Wednesday, 3 September 2014

The tongue of the hanuman garhi climbed cut in katghora

कटघोरा स्थित हनुमान गढ़ी में मंगलवार की सुबह उस समय भीड़ उमड़ पड़ी जब लोगों ने एक श्रद्धालु के जीभ काटकर चढ़ा देने की बात सुनी। बेहोशी की हालत में पड़े इस युवक को कुछ लोगों ने उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय में दाखिल कराया, लेकिन उसके हनूमान की मूर्ति के सामने रहने की जिद के आगे चिकित्सा कर्मी भी हार गए। उन्होंने युवक को जिला चिकित्सालय भेजे जाने की बात कहते हुए अस्पताल से जाने दिया। वह युवक जिला अस्पताल जाने की बजाय पुनः मंदिर में ही जाकर सो गया। देर रात पुलिस की टीम उसे लेने पहुंची।

आधुनिकता के इस युग में भी श्रद्धालुओं की कमी नहीं है। लोग भगवान की पूजा पाठ के अलावा उसे खुश करने तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं। कोई दिनवार पूजा अर्चना करता है, तो कोई बलि चढ़ाने से भी नहीं चूकता। कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिसमें श्रद्धालुओं ने अपने जीभ काटकर चढ़ाए हों। ऐसी घटना अक्सर शिव के मंदिर में सुनने को मिलती है। इसके विपरीत ऐसी ही घटना कटघोरा के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर मे घटित हुई है।

कटघोरा-अंबिकापुर मार्ग में बस स्टैंड से एक किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी में स्थित है हनुमान मंदिर। मंगलवार की सुबह इस मंदिर में दीगर दिन की अपेक्षा कुछ अधिक ही भीड़ थी। श्रद्धालु हनुमानजी के सामने पूजा अर्चना में जुटे हुए थे। इसी बीच एक युवक पूजा के सामान लेकर मंदिर पहुंचा। कुछ देर तक वह हनुमानजी की अराधना में जुटा रहा। कुछ देर बाद उसने अचानक पास रखे ब्लेड से अपनी जीभ काटकर हनुमानजी को अर्पित कर दिया। जैसे ही वहां मौजूद श्रद्धालुओं की नजर उस पर पड़ी, वे हतप्रभ रह गए। मंदिर में युवक के आसपास लोगों की भीड़ लग गई। तब तक युवक को बेहोशी छाने लगी थी।

इस घटना से घबराए कुछ श्रद्धालुओं ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने युवक को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया। यहां चिकित्सक उसका उपचार शुरू करते इससे पहले ही युवक ने हनुमान मंदिर जाने की जिद शुरू कर दी। युवक की जिद देखकर चिकित्सकों ने उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। युवक जिला चिकित्सालय जाने की बजाय दोबारा हनुमान मंदिर जाकर प्रतिमा के सामने सो गया।

इसके साथ ही पुलिस ने युवक के संबंध में पतासाजी शुरू कर दी। इस दौरान जानकारी मिली कि वह युवक ग्राम भलपहरी निवासी अजय कुमार बंजारे पिता रामसाई बंजारे (28) है। उसने किसी बात को लेकर मन्नत मांगी थी, जिसके पूरा होने के बाद उसने यह कृत्य किया। मंगलवार को जहां पूरे दिन इस बात की चर्चा क्षेत्र में बनी रही, लोग यह देखने मंदिर पहुंचते रहे, वही देर रात पुलिस ने मंदिर पहुंचकर युवक की देखरेख के लिए परिजनों व मंदिर के पुजारी को भी सौंप दिया है।

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