आगरा-मुंबई हाईवे पर पनीर बनाने की अवैध डेयरी को प्रशासन व खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान पकड़ा। डेयरी पर टीम ने 12 क्विंटल मिलावटी पनीर, 110 टीन वनस्पति घी, 30 पैकेट बेकरी पाउडर व एक केन एसिड पकड़ा। खासबात यह थी कि डेयरी लंबे अरसे से चल रही थी, लेकिन इसे चलाने के लिए प्रशासन व खाद्य सुरक्षा विभाग से किसी तरह का लाइसेंस नहीं लिया गया था। टीम ने यह कार्रवाई अपर तहसीलदार काजल दीक्षित के नेतृत्व में की। कार्रवाई के निर्देश एडीएम विवेक सिंह ने दिए थे। कार्रवाई में सिविल लाइन टीआई अमित सिंह भदौरिया मय बल के मौजूद थे।
इसलिए हुई कार्रवाई
पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन के पास शहर की डेयरियों पर मिलावटी पनीर बनाने की सूचना मिल रही थी। इस वजह से एडीएम ने अपर तहसीलदार काजल दीक्षित व खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवनीश गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित कर पुलिस बल के साथ सोमवार को सभी पनीर बनाने की डेयरियों पर कार्रवाई शुरू की। हालांकि लाइसेंस वाली डेयरियों पर टीम को कुछ नहीं मिला। इसी दौरान सूचना मिली कि ग्वालियर की तरफ मारुति सर्विस सेंटर के पास अवैध रूप से पनीर बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही है। इसके बाद टीम डेयरी पर पहुंची।
40 डलियों में था 12 क्विंटल पनीर
टीम जब डेयरी पर पहुंची तो पनीर को डलियों में पैक किया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवनीश गुप्ता के मुताबिक 40 डलियों में करीब 12 क्विंटल पनीर है। क्योंकि एक डलिया में 40 से 45 किलो पनीर पैक किया जाता है। पनीर को थर्माकोल की डलियों में पैक किया गया था।
वनस्पति घी मिलाते थे पनीर में
डेयरी में टीम को 110 वनस्पति घी की भरी हुई टीन मिली हैं। अधिकारियों के मुताबिक वनस्पति घी व बेकरी पाउडर को मिलाकर पनीर बनाया जाता था, जिससे पनीर में फैट आ जाए। साथ ही पनीर अधिक दिनों तक चले। क्योंकि शुद्घ पनीर को अधिक दिनों तक रखा नहीं जा सकता है।
एसिड से जलने से बची तहसीलदार
डेयरी में एक केन एसिड रखा हुआ था। अपर तहसीलदार काजल दीक्षित ने एक केन को चेक करने के लिए उसमें हाथ डाल रहीं थी। तभी केन छलक गई और एसिड जमीन पर गिर पड़ा, जिससे जमीन पर झाग बनने लगा। कहीं केन में तहसीलदार का हाथ चला जाता तो निश्चित तौर पर जल जातीं।
न लाइसेंस था न ही कोई दस्तावेज
कार्रवाई के दौरान जब अफसरों ने डेयरी संचालक हिमांशू बंसल से खाद्य सुरक्षा विभाग से जारी किया हुआ लाइसेंस मांगा तो उसने बताया कि अभी डेयरी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। पहले यह डेयरी गणेशपुरा में बंसल डेयरी के नाम से चलती थी। अभी हाल ही में यहां पर डेयरी खोली है। इसलिए इसका रजिस्ट्रेशन या लाइसेंस नहीं लिया था।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने लिए सैंपल
खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर अवनीश गुप्ता व अन्य अफसरों ने डेयरी में पनीर, वनस्पति घी, बेकरी पाउडर आदि का सैंपल लिया। साथ ही पनीर को जब्त कर लिया गया। अब इस मिलावटी पनीर को नष्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।
कहां-कहां जाता था इस डेयरी से मिलावटी पनीर
इस डेयरी से मिलावटी पनीर ग्वालियर, भोपाल सहित प्रदेश के महानगरों में जाता था। इसके अलावा आगरा, छत्तीसगढ़ के रायपुर सहित अन्य जगहों पर भी भेजा जाता है। खासबात यह है कि थर्माकोल की डलियों में पनीर को बर्फ के साथ रखकर भेजा जाता है, जिससे पनीर अधिक दिन तक चले।
धमकाने भी पहुंचे नेताओं के समर्थक
मौके पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचे खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसरों को धमकाने के लिए एक विधायक के समर्थक भी पहुंचे। समर्थक ने अफसरों के साथ अभद्रता भी की। हालांकि पुलिस बल को देखकर उसने मौके से खिसकने में ही भलाई समझी।
इनका कहना है
-एडीएम के निर्देश पर डेयरियों पर सोमवार को कार्रवाई की गई। इसी दौरान हाईवे पर एक डेयरी ऐसी मिली जिसके पास किसी तरह का लाइसेंस नहीं था। डेयरी में 12 क्विंटल के करीब मिलावटी पनीर, वनस्पति घी, बेकरी पाउडर व एसिड मिला है। डेयरी पर मिली सामग्री के सैंपल लिए गए हैं।
अवनीश गुप्ता, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुरैना
इसलिए हुई कार्रवाई
पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन के पास शहर की डेयरियों पर मिलावटी पनीर बनाने की सूचना मिल रही थी। इस वजह से एडीएम ने अपर तहसीलदार काजल दीक्षित व खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवनीश गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित कर पुलिस बल के साथ सोमवार को सभी पनीर बनाने की डेयरियों पर कार्रवाई शुरू की। हालांकि लाइसेंस वाली डेयरियों पर टीम को कुछ नहीं मिला। इसी दौरान सूचना मिली कि ग्वालियर की तरफ मारुति सर्विस सेंटर के पास अवैध रूप से पनीर बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही है। इसके बाद टीम डेयरी पर पहुंची।
40 डलियों में था 12 क्विंटल पनीर
टीम जब डेयरी पर पहुंची तो पनीर को डलियों में पैक किया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवनीश गुप्ता के मुताबिक 40 डलियों में करीब 12 क्विंटल पनीर है। क्योंकि एक डलिया में 40 से 45 किलो पनीर पैक किया जाता है। पनीर को थर्माकोल की डलियों में पैक किया गया था।
वनस्पति घी मिलाते थे पनीर में
डेयरी में टीम को 110 वनस्पति घी की भरी हुई टीन मिली हैं। अधिकारियों के मुताबिक वनस्पति घी व बेकरी पाउडर को मिलाकर पनीर बनाया जाता था, जिससे पनीर में फैट आ जाए। साथ ही पनीर अधिक दिनों तक चले। क्योंकि शुद्घ पनीर को अधिक दिनों तक रखा नहीं जा सकता है।
एसिड से जलने से बची तहसीलदार
डेयरी में एक केन एसिड रखा हुआ था। अपर तहसीलदार काजल दीक्षित ने एक केन को चेक करने के लिए उसमें हाथ डाल रहीं थी। तभी केन छलक गई और एसिड जमीन पर गिर पड़ा, जिससे जमीन पर झाग बनने लगा। कहीं केन में तहसीलदार का हाथ चला जाता तो निश्चित तौर पर जल जातीं।
न लाइसेंस था न ही कोई दस्तावेज
कार्रवाई के दौरान जब अफसरों ने डेयरी संचालक हिमांशू बंसल से खाद्य सुरक्षा विभाग से जारी किया हुआ लाइसेंस मांगा तो उसने बताया कि अभी डेयरी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। पहले यह डेयरी गणेशपुरा में बंसल डेयरी के नाम से चलती थी। अभी हाल ही में यहां पर डेयरी खोली है। इसलिए इसका रजिस्ट्रेशन या लाइसेंस नहीं लिया था।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने लिए सैंपल
खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर अवनीश गुप्ता व अन्य अफसरों ने डेयरी में पनीर, वनस्पति घी, बेकरी पाउडर आदि का सैंपल लिया। साथ ही पनीर को जब्त कर लिया गया। अब इस मिलावटी पनीर को नष्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।
कहां-कहां जाता था इस डेयरी से मिलावटी पनीर
इस डेयरी से मिलावटी पनीर ग्वालियर, भोपाल सहित प्रदेश के महानगरों में जाता था। इसके अलावा आगरा, छत्तीसगढ़ के रायपुर सहित अन्य जगहों पर भी भेजा जाता है। खासबात यह है कि थर्माकोल की डलियों में पनीर को बर्फ के साथ रखकर भेजा जाता है, जिससे पनीर अधिक दिन तक चले।
धमकाने भी पहुंचे नेताओं के समर्थक
मौके पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचे खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसरों को धमकाने के लिए एक विधायक के समर्थक भी पहुंचे। समर्थक ने अफसरों के साथ अभद्रता भी की। हालांकि पुलिस बल को देखकर उसने मौके से खिसकने में ही भलाई समझी।
इनका कहना है
-एडीएम के निर्देश पर डेयरियों पर सोमवार को कार्रवाई की गई। इसी दौरान हाईवे पर एक डेयरी ऐसी मिली जिसके पास किसी तरह का लाइसेंस नहीं था। डेयरी में 12 क्विंटल के करीब मिलावटी पनीर, वनस्पति घी, बेकरी पाउडर व एसिड मिला है। डेयरी पर मिली सामग्री के सैंपल लिए गए हैं।
अवनीश गुप्ता, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुरैना
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