गोकुल नगर में गुरुवार को फिर एक पागल कुत्ते ने तीन मासूमों बच्चों पर हमला किया। मासूमों के अलावा चार अन्य लोगों को भी उसी पागल कुत्ते ने काटा है। इस घटना में एक बच्चा बुरी तरह जख्मी हो गया। उसे उपचार के लिए अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से आक्रोशित मोहल्ले के कुछ युवकों ने कुत्ते को मार डाला।
दो साल के श्रेयांश मसीह को पागल कुत्ते ने उस समय काटा, जब वह अपने पापा को ऑफिस जाते समय टाटा करने के लिए गेट पर खड़ा था। उसके साथ उसकी मम्मी थी। श्रेयांश अपने पापा को टाटा कर ही रहा था कि अचानक पागल कुत्ता आया और उसके चेहरे पर झपट पड़ा, जिससे उसके चेहरे पर गंभीर जख्म भर आए हैं। कुत्ते के अचानक हमले से सहमी मां ने किसी तरह कुत्ते को भगाया। इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरा मासूम भी गोकुल नगर का ही है। दो साल का हर्ष सिन्हा घर के सामने खेल रहा था। अचानक उसी पागल कुत्ते ने उसके गले पर हमला किया। इसे देखकर पास ही खड़े दौवा सिंह ने कुत्ते पर कुर्सी फेंकी, तब जाकर कुत्ता वहां से भागा, लेकिन रास्ते में जाते जाते अपने पड़ोस के बच्चे को छोड़ने जा रहे देवसिंह साहू उम्र-64 वर्ष को भी कुत्ते ने काट दिया। इससे आहत बुजुर्ग जमीन पर गिर गया।
एक दिन में सात लोगों को काटा
मठपुरैना क्षेत्र के गोकुल नगर में एक ही पागल कुत्ते ने तीन मासूमों सहित सात लोगों पर हमला किया। कुत्ते के हमले से एक और मासूम गंभीर रूप से घायल है।
शहर व आसपास इसके पहले भी कई मासूमों को आवारा कुत्तों ने काटा है। पंडरी में मासूम राजनंदिनी को आवारा कुत्तों ने जिंदा नोच खाया। अभी तक यहां 15 से अधिक लोग कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। इसके बाद भी निगम प्रशासन ने कुत्तों का बधियाकरण प्रोजेक्ट को शुरू नहीं किया है। शहर के पशु चिकित्सक डॉ.संजय जैन ने कुत्तों की नसबंदी के लिए कुछ स्टॉफ की मांग की है, लेकिन बधियाकरण को लेकर निगम प्रशासन कोई गंभीरता नहीं दिखा रही है।
पड़ोसी के बच्चे को छोड़ने जा रहा था, तभी पागल कुत्ते ने मेरे हाथ को पकड़ लिया। मैने झटकने की कोशिश की। लेकिन मैं खुद ही गिर पड़ा। कुत्ते ने मेरे हाथ में काटा है।
-देवनाथ साहू,पीड़ित,गोकुल नगर
गोकुल नगर में निगम ने एक ऐसे कुत्ते को नहीं पकड़ा है, जो भारी खतरनाक है। यहां एक बैल को पागल कुत्ते खा गए।
-सौरभ मसीह, स्थानीय निवासी
रात में आने जाने में दिक्कत होती है। कुत्ते का डर लगा रहता है। इस इलाके में मकान निर्माण चल रहा है, इसलिए मजदूरों का आना जाना लगा रहता है।
-टोनी स्वामी, स्थानीय निवासी
यहां के कुत्ते भारी खूंखार हैं। इंसान के साथ जानवरों को भी काट रहे हैं। पहले यहां कुत्ते नहीं थे, लेकिन निगम द्वारा छोड़े जाने के बाद यहां कुत्तों का आतंक बढ़ गया है।
-शहनाज बेगम, स्थानीय निवासी
इन बच्चों को कुत्ते ने काटा
अंश अग्रवाल (5 साल) बजरंग नगर आमापारा
तोरण साहू (5 साल) आमापारा
आयुष नायक (7 साल) आदर्श नगर मोवा
नंदिनी यदु, (5 साल) चंगोराभांठा
इनकी मौत कुत्ते के काटने से
जगन्नााथनगर के ओम सोनी उम्र-13 वर्ष की कुत्ते के काटने से मौत हो गई। इस बच्चे को भी डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में ही कुत्ते ने काटा था, जब वह अपनी मौसी के घर शादी में गया हुआ था।
पंडरी में 9 माह की मासूम को रात के अंधेरे में कुत्तों ने नोंच खाया था। इस घटना के बाद नगर निगम ने कुत्तों को पकड़ने का अधियान शुरू किया, लेकिन पकड़े गए कुत्ते अब वापस आने लगे हैं।
बधियाकरण के लिए जल्द ही प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। पशु चिकित्सक का प्रस्ताव भी हमारे पास है और ठेके पर नसबंदी कराने का। पशु चिकित्सक डॉ.संजय शर्मा को स्टॉफ देने की व्यवस्था हो गई है। इसे शुरू किया जाएगा।
-अवनीश कुमार शरण,आयुक्त,नगर निगम
दो साल के श्रेयांश मसीह को पागल कुत्ते ने उस समय काटा, जब वह अपने पापा को ऑफिस जाते समय टाटा करने के लिए गेट पर खड़ा था। उसके साथ उसकी मम्मी थी। श्रेयांश अपने पापा को टाटा कर ही रहा था कि अचानक पागल कुत्ता आया और उसके चेहरे पर झपट पड़ा, जिससे उसके चेहरे पर गंभीर जख्म भर आए हैं। कुत्ते के अचानक हमले से सहमी मां ने किसी तरह कुत्ते को भगाया। इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरा मासूम भी गोकुल नगर का ही है। दो साल का हर्ष सिन्हा घर के सामने खेल रहा था। अचानक उसी पागल कुत्ते ने उसके गले पर हमला किया। इसे देखकर पास ही खड़े दौवा सिंह ने कुत्ते पर कुर्सी फेंकी, तब जाकर कुत्ता वहां से भागा, लेकिन रास्ते में जाते जाते अपने पड़ोस के बच्चे को छोड़ने जा रहे देवसिंह साहू उम्र-64 वर्ष को भी कुत्ते ने काट दिया। इससे आहत बुजुर्ग जमीन पर गिर गया।
एक दिन में सात लोगों को काटा
मठपुरैना क्षेत्र के गोकुल नगर में एक ही पागल कुत्ते ने तीन मासूमों सहित सात लोगों पर हमला किया। कुत्ते के हमले से एक और मासूम गंभीर रूप से घायल है।
शहर व आसपास इसके पहले भी कई मासूमों को आवारा कुत्तों ने काटा है। पंडरी में मासूम राजनंदिनी को आवारा कुत्तों ने जिंदा नोच खाया। अभी तक यहां 15 से अधिक लोग कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। इसके बाद भी निगम प्रशासन ने कुत्तों का बधियाकरण प्रोजेक्ट को शुरू नहीं किया है। शहर के पशु चिकित्सक डॉ.संजय जैन ने कुत्तों की नसबंदी के लिए कुछ स्टॉफ की मांग की है, लेकिन बधियाकरण को लेकर निगम प्रशासन कोई गंभीरता नहीं दिखा रही है।
पड़ोसी के बच्चे को छोड़ने जा रहा था, तभी पागल कुत्ते ने मेरे हाथ को पकड़ लिया। मैने झटकने की कोशिश की। लेकिन मैं खुद ही गिर पड़ा। कुत्ते ने मेरे हाथ में काटा है।
-देवनाथ साहू,पीड़ित,गोकुल नगर
गोकुल नगर में निगम ने एक ऐसे कुत्ते को नहीं पकड़ा है, जो भारी खतरनाक है। यहां एक बैल को पागल कुत्ते खा गए।
-सौरभ मसीह, स्थानीय निवासी
रात में आने जाने में दिक्कत होती है। कुत्ते का डर लगा रहता है। इस इलाके में मकान निर्माण चल रहा है, इसलिए मजदूरों का आना जाना लगा रहता है।
-टोनी स्वामी, स्थानीय निवासी
यहां के कुत्ते भारी खूंखार हैं। इंसान के साथ जानवरों को भी काट रहे हैं। पहले यहां कुत्ते नहीं थे, लेकिन निगम द्वारा छोड़े जाने के बाद यहां कुत्तों का आतंक बढ़ गया है।
-शहनाज बेगम, स्थानीय निवासी
इन बच्चों को कुत्ते ने काटा
अंश अग्रवाल (5 साल) बजरंग नगर आमापारा
तोरण साहू (5 साल) आमापारा
आयुष नायक (7 साल) आदर्श नगर मोवा
नंदिनी यदु, (5 साल) चंगोराभांठा
इनकी मौत कुत्ते के काटने से
जगन्नााथनगर के ओम सोनी उम्र-13 वर्ष की कुत्ते के काटने से मौत हो गई। इस बच्चे को भी डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में ही कुत्ते ने काटा था, जब वह अपनी मौसी के घर शादी में गया हुआ था।
पंडरी में 9 माह की मासूम को रात के अंधेरे में कुत्तों ने नोंच खाया था। इस घटना के बाद नगर निगम ने कुत्तों को पकड़ने का अधियान शुरू किया, लेकिन पकड़े गए कुत्ते अब वापस आने लगे हैं।
बधियाकरण के लिए जल्द ही प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। पशु चिकित्सक का प्रस्ताव भी हमारे पास है और ठेके पर नसबंदी कराने का। पशु चिकित्सक डॉ.संजय शर्मा को स्टॉफ देने की व्यवस्था हो गई है। इसे शुरू किया जाएगा।
-अवनीश कुमार शरण,आयुक्त,नगर निगम
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