साइकिल पर तेरह हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर चुके वीराब्राह्मणा सूर्य चंद्र शंकर नारायण दूसरी बार श्री अमरनाथ के दर्शनों के लिए जम्मू भगवती नगर पहुंचे। शिवभक्तों के साथ बम-बम भोले के जयघोष लगाते हुए नारायण ने कहा कि वह यहां से करंट रजिस्ट्रेशन करवा बुधवार को साइकिल पर ही अगले पड़ाव की ओर प्रस्थान करेंगे।
हाल ही में चार धाम की यात्रा समाप्त कर चुके नारायण ने बताया कि वह दिल्ली से 4 मई को श्री अमरनाथ यात्रा के लिए निकले थे। अपने आप को भोले का परम भक्त बताते हुए नारायण ने बताया कि वह कैलाश मानसरोवर की यात्रा भी कर चुके हैं और उस दौरान वह भगवान शिव के दरबार में पांच दिन रहे थे। अपनी इस यात्रा के दौरान वह केवल जूस या पानी का ही सेवन करते हैं। अन्न, फलाहार का सेवन वह केवल सोमवार को ही करते हैं। बम-बम भोले के जयघोष लगाते हुए नारायण ने कहा कि यदि भोले ने चाहा तो वे हर साल साइकिल पर श्री अमरनाथ यात्रा में शामिल होने आएंगे।
भोले के भजनों के साथ कट जाएगा सफर
मुंबई के अकोला क्षेत्र से बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए भगवती नगर आधार शिविर पहुंचे बजरंग मंडल के सदस्यों ने कहा कि भोले की दिव्य महिमा उन्हें दूसरी बार इस यात्रा पर ले आई है। उनके साथ पहली बार कई नए साथी भी आए हैं जो बाबा के दर्शनों की इच्छा रखते हैं।
करीब तीन दिन बाद जम्मू पहुंचे इन श्रद्धालुओं का कहना है कि सफर काफी लंबा है परंतु भोले के प्रति उनकी आस्था दुर्गम से दुर्गम यात्रा को भी आसान बना देगी। बजरंग मंडल के सदस्य आशीष ने कहा कि मंडल में शामिल सदस्य अपने साथ ढोल आदि लेकर आए हैं और जब कभी मौका लगता है तो वे भजनों में लीन हो जाते हैं। उनके साथ यात्रा पर आने दूसरे श्रद्धालु भी भगवान शंकर की भक्ति में मंत्रमुग्ध होकर नाचने लगते हैं, यह उन्हें खुशी देती है।
मंडल सदस्यों ने कहा कि बुधवार सुबह वह यात्रा के अगले पड़ाव के लिए रवाना हो जाएंगे। जैसा वह तय करके आए थे आगे बाबा बर्फानी के द्वार तक का दुर्गम मार्ग भी भजनों के बीच ही तय करेंगे। सदस्यों ने कहा कि यह श्री अमरनाथ की कृपा का ही असर है कि वे हर साल इस यात्रा में शामिल होते हैं।
हाल ही में चार धाम की यात्रा समाप्त कर चुके नारायण ने बताया कि वह दिल्ली से 4 मई को श्री अमरनाथ यात्रा के लिए निकले थे। अपने आप को भोले का परम भक्त बताते हुए नारायण ने बताया कि वह कैलाश मानसरोवर की यात्रा भी कर चुके हैं और उस दौरान वह भगवान शिव के दरबार में पांच दिन रहे थे। अपनी इस यात्रा के दौरान वह केवल जूस या पानी का ही सेवन करते हैं। अन्न, फलाहार का सेवन वह केवल सोमवार को ही करते हैं। बम-बम भोले के जयघोष लगाते हुए नारायण ने कहा कि यदि भोले ने चाहा तो वे हर साल साइकिल पर श्री अमरनाथ यात्रा में शामिल होने आएंगे।
भोले के भजनों के साथ कट जाएगा सफर
मुंबई के अकोला क्षेत्र से बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए भगवती नगर आधार शिविर पहुंचे बजरंग मंडल के सदस्यों ने कहा कि भोले की दिव्य महिमा उन्हें दूसरी बार इस यात्रा पर ले आई है। उनके साथ पहली बार कई नए साथी भी आए हैं जो बाबा के दर्शनों की इच्छा रखते हैं।
करीब तीन दिन बाद जम्मू पहुंचे इन श्रद्धालुओं का कहना है कि सफर काफी लंबा है परंतु भोले के प्रति उनकी आस्था दुर्गम से दुर्गम यात्रा को भी आसान बना देगी। बजरंग मंडल के सदस्य आशीष ने कहा कि मंडल में शामिल सदस्य अपने साथ ढोल आदि लेकर आए हैं और जब कभी मौका लगता है तो वे भजनों में लीन हो जाते हैं। उनके साथ यात्रा पर आने दूसरे श्रद्धालु भी भगवान शंकर की भक्ति में मंत्रमुग्ध होकर नाचने लगते हैं, यह उन्हें खुशी देती है।
मंडल सदस्यों ने कहा कि बुधवार सुबह वह यात्रा के अगले पड़ाव के लिए रवाना हो जाएंगे। जैसा वह तय करके आए थे आगे बाबा बर्फानी के द्वार तक का दुर्गम मार्ग भी भजनों के बीच ही तय करेंगे। सदस्यों ने कहा कि यह श्री अमरनाथ की कृपा का ही असर है कि वे हर साल इस यात्रा में शामिल होते हैं।
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