Thursday, 4 September 2014

Prisoners shot dead inside indore central jail

पिता की हत्‍या का बदला लेने के लिए एक बेटा अपराध कर जेल गया और वहां पिता की हत्‍या के आरोपी की गोली मारकर जान ले ली। किसी फिल्‍म की कहानी की तरह लगने वाली यह घटना गुरुवार सुबह इंदौर के सेंट्रल जेल में घटित हुई। जब नानगुरु हत्‍याकांड के आरोपी अर्जुन त्‍यागी को जीतेंद्र अवस्‍थी और उसके साथियों ने मार दिया। इस घटना में तीन अन्‍य कैदी भी घायल हो गए।

जानकारी के मुताबिक जीतेंद्र अवस्‍थी के पिता नानगुरु अवस्‍थी की कुछ समय पहले एरोड्रम थाना क्षेत्र के छोटा बांगड़दा में प्रापर्टी के विवाद को लेकर हत्‍या कर दी गई थी। इस हत्‍याकांड का मुख्‍य के मुख्‍य आरोपी अर्जुन त्‍यागी ने कुछ दिनों बाद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। तभी से उसे सेंट्रल जेल में रखा गया था। उसकी गिरफ्तारी के समय ही नानगुरु के बेटे ने त्‍यागी की हत्‍या करने की धमकी भी दी थी।

जेल के अंदर जाने के लिए किया अपराध

जीतेंद्र अवस्‍थी ने जेल के अंदर दाखिल होने के लिए पिछले दिनों मारपीट के छोटे-मोटे अपराध किए थे। जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़कर जेल भेज दिया। जिसके उसने जेल में बंद अपने साथियों को इकट्ठा किया और त्‍यागी को मारने का प्‍लॉन बनाया। गुरुवार सुबह जब अर्जुन बाथरूम से बाहर निकल रहा था उसी दौरान जीतेंद्र और उसके साथ्‍ाी बैरक से निकलकर दौड़े और त्‍यागी पर हमला बोल दिया, इसी दौरान जीतेंद्र ने बंदूक निकालकर उस पर गोली चला दी।

त्‍यागी को बचाने के लिए उसके साथी भी दौड़े लेकिन वे भी फायरिंग के शिकार हो गए। त्‍यागी और अन्‍य तीन घायल कैदियों को इलाज के लिए एमवाय अस्‍पताल ले जाया गया, जहां डॉक्‍टरों ने त्‍यागी को मृत घोषित कर दिया। वहीं कैदियों को इलाज के लिए भर्ती कर दिया।

सुरक्षा पर सवाल

सेंट्रल जेल जैसे सुरक्षित क्षेत्र में कैदी द्वारा पांच राउंड फायर करने की घटना ने जेल की सुरक्षा पर सवाल खडे़ कर दिए है। जीतेंद्र का कहना है कि उसके एक साथी ने पास के एक पुल से बंदूक जेल के अंदर फेंकी थी। जिसे उसने छुपाकर रख लिया था।

No comments:

Post a Comment