ट के कारोबारी के 22 ठिकानों पर एक साथ हुई कार्रवाई में 4 करोड़ नकद और 7 करोड़ रुपए मूल्य की हुण्डी बरामद हुई है। कमल साल्वेंट के दामोदर दास मूंदड़ा के घर पर विभाग को एक दीवार के भीतर गुप्त लॉकर बनाकर रखे गए 15 लाख रुपए भी बरामद हुए हैं। इसके साथ रजिस्ट्री और करोड़ों रुपए मूल्य की हुण्डी भी छिपाकर रखी गई थी। पांच किलोग्राम सोना, बेशकीमती हीरे-जवाहरात का मूल्यांकन चल रहा है। विभागीय अफसर इन सभी दस्तावेजों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
आयकर विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार कंपनी के दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि कोलकाता की बोगस कंपनियों से हवाला के जरिए कालेधन को सफेद करने के सुबूत भी मिले हैं। कालेधन को सफेद करने के लिए कोलकाता की बोगस कंपनियों के जरिए करोड़ों घुमाकर खातों में लाए गए। बेनामी चेक और बोगस बिलों की जानकारी भी मिली है। किसानों को किए गए करोड़ों रुपए का कच्चा हिसाब भी मिल गया है।
एबिज ग्रुप के संचालक बहादुर अली के परिजनों और कंपनी के बड़े अधिकारियों से भी पूछताछ की गई। अब तक ग्रुप से जुड़े सभी 8 आवासीय ठिकानों की कार्रवाई पूरी कर ली। अब ग्रुप के मुख्य कार्यालय में दस्तावेजों की छानबीन चल रही है। आयकर विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार, कंपनी के कैशियर और अन्य बड़े कर्मचारियों के यहां भी लाखों रुपए नकद बरामद हुए हैं। करोड़ों रुपए के बेनामी चेक, बोगस बिल, कंपनी और किसानों को नकद भुगतान किए जाने का रिकॉर्ड बरामद किया गया है।
आला अधिकारियों ने डाला डेरा
छापे की कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के आला अधिकारियों ने राजनांदगांव में डेरा डाल दिया है। संयुक्त आयकर निदेशक संजय कुमार के नेतृत्व में मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र आयकर विभाग के अधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं। इस सेंसिटिव सर्च की हर गतिविधि पर इन्वेस्टीगेशन विंग के महानिदेशक अमरेन्द्र कुमार तिवारी व निदेशक के सी घुमरिया भोपाल से निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीनों ही फर्मों में लंबे समय से इनकम टैक्स व सेलटैक्स को लेकर अनियमितता की शिकायत सामने आ रही थी।
आयकर विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार कंपनी के दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि कोलकाता की बोगस कंपनियों से हवाला के जरिए कालेधन को सफेद करने के सुबूत भी मिले हैं। कालेधन को सफेद करने के लिए कोलकाता की बोगस कंपनियों के जरिए करोड़ों घुमाकर खातों में लाए गए। बेनामी चेक और बोगस बिलों की जानकारी भी मिली है। किसानों को किए गए करोड़ों रुपए का कच्चा हिसाब भी मिल गया है।
एबिज ग्रुप के संचालक बहादुर अली के परिजनों और कंपनी के बड़े अधिकारियों से भी पूछताछ की गई। अब तक ग्रुप से जुड़े सभी 8 आवासीय ठिकानों की कार्रवाई पूरी कर ली। अब ग्रुप के मुख्य कार्यालय में दस्तावेजों की छानबीन चल रही है। आयकर विभाग के आला अधिकारियों के अनुसार, कंपनी के कैशियर और अन्य बड़े कर्मचारियों के यहां भी लाखों रुपए नकद बरामद हुए हैं। करोड़ों रुपए के बेनामी चेक, बोगस बिल, कंपनी और किसानों को नकद भुगतान किए जाने का रिकॉर्ड बरामद किया गया है।
आला अधिकारियों ने डाला डेरा
छापे की कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के आला अधिकारियों ने राजनांदगांव में डेरा डाल दिया है। संयुक्त आयकर निदेशक संजय कुमार के नेतृत्व में मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र आयकर विभाग के अधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं। इस सेंसिटिव सर्च की हर गतिविधि पर इन्वेस्टीगेशन विंग के महानिदेशक अमरेन्द्र कुमार तिवारी व निदेशक के सी घुमरिया भोपाल से निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीनों ही फर्मों में लंबे समय से इनकम टैक्स व सेलटैक्स को लेकर अनियमितता की शिकायत सामने आ रही थी।
Source: MP Hindi News and Chhattisgarh News
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