जम्मू के नवाशहर तहसील के आरएस पुरा में छत्तीसगढ़ के जांजगीर 56 मजदूरों को पिछले 11 महीने से बंधक बनाने मामला सामने आया है,जिनमे से 31 बच्चे हैं । इन मजदूरों को चौधरी ईंट भट्ठे पर बंधक बना कर रखा गया है। इन छत्तीसगढ़िया मजदूरों को पिछले 3 महीने से मजदूरी नहीं दी गई है. उल्टा ईंट भट्ठा के मालिक महेंद्र चौधरी ने राशन के लिये भी पैसे देना बंद कर दिया है।
इन बंधुआ मजदूरों में से एक दुर्गेश ने बताया कि फागु नामक एक दलाल उन्हें छत्तीसगढ़ से लेकर नवाशहर आया था और हमें अच्छी पगार देने का वायदा किया था ,लेकिन वो हमें यहां चौधरी के यहाँ ईंट भट्टे में बेचकर कर फरार हो गया।खबर है कि नवाशहर के उपजिलाधिकारी राजेन्द्र सिंह ने जांच करके इन मजदूरों के बंधक होने की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी है,लेकिन अब तक जम्मू पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की है ।
मजदूरों का आरोप है कि ईंट भट्टा का काम बारिश के कारण बंद पडा हुआ है लेकिन ईंट भट्ठा के मालिक ने इन्हें यह कह कर छत्तीसगढ़ जाने से रोक दिया कि बारिश बंद होने के बाद जब काम शुरु होगा तो इन्हें यहां कौन ले कर आएगा। आलम यह है कि ये मजदूर चाहते हुए भी वहां से नहीं निकल पा रहे ।
बंधुआ मुक्ति मोर्चा के कार्यवाहक निदेशक निर्मल गोराना ने नईदुनिया से बातचीत में बताया कि हम पिछले तीन दिनों से जम्मू में रुके हुए हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन कोई सहयोग नहीं कर रहा है ।उन्होंने पूरे मामले में पहल करते हुये संबंधिक अधिकारियों को पत्र लिख कर और फोन से सूचना देकर इन्हें छुड़ाने की अपील की है ।इधर जम्मू के डिविजनल कमिश्नर शांत मनु का कहना है कि इस दिशा में कार्रवाई और जांच की प्रक्रिया चल रही है, उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस मामले में अब तक किसी प्रकार की कोई पहल नहीं की गई है ।
इन बंधुआ मजदूरों में से एक दुर्गेश ने बताया कि फागु नामक एक दलाल उन्हें छत्तीसगढ़ से लेकर नवाशहर आया था और हमें अच्छी पगार देने का वायदा किया था ,लेकिन वो हमें यहां चौधरी के यहाँ ईंट भट्टे में बेचकर कर फरार हो गया।खबर है कि नवाशहर के उपजिलाधिकारी राजेन्द्र सिंह ने जांच करके इन मजदूरों के बंधक होने की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी है,लेकिन अब तक जम्मू पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की है ।
मजदूरों का आरोप है कि ईंट भट्टा का काम बारिश के कारण बंद पडा हुआ है लेकिन ईंट भट्ठा के मालिक ने इन्हें यह कह कर छत्तीसगढ़ जाने से रोक दिया कि बारिश बंद होने के बाद जब काम शुरु होगा तो इन्हें यहां कौन ले कर आएगा। आलम यह है कि ये मजदूर चाहते हुए भी वहां से नहीं निकल पा रहे ।
बंधुआ मुक्ति मोर्चा के कार्यवाहक निदेशक निर्मल गोराना ने नईदुनिया से बातचीत में बताया कि हम पिछले तीन दिनों से जम्मू में रुके हुए हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन कोई सहयोग नहीं कर रहा है ।उन्होंने पूरे मामले में पहल करते हुये संबंधिक अधिकारियों को पत्र लिख कर और फोन से सूचना देकर इन्हें छुड़ाने की अपील की है ।इधर जम्मू के डिविजनल कमिश्नर शांत मनु का कहना है कि इस दिशा में कार्रवाई और जांच की प्रक्रिया चल रही है, उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस मामले में अब तक किसी प्रकार की कोई पहल नहीं की गई है ।
Source: Chhattisgarh Hindi News & MP Hindi News
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