श्री अमरनाथ यात्रा के पहले चार दिनों में बाबा बर्फानी के पवित्र हिमलिंग के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या पचास हजार पार कर गई। मंगलवार को 15,812 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में माथा टेका। इसी के साथ अब तक दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 50,528 पहुंच गई।
इस बीच, दुखद यह रहा कि हृदयगति रूकने से दो और शिवभक्तों की मौत हो गई। 28 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा में चार दिन में ही आठ यात्रियों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह बालटाल से 10146 श्रद्धालु पवित्र गुफा की तरफ रवाना हुए। इनमें 300 श्रद्धालु हेलीकॉप्टर से पवित्र गुफा तक पहुंचे। वहीं पहलगाम से भी 236 श्रद्धालु हेलीकॉप्टर के जरिए पवित्र गुफा की तरफ रवाना हुए। पहलगाम से पैदल यात्रा दो जुलाई से शुरू की जाएगी। इससे पूर्व सोमवार देर रात ब्रारीमर्ग के निकट 50 वर्षीय महिला श्रद्धालु रतना गुलाटी निवासी आइटीआइ, लेबर कॉलोनी हरियाणा ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की। उन्हें तुरंत निकटवर्ती चिकित्सा शिविर पहुंचाया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसी बीच, मंगलवार सुबह भी ब्रारीमर्ग इलाके के निकट 69 वर्षीय हरविंदर कुमार मखन पुत्र रामलाल मखन निवासी नई दिल्ली ने भी सीने में तेज दर्द की शिकायत की। उन्हें भी चिकित्सा शिविर पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बता दें कि वर्ष 2013 में अमरनाथ यात्रा के दौरान 56 श्रद्धालुओं और वर्ष 2012 में 120 यात्रियों की मौत हो गई थी।
इस बीच, दुखद यह रहा कि हृदयगति रूकने से दो और शिवभक्तों की मौत हो गई। 28 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा में चार दिन में ही आठ यात्रियों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह बालटाल से 10146 श्रद्धालु पवित्र गुफा की तरफ रवाना हुए। इनमें 300 श्रद्धालु हेलीकॉप्टर से पवित्र गुफा तक पहुंचे। वहीं पहलगाम से भी 236 श्रद्धालु हेलीकॉप्टर के जरिए पवित्र गुफा की तरफ रवाना हुए। पहलगाम से पैदल यात्रा दो जुलाई से शुरू की जाएगी। इससे पूर्व सोमवार देर रात ब्रारीमर्ग के निकट 50 वर्षीय महिला श्रद्धालु रतना गुलाटी निवासी आइटीआइ, लेबर कॉलोनी हरियाणा ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की। उन्हें तुरंत निकटवर्ती चिकित्सा शिविर पहुंचाया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसी बीच, मंगलवार सुबह भी ब्रारीमर्ग इलाके के निकट 69 वर्षीय हरविंदर कुमार मखन पुत्र रामलाल मखन निवासी नई दिल्ली ने भी सीने में तेज दर्द की शिकायत की। उन्हें भी चिकित्सा शिविर पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बता दें कि वर्ष 2013 में अमरनाथ यात्रा के दौरान 56 श्रद्धालुओं और वर्ष 2012 में 120 यात्रियों की मौत हो गई थी।
Source: Spiritual Hindi Stories & Horoscope 2014
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