दो हार्डकोर नक्सल डिप्टी कमांडर और कोंडागांव के पांच नक्सलियों ने सीआरपीएफ मुख्यालय में बुधवार को आत्मसमर्पण किया। इनमें दो नक्सली कमांडर लखमू उर्फ मलेश और बैजंती उर्फ क्रांति पर एक लाख 40 हजार स्र्पए का इनाम था। सीआरपीएफ 65 बटालियन के कमांडेंट सत्येंद्र सिंह ने बताया कि क्रांति और मलेश उदंती दलम एलओएसी में डिप्टी कमांडर थे। क्रांति गरियाबंद में एएसपी राजेश पंवार सहित दस पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात में शामिल थी। इसके साथ ही गरियाबंद में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के काफिले पर हुए ब्लास्ट में भी शामिल थी।
सत्येंद्र सिंह ने बताया कि क्रांति रिसगांव ब्लास्ट में शामिल थी। इसमें तीन सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी। क्रांति पूर्व विधायक डमस्र्धर पुजारी के घर में घुसकर, उनके सुरक्षाकर्मी की पिस्टल लेकर फरार हो गई थी। झोलाराव में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में क्रांति शामिल थी। इसमें तीन नक्सलियों को मारने में पुलिस को सफलता मिली थी। क्रांति और मलेश के पास इंसास राइफल थी, लेकिन इन दोनों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। ये सभी नक्सली पिछले दस साल से मैनपुर और गरियाबंद इलाके में सक्रिय थे।
इन लोगों को बस्तर से ओडिशा तक नक्सल कॉरिडॉर बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। उदंती दलम के डिप्टी कमांडर होने के कारण क्रांति और मलेश पर एक-एक लाख स्र्पए का इनाम था। इसके अलावा राज्य सरकार ने भी दोनों पर 40-40 हजार स्र्पए का इनाम घोषित किया था।
आईईडी लगाने में माहिर है सुकमान
बारदा दलम का सदस्य सुकमान आईईडी लाने में महिर है। उसने कांकेर, कोंडागांव क्षेत्र में सड़कों पर सैकड़ों बम लगाए। इसके लिए नक्सली कमांडर सुखदेव ने सुकमान को प्रशिक्षण भी दिया था। इसके अलावा इन नक्सलियों ने स्कूल भवनों में तोड़फोड़, सड़क कार्य में लगे वाहनों को जलाने और गांव में माओवादियों की मीटिंग कराने का भी काम किया है।
इन सात लोगों ने किया समर्पण
1. लखमू उर्फ मलेश-उदंती दलम में डिप्टी कमांडर
2. बैजंती उर्फ क्रांति-उदंती दलम में डिप्टी कमांडर
3. सुकमान-बारदा दलम सदस्य
4. मस्सू राम-बारदा दलम सदस्य
5. बज्जू - बारदा दलम सदस्य
6. रजऊ-बारदा दलम सदस्य
7. संतराम- बारदा दलम सदस्य
कोंडागांव में 4 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
कोंडागांव में बुधवार को चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। कोंडगांव एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि पूर्व बारदा जनमिलिशिया कमांडर सदा पिता सनउ, पूर्व बारदा एलओएस सदस्य दुकालु पिता मिठ्ठू, पूर्व बारदा एलओएस सदस्य श्रादू कावड़े पिता घस्सू, पूर्व बारदा एलओएस सदस्य मंगू राम पिता दुखाराम ने आत्मसमर्पण किया। ये पिछले पांच साल से सक्रिय थे।
सत्येंद्र सिंह ने बताया कि क्रांति रिसगांव ब्लास्ट में शामिल थी। इसमें तीन सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी। क्रांति पूर्व विधायक डमस्र्धर पुजारी के घर में घुसकर, उनके सुरक्षाकर्मी की पिस्टल लेकर फरार हो गई थी। झोलाराव में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में क्रांति शामिल थी। इसमें तीन नक्सलियों को मारने में पुलिस को सफलता मिली थी। क्रांति और मलेश के पास इंसास राइफल थी, लेकिन इन दोनों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। ये सभी नक्सली पिछले दस साल से मैनपुर और गरियाबंद इलाके में सक्रिय थे।
इन लोगों को बस्तर से ओडिशा तक नक्सल कॉरिडॉर बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। उदंती दलम के डिप्टी कमांडर होने के कारण क्रांति और मलेश पर एक-एक लाख स्र्पए का इनाम था। इसके अलावा राज्य सरकार ने भी दोनों पर 40-40 हजार स्र्पए का इनाम घोषित किया था।
आईईडी लगाने में माहिर है सुकमान
बारदा दलम का सदस्य सुकमान आईईडी लाने में महिर है। उसने कांकेर, कोंडागांव क्षेत्र में सड़कों पर सैकड़ों बम लगाए। इसके लिए नक्सली कमांडर सुखदेव ने सुकमान को प्रशिक्षण भी दिया था। इसके अलावा इन नक्सलियों ने स्कूल भवनों में तोड़फोड़, सड़क कार्य में लगे वाहनों को जलाने और गांव में माओवादियों की मीटिंग कराने का भी काम किया है।
इन सात लोगों ने किया समर्पण
1. लखमू उर्फ मलेश-उदंती दलम में डिप्टी कमांडर
2. बैजंती उर्फ क्रांति-उदंती दलम में डिप्टी कमांडर
3. सुकमान-बारदा दलम सदस्य
4. मस्सू राम-बारदा दलम सदस्य
5. बज्जू - बारदा दलम सदस्य
6. रजऊ-बारदा दलम सदस्य
7. संतराम- बारदा दलम सदस्य
कोंडागांव में 4 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
कोंडागांव में बुधवार को चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। कोंडगांव एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि पूर्व बारदा जनमिलिशिया कमांडर सदा पिता सनउ, पूर्व बारदा एलओएस सदस्य दुकालु पिता मिठ्ठू, पूर्व बारदा एलओएस सदस्य श्रादू कावड़े पिता घस्सू, पूर्व बारदा एलओएस सदस्य मंगू राम पिता दुखाराम ने आत्मसमर्पण किया। ये पिछले पांच साल से सक्रिय थे।
Source: Chhattisgarh Hindi News & MP News in Hindi
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