रतलाम से अपहरण कर मैसूर ले जाई जा रही दो मासूम बच्चियों ने बहादुरी दिखाते हुए यहां बैतूल स्टेशन पर चलती ट्रेन से कूद कर खुद को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचा लिया। मानव तस्करी का मामला सामने आते ही आरपीएफ भी हरकत में आ गई।
दोनों को अपने संरक्षण में लेकर आरोपियों को पकड़ने सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार रतलाम के एक व्यापारी की दो नाबालिग बेटियां सोमवार को मार्केट में चप्पलें सुधरवाने गई थीं। यहीं कुछ ट्रक ड्रायवरों ने उन्हें कोई नशीला पदार्थ सुंघा कर ट्रक से इटारसी ले आए।
इटारसी में दोनों को 2 युवकों व 1 महिला के सुपुर्द कर दिया। तीनों उन्हें लेकर पटना-सिंकदराबाद एक्सप्रेस से मैसूर जा रहे थे। रास्ते में जब दोनों बच्चियों ने उन्हें 40-40 हजार रुपए में बेचने की बात सुनी तो वे घबरा गईं। दोनों बच्चियों ने घोड़ाडोंगरी स्टेशन पर भी भागने की कोशिश की पर सफल नहीं हो पाईं।
सुबह 9.30 बजे जब ट्रेन बैतूल स्टेशन पर आई तो नाबालिगों में से बड़ी बहन, अपनी छोटी बहन को टॉयलेट के बहाने गेट तक ले आई और चलती ट्रेन से दोनों प्लेटफार्म पर कूद पड़ीं। बच्चियों के रिश्तेदार बैतूल में ही रहते हैं। ट्रेन से उतरते ही दोनों ने एक यात्री की मदद से अपने पिता और रिश्तेदार को खबर दी।
दोनों ने उन्हें तुरंत पुलिस के पास जाने को कहा। बच्चियों ने जब अपनी आपबीती आरपीएफ को सुनाई तो आरपीएफ ने तुरंत उन्हें अपने संरक्षण में लेकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। नागपुर तक अलर्ट आरपीएफ ने बैतूल से लेकर नागपुर तक के स्टेशनों पर अलर्ट कर दिया है।
बच्चियों के बताए हुलिए के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू करा दी है। आरपीएफ टीआई एसके कोष्टा के अनुसार आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं। बच्चियों के रेलवे स्टेशन पर होने की सूचना मिलते ही बैतूल में रहने वाले बच्चियों के रिश्तेदार व अन्य परिजन आ गए।
दोनों को अपने संरक्षण में लेकर आरोपियों को पकड़ने सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार रतलाम के एक व्यापारी की दो नाबालिग बेटियां सोमवार को मार्केट में चप्पलें सुधरवाने गई थीं। यहीं कुछ ट्रक ड्रायवरों ने उन्हें कोई नशीला पदार्थ सुंघा कर ट्रक से इटारसी ले आए।
इटारसी में दोनों को 2 युवकों व 1 महिला के सुपुर्द कर दिया। तीनों उन्हें लेकर पटना-सिंकदराबाद एक्सप्रेस से मैसूर जा रहे थे। रास्ते में जब दोनों बच्चियों ने उन्हें 40-40 हजार रुपए में बेचने की बात सुनी तो वे घबरा गईं। दोनों बच्चियों ने घोड़ाडोंगरी स्टेशन पर भी भागने की कोशिश की पर सफल नहीं हो पाईं।
सुबह 9.30 बजे जब ट्रेन बैतूल स्टेशन पर आई तो नाबालिगों में से बड़ी बहन, अपनी छोटी बहन को टॉयलेट के बहाने गेट तक ले आई और चलती ट्रेन से दोनों प्लेटफार्म पर कूद पड़ीं। बच्चियों के रिश्तेदार बैतूल में ही रहते हैं। ट्रेन से उतरते ही दोनों ने एक यात्री की मदद से अपने पिता और रिश्तेदार को खबर दी।
दोनों ने उन्हें तुरंत पुलिस के पास जाने को कहा। बच्चियों ने जब अपनी आपबीती आरपीएफ को सुनाई तो आरपीएफ ने तुरंत उन्हें अपने संरक्षण में लेकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। नागपुर तक अलर्ट आरपीएफ ने बैतूल से लेकर नागपुर तक के स्टेशनों पर अलर्ट कर दिया है।
बच्चियों के बताए हुलिए के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू करा दी है। आरपीएफ टीआई एसके कोष्टा के अनुसार आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं। बच्चियों के रेलवे स्टेशन पर होने की सूचना मिलते ही बैतूल में रहने वाले बच्चियों के रिश्तेदार व अन्य परिजन आ गए।
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