Saturday, 6 September 2014

Flights to Ventura in the state will be closed from Monday, no extended contract

मध्यप्रदेश शासन और वेंचुरा एयरकनेक्ट का करार 6 सितम्बर को खत्म हो जाएगा। दोनों पक्षों ने अभी तक इस करार को और आगे नहीं बढ़ाया है, जिससे तय है कि सोमवार से नागरिकों के लिए वेंचुरा की उड़ानें मिलना बंद हो जाएंगी।

जानकार बताते हैं कि प्रदेश के बड़े शहरों जबलपुर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर के लिए हवाई मार्ग से आपस में जोड़ने मप्र शासन की ओर से पर्यटन निगम और वेंचुरा एयरकनेक्ट के बीच 6 सितम्बर 2011 को करार हुआ। प्रदेश शासन व लखनऊ की निजी कंपनी के बीच यह करार 3 साल की अवधि के लिए किया गया। जिसमें वेंचुरा की घरेलू उड़ानों को बढ़ावा देने प्रदेश शासन ने तीन खाली सीटों का किराया देने का करार किया था। इस शर्त पर दोनों पक्ष बराबर कायम रहे, लेकिन अब कोई भी पक्ष आगे नहीं बढ़ रहा है।

बंद हो गईं उड़ानें

बताया जा रहा है कि प्रदेश शासन से करार करने के बाद वेंचुरा को बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों तक उड़ानें बढ़ाना रहीं। निजी कंपनी प्रबंधन ने रीवा, सतना, खजुराहो जैसे शहरों तक उड़ानें बढ़ाईं, लेकिन यात्री नहीं मिलने से यह बंद हो गईं।

ग्वालियर उड़ान बंद

बताया जा रहा है कि प्रदेश के 4 बड़े शहरों क्रमशः भोपाल, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर में एक साथ घरेलू उड़ानें शुरू कीं। इन बड़े शहरों के बीच निजी कंपनी की उड़ानें करीब डेढ़ साल तक बराबर चलीं। फिर ग्वालियर उड़ान बंद कर दी गई।

अभी इन शहरों की उड़ानें

प्रदेश में वेंचुरा एयरकनेक्ट की उड़ानें भोपाल, जबलपुर, इंदौर, सतना शहरों को हवाईमार्ग से जोड़े रखे हैं। इसके अलावा वेंचुरा की विशेष उड़ानों का अन्य शहरों तक आना-जाना होता है।

नया करार एक माह बाद!

सूत्र बताते हैं कि मप्र शासन और वेंचुरा के बीच नया करार एक माह बाद होने के आसार हैं। इस प्रक्रिया के चलते चर्चा है कि मध्यप्रदेश शासन से घरेलू उड़ानें संचालित करने के लिए अहमदाबाद की एक कंपनी भी आगे आई है। करार होने के बाद इस कंपनी के नाम का खुलासा कर दिया जाएगा।

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प्रदेश में वेंचुरा एयरकनेक्ट की घरेलू उड़ानें जारी रहेंगी। मप्र शासन इस करार को और आगे बढ़ाएगा।

-शरद जैन, राज्यमंत्री, मप्र शासन

मप्र शासन और वेंचुरा एयरकनेक्ट का करार 6 सितम्बर 2014 को खत्म हो जाएगा। इस करार को पुरानी शर्तों पर चलाएं या फिर नया करार करने को लेकर विचार-विमर्श हो रहा है। शासन स्तर पर निर्णय विचाराधीन है।

-विश्व प्राचार्य, प्रबंधक (को-आर्डिनेटर), मप्र पर्यटन विभाग, भोपाल

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