प्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर की शहर में मौजूदगी के दौरान ही अपराधियों ने रविवार को दिनदहाड़े सिविल लाइन थाने के ठीक सामने से एक छह माह की मासूम बच्ची का अपहरण कर पुलिस के गाल पर करारा तमाचा जड़ा है। जैक्सन कंपाउंड में यह वारदात ड्रायफ्रूट व्यापारी प्रीतम आहूजा के घर हुई। जानकारी पुलिस अफसरों को हुई तो उनके होश उड़ गए। एसपी हरिनारायणचारी मिश्रा ने बच्ची को सकुशल बरामद करने के लिए आनन-फानन एएसपी अमरेंद्र सिंह और एसपी क्राइम आशीष खरे के नेतृत्व में 8 टीमें गठित कर दीं।
पुलिस ने व्यापारी के घर काम करने वाले कुछ लोगों के अलावा कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। देर रात तक मासूम का कोई सुराग नहीं मिला था। फिरौती संबंधी फोन भी नहीं आने के कारण पुलिस को आशंका है कि किसी खास जानकार ने ही वारदात को अंजाम दिया है। उधर बच्ची के परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से दुश्मनी भी नहीं है। उन्होंने किसी पर शक भी नहीं जताया है।
मां बाथरूम तक गई, लौटी तो बेटी गायब!
सुपारी और ड्रायफ्रूट व्यापारी प्रीतम आहूजा के छोटे बेटे सुशील ने बताया कि रविवार को उनकी पत्नी रितु 6 माह की बेटी आरोही के साथ कमरे में थी। सुबह तकरीबन 9: 30 बजे वह बाथरूम गई। लौटी तो देखा कि बच्ची नहीं है। पूरे घर में तलाशने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। घटना के वक्त घर में रितु के अलावा ऊपर के कमरे में जेठ प्रकाश और जेठानी थीं। बच्ची के न मिलने पर सबसे पहले रितु ने जेठ को ही सूचना दी। इसके बाद पुलिस को खबर की गई।
सदमे में मां...बदल रही बयान
मासूम के लापता होने के बाद से उसकी मां रितु की हालत खराब है। बेटी के अपहरण का सदमा उसे इस कदर लगा है कि वह कभी बेटी के कमरे से गायब होने की बात कहती है तो कभी कहती है कि वह बच्ची को गार्डन ले गई थी। इसके बाद से ही उसका कुछ पता नहीं चला।
सीसीटीवी फुटेज के लिए प्रिंट-
सुशील के घर के सामने रहने वाले अशोक पंजवानी के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा है। पुलिस ने इस सीसीटीवी के कुछ फुटेज निकाले हैं। हालांकि दूरी अधिक होने के चलते किसी का चेहरा स्पष्ट नहीं दिख रहा है। इतना ही पता चलता है कि एक बाइक सवार सहित कुछ लोग गली में घुसे थे। इन बाइकर्स के बारे में पता लगाया जा रहा है।
कंपाउंड गेट पर नहीं है चौकीदार
जिस जैक्सन कंपाउंड में आहूजा परिवार रहता है वहां चौकीदार नहीं है। सुशील ने बताया कि कंपाउंड में चौकीदार के लिए कमरा तो बनवाया गया है लेकिन कुछ लोग इसके विरोध में थे। इसी वजह से चौकीदार नहीं रखा गया। यदि चौकीदार होता तो शायद यह घटना नहीं होती।
कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हर बिंदु पर जांच कर रहे हैं।
अमरेंद्र सिंह, एएसपी शहर
गृहमंत्री के सामने खुल गई पोल
गृहमंत्री बाबूलाल गौर शनिवार को ओमती थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां लॉकअप में एक भी आरोपी को नहीं देखकर और उस दिन थाने में एक भी अपराध की घटना दर्ज नहीं होने पर थाना पुलिस के साथ ही आला अफसरों की पीठ ठोकी थी। अगले ही दिन उनकी शहर में मौजूदगी के बीच ही मासूम का अपहरण हो गया। इस घटना ने शहर में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी।
पुलिस ने व्यापारी के घर काम करने वाले कुछ लोगों के अलावा कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। देर रात तक मासूम का कोई सुराग नहीं मिला था। फिरौती संबंधी फोन भी नहीं आने के कारण पुलिस को आशंका है कि किसी खास जानकार ने ही वारदात को अंजाम दिया है। उधर बच्ची के परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से दुश्मनी भी नहीं है। उन्होंने किसी पर शक भी नहीं जताया है।
मां बाथरूम तक गई, लौटी तो बेटी गायब!
सुपारी और ड्रायफ्रूट व्यापारी प्रीतम आहूजा के छोटे बेटे सुशील ने बताया कि रविवार को उनकी पत्नी रितु 6 माह की बेटी आरोही के साथ कमरे में थी। सुबह तकरीबन 9: 30 बजे वह बाथरूम गई। लौटी तो देखा कि बच्ची नहीं है। पूरे घर में तलाशने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। घटना के वक्त घर में रितु के अलावा ऊपर के कमरे में जेठ प्रकाश और जेठानी थीं। बच्ची के न मिलने पर सबसे पहले रितु ने जेठ को ही सूचना दी। इसके बाद पुलिस को खबर की गई।
सदमे में मां...बदल रही बयान
मासूम के लापता होने के बाद से उसकी मां रितु की हालत खराब है। बेटी के अपहरण का सदमा उसे इस कदर लगा है कि वह कभी बेटी के कमरे से गायब होने की बात कहती है तो कभी कहती है कि वह बच्ची को गार्डन ले गई थी। इसके बाद से ही उसका कुछ पता नहीं चला।
सीसीटीवी फुटेज के लिए प्रिंट-
सुशील के घर के सामने रहने वाले अशोक पंजवानी के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा है। पुलिस ने इस सीसीटीवी के कुछ फुटेज निकाले हैं। हालांकि दूरी अधिक होने के चलते किसी का चेहरा स्पष्ट नहीं दिख रहा है। इतना ही पता चलता है कि एक बाइक सवार सहित कुछ लोग गली में घुसे थे। इन बाइकर्स के बारे में पता लगाया जा रहा है।
कंपाउंड गेट पर नहीं है चौकीदार
जिस जैक्सन कंपाउंड में आहूजा परिवार रहता है वहां चौकीदार नहीं है। सुशील ने बताया कि कंपाउंड में चौकीदार के लिए कमरा तो बनवाया गया है लेकिन कुछ लोग इसके विरोध में थे। इसी वजह से चौकीदार नहीं रखा गया। यदि चौकीदार होता तो शायद यह घटना नहीं होती।
कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हर बिंदु पर जांच कर रहे हैं।
अमरेंद्र सिंह, एएसपी शहर
गृहमंत्री के सामने खुल गई पोल
गृहमंत्री बाबूलाल गौर शनिवार को ओमती थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां लॉकअप में एक भी आरोपी को नहीं देखकर और उस दिन थाने में एक भी अपराध की घटना दर्ज नहीं होने पर थाना पुलिस के साथ ही आला अफसरों की पीठ ठोकी थी। अगले ही दिन उनकी शहर में मौजूदगी के बीच ही मासूम का अपहरण हो गया। इस घटना ने शहर में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी।
Source: Chhattisgarh Hindi News and MP Hindi News
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