इंदौर के फर्नीचर कंपनी के मैनेजर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार नीमच के युवक नंदकिशोर उर्फ किशोर पर नीमच में लाखों स्र्पए का कर्ज बकाया है। फोटोकॉपी की दुकान पर एक प्रायवेट बैंक से लगभग 2 लाख स्र्पए कर्ज लेकर अदा न करने का मामला सामने आया है। इधर युवक के परिजनों और मित्रों ने उससे लगभग किनारा कर लिया है।
गौरतलब है कि देवास गेट पुलिस थाना प्रभारी और साइबर सेल द्वारा इंदौर की फर्नीचर कंपनी के मैनेजर सतीश तत्वादी की हत्या के आरोप में 29 अगस्त को नीमच के इंदिरा नगर निवासी नंदकिशोर उर्फ किशोर पिता गणेशराम मेघवाल को उसकी महिला मित्र मिली उर्फ एंजल के साथ गिरफ्तार किया था। किशोर से पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं।
ताजा मामला एक निजी बैंक का सामने आया है। जानकारी मिली है कि आरोपी नंदकिशोर उर्फ किशोर ने नीमच के शोरूम चौराहे के समीप पीएचई ऑफिस के बाहर फोटोकॉपी की एक गुमटी लगाई थी। इस गुमटी के दस्तावेज बैंक को दिखाकर उसने लगभग दो लाख स्र्पए का कर्ज ले लिया था। बार-बार वसूली का नोटिस देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर बैंक प्रबंधन ने उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा इस बीच युवक की गिरफ्तारी की खबर भी बैंक प्रबंधन को मिल गई।
फोटोकॉपी की गुमटी पर तस्दीक करने जब बैंक अधिकारी गए तो उन्हें पता चला कि नंदकिशोर ने गुमटी लगभग डेढ़-दो वर्ष पहले ही बेच दी। जिस व्यक्ति को गुमटी बेची उसने बाकायदा बैंक प्रबंधन को दस्तावेज भी दिखाए। बैंक के अधिकारी सोमवार को भी केंट थाने पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराने के लिए आवेदन लेकर पहुंचे थे। हालांकि बैंक के अधिकारी आधिकारिक रूप से इस संबंध में कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं।
दूसरी तरफ वारदात का खुलासा करने वाले निरीक्षक योगेंद्रसिंह सिसौदिया का कहना है कि आरोपी के पिता ने ही इस बात का खुलासा कर दिया था कि उसने नीमच में लाखों स्र्पए का कर्ज लेकर पूरा पैसा बर्बाद किया है।
जानकारी मिली है कि आरोपी किशोर प्रेमिका मिली के साथ उसी वैगन-आर कार से नीमच आया था, जिसके मालिक की वे हत्या कर चुके थे। कार नई थी और नीमच आते समय मंदसौर की शिवना नदी में उन्होंने उसकी नंबर प्लेट खोलकर फेंक दी। आरोपियाें ने परिजनों और परिचितों के सामने यह बताया था कि उन्होंने नई कार खरीदी है।
गौरतलब है कि देवास गेट पुलिस थाना प्रभारी और साइबर सेल द्वारा इंदौर की फर्नीचर कंपनी के मैनेजर सतीश तत्वादी की हत्या के आरोप में 29 अगस्त को नीमच के इंदिरा नगर निवासी नंदकिशोर उर्फ किशोर पिता गणेशराम मेघवाल को उसकी महिला मित्र मिली उर्फ एंजल के साथ गिरफ्तार किया था। किशोर से पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं।
ताजा मामला एक निजी बैंक का सामने आया है। जानकारी मिली है कि आरोपी नंदकिशोर उर्फ किशोर ने नीमच के शोरूम चौराहे के समीप पीएचई ऑफिस के बाहर फोटोकॉपी की एक गुमटी लगाई थी। इस गुमटी के दस्तावेज बैंक को दिखाकर उसने लगभग दो लाख स्र्पए का कर्ज ले लिया था। बार-बार वसूली का नोटिस देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर बैंक प्रबंधन ने उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा इस बीच युवक की गिरफ्तारी की खबर भी बैंक प्रबंधन को मिल गई।
फोटोकॉपी की गुमटी पर तस्दीक करने जब बैंक अधिकारी गए तो उन्हें पता चला कि नंदकिशोर ने गुमटी लगभग डेढ़-दो वर्ष पहले ही बेच दी। जिस व्यक्ति को गुमटी बेची उसने बाकायदा बैंक प्रबंधन को दस्तावेज भी दिखाए। बैंक के अधिकारी सोमवार को भी केंट थाने पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराने के लिए आवेदन लेकर पहुंचे थे। हालांकि बैंक के अधिकारी आधिकारिक रूप से इस संबंध में कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं।
दूसरी तरफ वारदात का खुलासा करने वाले निरीक्षक योगेंद्रसिंह सिसौदिया का कहना है कि आरोपी के पिता ने ही इस बात का खुलासा कर दिया था कि उसने नीमच में लाखों स्र्पए का कर्ज लेकर पूरा पैसा बर्बाद किया है।
जानकारी मिली है कि आरोपी किशोर प्रेमिका मिली के साथ उसी वैगन-आर कार से नीमच आया था, जिसके मालिक की वे हत्या कर चुके थे। कार नई थी और नीमच आते समय मंदसौर की शिवना नदी में उन्होंने उसकी नंबर प्लेट खोलकर फेंक दी। आरोपियाें ने परिजनों और परिचितों के सामने यह बताया था कि उन्होंने नई कार खरीदी है।
Source: Chhattisgarh News and MP Hindi News
No comments:
Post a Comment