शनिदेव को अगर प्रसन्न करना है तो कई उपाय मिल जाते हैं, पर अगर राहू की वजह से आप परेशान हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यहां हैं राहू से निजात दिलाने वाले उपाय।
दरअसल राहू की शांति एवं अनुकूलता के लिए कुछ ऐसे मंत्रों और उपायों को आजमा सकते हैं जिनसे काफी प्रभाव मिल सकेगा और आपके ऊपर से राहू का दोष दूर हो जाएगा।
रविवार की शाम को चांदी की गोली जब में रखने से रोगादि से मुक्ति मिलती है। इससे लड़ाई-झगड़े भी दूर हो जाते हैं।
प्रतिदिन 8 खोटे सिक्के नदी के जल में डालें। 45 दिनों तक यह उपाय करें। इससे राहू का प्रकोप कम होगा।
सरसों का तेल, सरसों, काले तिल, सीसा, नीले पुष्प, लोहे का कोई शस्त्र, कंबल आदि वस्तुएं नीले वस्त्र में बांधकर जोशी ( एक जाति के लोग) को दान करें। इससे राहू की दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
शनिवार के दिन श्वेत चंदन की जड़ खोदकर लाएं और स्नान पूजा आदि कर उसे काले डोरे के सहायता से बाजू पर बांधे इससे कई तरह की यौन समस्याएं दूर हो जाती हैं।
अमावस्या या किसी मंगलवार को पाव भर बाजरा लाएं उसमें थोड़ा गुड़ मिला दें। फिर इसे किसी लाल रंग के श्वान को खिला दें। इससे उदर रोग काफी हद तक दूर हो जाएंगे।
दरअसल राहू की शांति एवं अनुकूलता के लिए कुछ ऐसे मंत्रों और उपायों को आजमा सकते हैं जिनसे काफी प्रभाव मिल सकेगा और आपके ऊपर से राहू का दोष दूर हो जाएगा।
रविवार की शाम को चांदी की गोली जब में रखने से रोगादि से मुक्ति मिलती है। इससे लड़ाई-झगड़े भी दूर हो जाते हैं।
प्रतिदिन 8 खोटे सिक्के नदी के जल में डालें। 45 दिनों तक यह उपाय करें। इससे राहू का प्रकोप कम होगा।
सरसों का तेल, सरसों, काले तिल, सीसा, नीले पुष्प, लोहे का कोई शस्त्र, कंबल आदि वस्तुएं नीले वस्त्र में बांधकर जोशी ( एक जाति के लोग) को दान करें। इससे राहू की दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
शनिवार के दिन श्वेत चंदन की जड़ खोदकर लाएं और स्नान पूजा आदि कर उसे काले डोरे के सहायता से बाजू पर बांधे इससे कई तरह की यौन समस्याएं दूर हो जाती हैं।
अमावस्या या किसी मंगलवार को पाव भर बाजरा लाएं उसमें थोड़ा गुड़ मिला दें। फिर इसे किसी लाल रंग के श्वान को खिला दें। इससे उदर रोग काफी हद तक दूर हो जाएंगे।
Source: Spiritual Hindi Stories & Rashifal 2014
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