Tuesday, 16 September 2014

Only one pso has given for shankaracharya security

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को जेड प्लस सुरक्षा के बावजूद रायपुर पुलिस पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं करा रही है। रविवार रात शंकराचार्य के काफिले से एक गाड़ी के टकराने के बाद शंकराचार्य आश्रम ने सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया है।

शंकराचार्य आश्रम के ब्रह्मचारियों के अनुसार सांईं विवाद के बाद सरकार ने शंकराचार्य की सुरक्षा जेड से जेड प्लस की थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए सिर्फ एक पीएसओ दिया गया है। शंकराचार्य आश्रम ने साजिश की आशंका भी जताई है।

बयान के बाद बढाई थी सुरक्षा

रविवार को सड़क दुर्घटना में शंकराचार्य आश्रम के रायपुर प्रभारी ब्रहृमचारी सिंधुभवानंद और शंकराचार्य के साथ रहने वाले ब्रह्मचारी रामानंद घायल हो गए थे। आम के ब्रह्मचारी सिंधुभवानंद ने बताया कि हरिद्वार में शिरडी के सांईं बाबा पर बयान देने के बाद शंकराचार्य की सुरक्षा बढ़ाई गई थी।

कवर्धा की धर्म संसद में भी उन्हें एक पायलट और एक फालोगार्ड के साथ पुलिसकर्मी उपलब्ध कराए गए थे। धर्म संसद के बाद जब शंकराचार्य रायपुर आए, उसके बाद से ही उनकी सुरक्षा में कटौती कर दी गई। हालांकि रायपुर एसपी ओपी पाल ने सुरक्षा में कटौती से साफ इनकार किया है। श्री पाल ने कहा कि शंकराचार्य को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।

आश्रम के सवालों के घेरे में पुलिस

आश्रम के ब्रह्मचारियों ने कहा कि रायपुर पुलिस अगर पर्याप्त सुरक्षा दे रही है, तो कोई गाड़ी शंकरचार्य के काफिले को विपरित दिशा में आकर टक्कर कैसे मार सकती है। पायलट गाड़ी का क्या काम है। अगर पायलट गाड़ी सही तरीके से काम करती तो काफिले में विपरीत दिशा से कोई गाड़ी टक्कर नहीं मार सकती।

शंकराचार्य को फालोगार्ड क्यों उपलब्ध नहीं कराया गया? आईबी और एसआईबी ने शंकराचार्य की सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है, ऐसे में सिर्फ एक पीएसओ क्यों उपलब्ध कराया गया?

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