अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मध्य भारत की सबसे आधुनिक सीटी स्कैन मशीन स्थापित की गई है। 6.5 करोड़ की लागत वाली इस मशीन की सबसे खास बात यह है कि यह रोबोटिक टेक्नॉलॉजी पर आधारित है यानी सीटी स्कैन करने के लिए किसी टेक्निकल स्टाफ की आवश्यकता भी नहीं होगी। इसे मशीन को सिर्फ कमांड देना होगा।
शरीर के जिस हिस्से का सीटी स्कैन करना है, इस कमांड को फ्लो करते हुए उस हिस्से की इमेज कम्प्यूटर पर शो करेगा और फिर उसकी इमेज को पेन ड्राइव और सीडी पर लिया जा सकेगा। फिलहाल इस मशीन का इंस्टालेशन पूरा हो चुका है और टेस्टिंग जारी है। 10-15 दिन के अंदर मशीन से मिलने वाली सुविधा शुरू हो जाएगी। यह मशीन जर्मनी से आ खरीदी गई है, रायपुर एम्स प्रबंधन का दावा है कि देश के नए 6एम्स में रायपुर पहला संस्थान है, यहां सीटी स्कैन मशीन इंस्टाल हो चुकी है।
एम्स में ऐसी 3-4सीटी स्कैन मशीन लगेंगीं। वर्तमान में लगी मशीन का इंस्टालेशन ट्रामा बिल्डिंग में किया गया है। 128मल्टी स्लाइस सीटी स्कैन मशीन के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय स्तर पर एचएचएल के माध्यम से सभी 6एम्स के लिए 256स्लाइस सीटी स्कैन मशीन खरीदने की प्रक्रिया जारी है, जो इससे भी कहीं ज्यादा आधुनिक हैं।
एम्स प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रामा यूनिट को पूरी तरह से इमरजेंसी सुविधाओं के लिए विकसित किया जा रहा है। यहां एक्सीडेंटल और इमरजेंसी मरीजों के उपचार जांच की पूरी व्यवस्था होगी। सीटी स्कैन के इंस्टालेशन के अलावा 3टेक्सला एमआरआई, माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, ऑक्सीजन पाइप लाइन और 160बिस्तर के अस्पताल इसी बिल्डिंग में, जिसे जल्द ही 200 बिस्तर का कर दिया जाएगा।
24घंटे इमरजेंसी सेवा-
एम्स में 24घंटे इमरजेंसी सेवा के लिए जहां सीटी स्कैन मशीन की शख्त जरुरत थी, अब मशीन का इंस्टालेशन हो चुका है। 4 मॉड्यूलर ओटी का काम 2महीने में पूरा हो जाएगा। इनमें से 3ओटी ट्रामा बिल्डिंग और 1आयुष पीएमआर बिल्डिंग में स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा ऑक्सीजन पाइप-लाइन बिछाने का काम भी जारी है। इमरजेंसी यूनिट के लिए न्यूरो सर्जन, एनेस्थीसिया एक्सपर्ट की भर्ती भी प्रक्रियाधीन है। 132 स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है, स्क्रूटनिंग का काम पूरा हो चुका है।
इमरजेंसी सेवा में वक्त लगेगा
सीटी स्कैन का इंस्टालेशन पूरा हो चुका है, टेस्टिंग प्रिंट भी निकाले जा रहे हैं। 10से 15दिन में इससे सेवा शुरू हो जाएगी। इस मशीन में रोबोटिक सिस्टम भी लगा हुआ है। अभी अस्पताल में इमरजेंसी सेवा के लिए अभी थोड़ा वक्त लगेगा। 132डॉक्टर्स की भर्ती की प्रक्रिया जारी है, स्क्रूटनिंग का काम पूरा हो चुका है।
-डॉ. अजय दानी, अधीक्षक, एम्स
शरीर के जिस हिस्से का सीटी स्कैन करना है, इस कमांड को फ्लो करते हुए उस हिस्से की इमेज कम्प्यूटर पर शो करेगा और फिर उसकी इमेज को पेन ड्राइव और सीडी पर लिया जा सकेगा। फिलहाल इस मशीन का इंस्टालेशन पूरा हो चुका है और टेस्टिंग जारी है। 10-15 दिन के अंदर मशीन से मिलने वाली सुविधा शुरू हो जाएगी। यह मशीन जर्मनी से आ खरीदी गई है, रायपुर एम्स प्रबंधन का दावा है कि देश के नए 6एम्स में रायपुर पहला संस्थान है, यहां सीटी स्कैन मशीन इंस्टाल हो चुकी है।
एम्स में ऐसी 3-4सीटी स्कैन मशीन लगेंगीं। वर्तमान में लगी मशीन का इंस्टालेशन ट्रामा बिल्डिंग में किया गया है। 128मल्टी स्लाइस सीटी स्कैन मशीन के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय स्तर पर एचएचएल के माध्यम से सभी 6एम्स के लिए 256स्लाइस सीटी स्कैन मशीन खरीदने की प्रक्रिया जारी है, जो इससे भी कहीं ज्यादा आधुनिक हैं।
एम्स प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रामा यूनिट को पूरी तरह से इमरजेंसी सुविधाओं के लिए विकसित किया जा रहा है। यहां एक्सीडेंटल और इमरजेंसी मरीजों के उपचार जांच की पूरी व्यवस्था होगी। सीटी स्कैन के इंस्टालेशन के अलावा 3टेक्सला एमआरआई, माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, ऑक्सीजन पाइप लाइन और 160बिस्तर के अस्पताल इसी बिल्डिंग में, जिसे जल्द ही 200 बिस्तर का कर दिया जाएगा।
24घंटे इमरजेंसी सेवा-
एम्स में 24घंटे इमरजेंसी सेवा के लिए जहां सीटी स्कैन मशीन की शख्त जरुरत थी, अब मशीन का इंस्टालेशन हो चुका है। 4 मॉड्यूलर ओटी का काम 2महीने में पूरा हो जाएगा। इनमें से 3ओटी ट्रामा बिल्डिंग और 1आयुष पीएमआर बिल्डिंग में स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा ऑक्सीजन पाइप-लाइन बिछाने का काम भी जारी है। इमरजेंसी यूनिट के लिए न्यूरो सर्जन, एनेस्थीसिया एक्सपर्ट की भर्ती भी प्रक्रियाधीन है। 132 स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है, स्क्रूटनिंग का काम पूरा हो चुका है।
इमरजेंसी सेवा में वक्त लगेगा
सीटी स्कैन का इंस्टालेशन पूरा हो चुका है, टेस्टिंग प्रिंट भी निकाले जा रहे हैं। 10से 15दिन में इससे सेवा शुरू हो जाएगी। इस मशीन में रोबोटिक सिस्टम भी लगा हुआ है। अभी अस्पताल में इमरजेंसी सेवा के लिए अभी थोड़ा वक्त लगेगा। 132डॉक्टर्स की भर्ती की प्रक्रिया जारी है, स्क्रूटनिंग का काम पूरा हो चुका है।
-डॉ. अजय दानी, अधीक्षक, एम्स
Source: Chhattisgarh News and MP News in Hindi
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