स्थानीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस की समन्वय और चुनाव समितियों का गठन जल्द होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव को इस दिशा में कवायद शुरू करने को कहा गया है । पार्टी सूत्रों की माने तो प्रदेश कांग्रेस को स्पष्ट निर्देश हैं कि कमेटियों के गठन में इस बात का खासतौर से ध्यान रखा जाए कि चुनावों के पहले या बाद में किसी भी किस्म की अराजकता की स्थिति न पैदा हो ।
यदि निकाय चुनावों में किसी के भी खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत मिलती है तो उसके खिलाफ तत्काल कारवाई की जाए ।गौरतलब है कि हाल में हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पुनर्गठन के बाद से ही राज्य में गुटबाजी चरमसीमा पर है पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का कहना था कि उनके द्वारा प्रेषित किए गए नामों को पदाधिकारियों की सूची में शामिल नहीं किया गया है ।
इस बीच मंगलवार को रायपुर रवानगी से पहले भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस दफ्तर में मोतीलाल वोरा और छत्तीसगढ़ प्रभारी बीके हरिप्रसाद से मुलाकात की। नेताद्वय ने कहा कि यह बातचीत खास तौर से निकाय चुनाव पर ही केन्द्रित रही । कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की माने तो पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस को संदेश भिजवाया है कि नगरीय निकाय चुनावों में इस बात का ख्याल रखा जाए कि केवल कर्मठ और जिताऊ प्रत्याशियों को ही टिकट मिले ।
अगर किसी नेता द्वारा अनावश्यक दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है तो इसकी सूचना तत्काल प्रदेश प्रभारी को दी जाए । बताया जाता है कि निकाय चुनावों में विधायकों को भी जवाबदेह बनाने की कोशिश हो रही है। सिंहदेव भी इस संभावना से इंकार नहीं कर रहे,उनके मुताबिक विधायकों की जिम्मेदारी भी तय होगी हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है ।
वहीं प्रदेश कांग्रेस जल्द रणनीति को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष से पुनः मुलाकात करेगी।अजीत जोगी द्वारा सोमवार रात अपने नार्थ ब्लॉक स्थित आवास पर बुलाए गए भोज से पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता दूर रहे । इसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव शामिल न होने पर तमाम किस्म की चर्चाएं रही हालांकि इन दोनों नेताओं का कहना है कि हमारी अनुपस्थिति के राजनैतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए हम लोगों ने टीवी चैनलों को समय दे रखा था, इसलिए कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए उधर, जोगी के कार्यक्रम में उनके समर्थक विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं का भारी हुजूम इकठ्ठा हुआ था।
यदि निकाय चुनावों में किसी के भी खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत मिलती है तो उसके खिलाफ तत्काल कारवाई की जाए ।गौरतलब है कि हाल में हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पुनर्गठन के बाद से ही राज्य में गुटबाजी चरमसीमा पर है पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का कहना था कि उनके द्वारा प्रेषित किए गए नामों को पदाधिकारियों की सूची में शामिल नहीं किया गया है ।
इस बीच मंगलवार को रायपुर रवानगी से पहले भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस दफ्तर में मोतीलाल वोरा और छत्तीसगढ़ प्रभारी बीके हरिप्रसाद से मुलाकात की। नेताद्वय ने कहा कि यह बातचीत खास तौर से निकाय चुनाव पर ही केन्द्रित रही । कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की माने तो पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस को संदेश भिजवाया है कि नगरीय निकाय चुनावों में इस बात का ख्याल रखा जाए कि केवल कर्मठ और जिताऊ प्रत्याशियों को ही टिकट मिले ।
अगर किसी नेता द्वारा अनावश्यक दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है तो इसकी सूचना तत्काल प्रदेश प्रभारी को दी जाए । बताया जाता है कि निकाय चुनावों में विधायकों को भी जवाबदेह बनाने की कोशिश हो रही है। सिंहदेव भी इस संभावना से इंकार नहीं कर रहे,उनके मुताबिक विधायकों की जिम्मेदारी भी तय होगी हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है ।
वहीं प्रदेश कांग्रेस जल्द रणनीति को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष से पुनः मुलाकात करेगी।अजीत जोगी द्वारा सोमवार रात अपने नार्थ ब्लॉक स्थित आवास पर बुलाए गए भोज से पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता दूर रहे । इसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव शामिल न होने पर तमाम किस्म की चर्चाएं रही हालांकि इन दोनों नेताओं का कहना है कि हमारी अनुपस्थिति के राजनैतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए हम लोगों ने टीवी चैनलों को समय दे रखा था, इसलिए कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए उधर, जोगी के कार्यक्रम में उनके समर्थक विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं का भारी हुजूम इकठ्ठा हुआ था।
No comments:
Post a Comment