मुख्यालय से करीब 18 किमी दूर पगढाल और छिदगांव रेलवे स्टेशनों के बीच अप रेलवे ट्रेक पर लगभग 5 इंच पटरी टूटी देखकर चाबीमैन के होश फाख्ता हो गए। वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही उसे पटरी पर तेज रफ्तार से आती हुई ट्रेन दिखी। उसने तत्काल लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रोकने का संकेत दिया। यदि चाबीमैन को टूटी पटरी देखने में चंद मिनट की देरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि इसके बाद कर्नाटक एक्सप्रेस करीब दो घंटे तक वहीं खड़ी रही। ट्रेक टूटा होने के कारण मुंबई की ओर जाने वाले अन्य गाड़ियां भी प्रभावित हुई। बाद में ट्रेक को ठीक करने का काम शुरू किया गया।
सोमवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे चाबीमैन मधु धनगर पटरियों का निरीक्षण कर रहा था। इसी दौरान उसे अप ट्रेक पर एक पटरी का करीब पांच इंच का हिस्सा टूटा हुआ दिखा। इसी दौरान ट्रेक पर नई दिल्ली से बैंगलूर जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस आती हुई दिखाई दी। वह पहले तो यह सोचकर घबरा गया कि यदि ट्रेन नहीं रुकी तो बड़ा हादसा हो जाएगा। इसके बाद उसने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रोकने का संकेत दिया। ट्रेन की रफ्तार ज्यादा थी, इसके बावजूद ड्राइवर ने लाल झंडी देखकर खतरे को भांप लिया और ट्रेन को टूटी पटरी तक पहुंचने के पहले ही रोक दिया। इसके बाद पटरी टूटी होने की जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
यात्रियों में दहशत
पटरी टूटी होने की जानकारी लगते ही ट्रेन में बैठे यात्रियों में दहशत का माहौल छा गया। ट्रेन रुकने के बाद ड्राइवर ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद तत्काल पगढाल के उप स्टेशन प्रबंधक एसआर सिंह को सूचना दी। सूचना मिलते ही रेलवे के इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंची और दो घंटे की मशक्कत के बाद टूटी पटरी को फिर से जोड़ा गया। इसके बाद ट्रेक पर यातायात शुरू हो सका।
कर्नाटक एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे सुमन अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन अपनी रफ्तार में थी। बिना किसी स्टेशन के अचानक जब ट्रेन रुकी तो उन्हें अनहोनी की आशंका हुई। ट्रेन रुकने के बाद कुछ यात्री नीचे उतर गए। बातचीत के जरिए पता चला कि बीच में पटरी टूटी हुई थी। यदि ट्रेन नहीं रुकती तो बड़ा हादसा हो जाता। एक कर्मचारी की सूझबूझ और दूरदर्शिता से हजारों यात्रियों की जान बच गई। अन्य यात्री भारत शर्मा ने बताया कि ट्रेन रुकने पर पहले तो लगा कि कोई सामान्य कारण से ट्रेन रुकी होगी। बाद में जानकारी लगी तो हाथ-पांव फूल गए। बाद में हमने ईश्वर को धन्यवाद दिया।
दो घंटे खड़ी रही ट्रेन
पगढाल और छिदगांव के बीच खंबा क्रमांक 695-5-7 अप ट्रेक की एक पटरी टूट जाने से यात्री कर्नाटक एक्सप्रेस सहित अन्य गाड़ियां प्रभावित रहीं। बानापुरा रेलवे स्टेशन पर कामायनी और भागलपुर एक्सप्रेस खड़ी रही। जबकि डोलरिया रेलवे स्टेशन पर लखनऊ एक्सप्रेस और पैसेंजर को रोका गया। सोमवार सुबह से ही तेज बारिश हो रही थी। इसके कारण भी यात्री परेशान होते रहे।
सोमवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे चाबीमैन मधु धनगर पटरियों का निरीक्षण कर रहा था। इसी दौरान उसे अप ट्रेक पर एक पटरी का करीब पांच इंच का हिस्सा टूटा हुआ दिखा। इसी दौरान ट्रेक पर नई दिल्ली से बैंगलूर जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस आती हुई दिखाई दी। वह पहले तो यह सोचकर घबरा गया कि यदि ट्रेन नहीं रुकी तो बड़ा हादसा हो जाएगा। इसके बाद उसने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए लाल झंडी दिखाकर ट्रेन को रोकने का संकेत दिया। ट्रेन की रफ्तार ज्यादा थी, इसके बावजूद ड्राइवर ने लाल झंडी देखकर खतरे को भांप लिया और ट्रेन को टूटी पटरी तक पहुंचने के पहले ही रोक दिया। इसके बाद पटरी टूटी होने की जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
यात्रियों में दहशत
पटरी टूटी होने की जानकारी लगते ही ट्रेन में बैठे यात्रियों में दहशत का माहौल छा गया। ट्रेन रुकने के बाद ड्राइवर ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद तत्काल पगढाल के उप स्टेशन प्रबंधक एसआर सिंह को सूचना दी। सूचना मिलते ही रेलवे के इंजीनियरों की टीम मौके पर पहुंची और दो घंटे की मशक्कत के बाद टूटी पटरी को फिर से जोड़ा गया। इसके बाद ट्रेक पर यातायात शुरू हो सका।
कर्नाटक एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे सुमन अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन अपनी रफ्तार में थी। बिना किसी स्टेशन के अचानक जब ट्रेन रुकी तो उन्हें अनहोनी की आशंका हुई। ट्रेन रुकने के बाद कुछ यात्री नीचे उतर गए। बातचीत के जरिए पता चला कि बीच में पटरी टूटी हुई थी। यदि ट्रेन नहीं रुकती तो बड़ा हादसा हो जाता। एक कर्मचारी की सूझबूझ और दूरदर्शिता से हजारों यात्रियों की जान बच गई। अन्य यात्री भारत शर्मा ने बताया कि ट्रेन रुकने पर पहले तो लगा कि कोई सामान्य कारण से ट्रेन रुकी होगी। बाद में जानकारी लगी तो हाथ-पांव फूल गए। बाद में हमने ईश्वर को धन्यवाद दिया।
दो घंटे खड़ी रही ट्रेन
पगढाल और छिदगांव के बीच खंबा क्रमांक 695-5-7 अप ट्रेक की एक पटरी टूट जाने से यात्री कर्नाटक एक्सप्रेस सहित अन्य गाड़ियां प्रभावित रहीं। बानापुरा रेलवे स्टेशन पर कामायनी और भागलपुर एक्सप्रेस खड़ी रही। जबकि डोलरिया रेलवे स्टेशन पर लखनऊ एक्सप्रेस और पैसेंजर को रोका गया। सोमवार सुबह से ही तेज बारिश हो रही थी। इसके कारण भी यात्री परेशान होते रहे।
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