Saturday, 6 September 2014

Raid on bu hostel on student caught doing ragging

बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी में प्रॉक्टर प्रो. एके पाठक ने वार्डन्स के साथ मिलकर गुरुवार देर रात हॉस्टल में छापा मारा। इस दौरान टीम ने एक सीनियर छात्र को रैगिंग लेते रंगे हाथ पकड़ा है। इसके अलावा एक छात्र को अनाधिकृत तौर पर हॉस्टल में रहते पकड़ा। इसी तरह हॉस्टल के एक छात्र पर अन्य छात्रों ने अड़ीबाजी कर रुपए वसूलने के आरोप लगाए हैं। प्रॉक्टर प्रो. पाठक ने सभी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कुलपति डॉ. मुरलीधर तिवारी को अनुशंसा कर दी है।

गुरुवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे प्रॉक्टर प्रो. पाठक वार्डन्स के साथ बीयू के मुंशी प्रेमचंद हॉस्टल में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि बीयूआईटी फोर्थ सेमेस्टर की सीएस ब्रांच में पढ़ने वाला छात्र सौरव पचौरी अपने जूनियर छात्रों की रैगिंग ले रहा था। साथ ही उनसे अभद्र व्यवहार भी कर रहा था। बीयू प्रशासन टीम के अधिकारियों ने सौरव से जब इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा तो उसका कहना था कि वो जूनियर छात्रों को पढ़ा रहा था। इसके बाद टीम ने अन्य कमरों का निरीक्षण किया।

इस दौरान लोकेन्द्र सिंह दांगी को हॉस्टल में अनाधिकृत तौर पर रहते पाया। इसी तरह बीयूआईटी के छात्र महेश बघेल के खिलाफ हॉस्टल के छात्रों ने अड़ीबाजी की शिकायत की। छात्रों के ओर से की गई शिकायत के मुताबिक महेश उनसे जबरन दो हजार रुपए देने मांग कर रहा था। रुपए नहीं देने पर उसने जूनियर छात्रों के जरिए कुछ छात्रों की झूठी शिकायत भी एंटी रैगिंग हेल्पलाइन को करा दी थी।

बंद मिला चीफ वार्डन का मोबाइल

टीम ने हॉस्टल के निरीक्षण पर जाने से पहले चीफ वार्डन प्रो अरविंद चौहान को भी मोबाइल लगाया। लेकिन उनका मोबाइल ही बंद मिला। जबकि कुलपति डॉ तिवारी ने गुरुवार दोपहर को ही हॉस्टल में छापा मारने के निर्देश दे दिए थे।

कार्रवाई की अनुशंसा

रैगिंग लेते पकड़ाए छात्र सौरव को कारण बताओ नोटिस जारी करने की अनुशंसा की गई है। साथ ही लोकेन्द्र को विश्वविद्यालय और महेश को हॉस्टल से निष्काषित करने की अनुशंसा भी की गई है। इसके अलावा इनके साथ के छह छात्रों की जांच की जा रही है। इनके खिलाफ भी हॉस्टल के छात्रों ने जबरिया रुपए वसूलने की शिकायत की है।

प्रो एके पाठक, प्रॉक्टर बीयू

मिल गई है रिपोर्ट

प्रॉक्टर को पूरी टीम के साथ हॉस्टल केनिरीक्षण के निर्देश दिए गए थे। प्रॉक्टर की ओर से जो भी अनुशंसा की गई है। उस पर जल्द तक कार्रवाई कर दी जाएगी।

डॉ. मुरलीधर तिवारी, कुलपति बीयू

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