छत्तीसगढ़ के मुख्य डाकघरों से जुड़े खाताधारकों को 6 राज्यों में नकदी जमा करने और निकालने की सुविधा बैंकों की तरह मिलने वाली है। खबर है कि जिन डाकघरों में बैंकों की तरह कामकाज हो रहे हैं उक्त कोर (पैनल) से छत्तीसगढ़ के 10 में से 9 मुख्य डाकघरों को जोड़ने को लेकर अब डाटा जांच और स्वीकृति के साथ कोर-बैकिंग शुरू करने तिथि का इंतजार है। इसके पहले जहां कोर-बैकिंग शुरू होनी है। वहां सुरक्षा के लिहाज से सीसी कैमरे लगाने और सुरक्षा गार्ड बढ़ाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है।
यहां पर कोर-बैंकिंग
डाक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोर-बैकिंग शुरू होने से यहां के खाता धारक यूपी, दिल्ली, राजस्थान,तमिलनाडु, महाराष्ट्र और आन्ध्रप्रदेश के मुख्य डाकघरों में बैंकों की तरह लेन-देन कर सकेंगे। इसके साथ ही उक्त राज्यों के 550 मुख्य डाकघरों में जाकर छत्तीसगढ़ के मुख्य डाकघरों में जमा कराई गई रकम की जानकारी भी ले सकेंगे। इस व्यवस्था का लाभ ग्राहक डाक समय में ही ले सकेंगे। वहीं नकदी निकालने के लिए एटीएम भी लगाए जाने की खबर है।
ले रहे हैं प्रशिक्षण
वहीं कोर-बैंकिंग जैसी फास्ट सेवा देने की शुरुआत सबसे पहले रायपुर में की जाएगी। व्यवस्था की तैयारी के साथ ही 150 से अधिक डाक कर्मचारियों की बड़ोदरा में बाकायदा ट्रेनिंग भी कराई गई है। प्रशिक्षण लेने वालों में बिलासपुर, भिलाई, राजनांदगांव,कोरबा,अंबिकापुर,रायगढ़,कांकेर और दुर्ग जगदलपुर डाक मुख्यालय के कर्मचारियों को भी भेजा जा चुका है। जो आने वाले समय में कोर-बैंकिंग सेवा से लोगों को जोड़ने के लिए डाकघरों का काउंटर संभालेंगे।
मजबूत होगी सुरक्षा
बताया जाता है कि कोर-बैंकिंग शुरू होने के बाद डाक विभाग से जुड़े मनरेगा,पीपीएफ,आरडी,बचत खाता,एमआईएस,पेशन स्कीम को ही पहले चरण में बैकिंग में प्राथमिकता दी जाएगी। व्यवस्था लागू होने से पहले जिन मुख्य डाकघरों में कोर-बैकिंग से लोगों को जोड़ने की कवायद हो रही है, वहां सीसी कैमरे को पहले चरण में लगाया जाने लगा है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अधिकारी तय किया जाने की खबर है। जो डाकघर में आने-जाने वालों पर नजर रखेंगे।
कोर-बैंकिंग को शुरू करने से पहले की तैयारी और कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने को प्राथमिकता दी जा रही है। हां, सीसी कैमरे तो लगाए जा रहे और जरूरत पड़ने पर सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए जाएंगे। सेवा कब शुरू होगी, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
-एके सिंह, सहायक प्रवर अधीक्षक,रायपुर
यहां पर कोर-बैंकिंग
डाक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोर-बैकिंग शुरू होने से यहां के खाता धारक यूपी, दिल्ली, राजस्थान,तमिलनाडु, महाराष्ट्र और आन्ध्रप्रदेश के मुख्य डाकघरों में बैंकों की तरह लेन-देन कर सकेंगे। इसके साथ ही उक्त राज्यों के 550 मुख्य डाकघरों में जाकर छत्तीसगढ़ के मुख्य डाकघरों में जमा कराई गई रकम की जानकारी भी ले सकेंगे। इस व्यवस्था का लाभ ग्राहक डाक समय में ही ले सकेंगे। वहीं नकदी निकालने के लिए एटीएम भी लगाए जाने की खबर है।
ले रहे हैं प्रशिक्षण
वहीं कोर-बैंकिंग जैसी फास्ट सेवा देने की शुरुआत सबसे पहले रायपुर में की जाएगी। व्यवस्था की तैयारी के साथ ही 150 से अधिक डाक कर्मचारियों की बड़ोदरा में बाकायदा ट्रेनिंग भी कराई गई है। प्रशिक्षण लेने वालों में बिलासपुर, भिलाई, राजनांदगांव,कोरबा,अंबिकापुर,रायगढ़,कांकेर और दुर्ग जगदलपुर डाक मुख्यालय के कर्मचारियों को भी भेजा जा चुका है। जो आने वाले समय में कोर-बैंकिंग सेवा से लोगों को जोड़ने के लिए डाकघरों का काउंटर संभालेंगे।
मजबूत होगी सुरक्षा
बताया जाता है कि कोर-बैंकिंग शुरू होने के बाद डाक विभाग से जुड़े मनरेगा,पीपीएफ,आरडी,बचत खाता,एमआईएस,पेशन स्कीम को ही पहले चरण में बैकिंग में प्राथमिकता दी जाएगी। व्यवस्था लागू होने से पहले जिन मुख्य डाकघरों में कोर-बैकिंग से लोगों को जोड़ने की कवायद हो रही है, वहां सीसी कैमरे को पहले चरण में लगाया जाने लगा है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अधिकारी तय किया जाने की खबर है। जो डाकघर में आने-जाने वालों पर नजर रखेंगे।
कोर-बैंकिंग को शुरू करने से पहले की तैयारी और कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने को प्राथमिकता दी जा रही है। हां, सीसी कैमरे तो लगाए जा रहे और जरूरत पड़ने पर सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए जाएंगे। सेवा कब शुरू होगी, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
-एके सिंह, सहायक प्रवर अधीक्षक,रायपुर
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