एसईसीएल के गेवरा विस्तार परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई ग्राम पोड़ी में प्रशासन ने डंडे की जोर पर की। महिलाओं को घरों से बाल पकड़कर न केवल घसीटते हुए निकाला गया, बल्कि लाठी से बर्बरतापूर्वक पीटा गया। महिलाएं बिलखती रहीं, पर प्रशासन का दिल नहीं पसीजा। जो भी सामने आया, बस उस पर डंडे बरसाए और जबरिया बस में डालकर चौकी ले गए। मकानों का सामान बाहर निकालकर जेसीबी चला दिया गया।
हरदीबाजार पुलिस चौकी के अंतर्गत ग्राम पोड़ी में पुलिस का यह रूप देख लोग थर्रा उठे। गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे 100 से अधिक पुलिस के जवानों के साथ कटघोरा के तहसीलदार एके मार्बल यहां पहुंचे। पुलिस के जवानों के अलावा सीआईएसएपᆬ व एसईसीएल के सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। डंडा लहराते पहुंची पुलिस ने यहां पिछले दो साल से मकान खाली नहीं करने की जिद पर अड़े तीन परिवारों पर कहर बरपाया। 60 साल की वृद्घा रीता आदिले की 25 डिसमिल जमीन का अधिग्रहण एसईसीएल प्रबंधन ने किया है।
बाल पकड़कर घसीटते हुए ले गए
वह न तो अपना जमीन देना चाहती थी और नहीं पुश्तैनी मकान। उसके साथ उसकी 4 बेटियां बबीता, ललिता, सविता व अनिता आदिले रहती हैं। पुलिस मकान खाली कराने पहुंचा तो बबीता ने इसका विरोध किया। इस पर महिला पुलिसकर्मी उस पर झपट पड़े और बाल पकड़कर घसीटते हुए पिटाई करने लगे। इसके साथ ही रीता आदिले व उसकी चारों बेटियों को महिला पुलिसकर्मियों ने अपना निशाना बनाया।
हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि करीब आधे घंटे तक पुलिसकर्मियों ने इन महिलाओं पर कहर बरपाया। पुलिसकर्मी अपने साथ लाई बस में महिलाओं को डालने की कोशिश में लगे रहे। बस में नहीं चढ़ने की जिद पर अड़ी महिलाओं को एक बार पिᆬर प्रशासन के इशारे पर पीटा गया। प्रशासन की संवेदनहीनता के आगे आदिले परिवार की एक न चली और बस में डालकर पुलिस उन्हें ले गई।
ढहा दिए मकान
इसी प्रकार फुलेश्वरी बाई पति रामप्रसाद व बिहारी लाल (70) का मकान भी खाली कराया जाना था। यह सब देखकर उनके हौसले पस्त हो गए। डंडे की जोर पर एसईसीएल प्रबंधन ने तीनों मकान एक-एक कर जेसीबी से ढहा दिया। घर में रखे सामानों को बाहर निकालकर ट्रक में डाल दिया गया । इस पूरी कार्रवाई के दौरान तहसीलदार श्री मार्बल के अलावा हरदीबाजार पुलिस चौकी प्रभारी आरपी द्विवेदी, सीआईएसएफ के निरीक्षक योगेश कुमार दक्ष व एसईसीएल के नोडल अधिकारी अविनाश शुक्ला मौजूद रहे।
हरदीबाजार पुलिस चौकी के अंतर्गत ग्राम पोड़ी में पुलिस का यह रूप देख लोग थर्रा उठे। गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे 100 से अधिक पुलिस के जवानों के साथ कटघोरा के तहसीलदार एके मार्बल यहां पहुंचे। पुलिस के जवानों के अलावा सीआईएसएपᆬ व एसईसीएल के सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। डंडा लहराते पहुंची पुलिस ने यहां पिछले दो साल से मकान खाली नहीं करने की जिद पर अड़े तीन परिवारों पर कहर बरपाया। 60 साल की वृद्घा रीता आदिले की 25 डिसमिल जमीन का अधिग्रहण एसईसीएल प्रबंधन ने किया है।
बाल पकड़कर घसीटते हुए ले गए
वह न तो अपना जमीन देना चाहती थी और नहीं पुश्तैनी मकान। उसके साथ उसकी 4 बेटियां बबीता, ललिता, सविता व अनिता आदिले रहती हैं। पुलिस मकान खाली कराने पहुंचा तो बबीता ने इसका विरोध किया। इस पर महिला पुलिसकर्मी उस पर झपट पड़े और बाल पकड़कर घसीटते हुए पिटाई करने लगे। इसके साथ ही रीता आदिले व उसकी चारों बेटियों को महिला पुलिसकर्मियों ने अपना निशाना बनाया।
हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि करीब आधे घंटे तक पुलिसकर्मियों ने इन महिलाओं पर कहर बरपाया। पुलिसकर्मी अपने साथ लाई बस में महिलाओं को डालने की कोशिश में लगे रहे। बस में नहीं चढ़ने की जिद पर अड़ी महिलाओं को एक बार पिᆬर प्रशासन के इशारे पर पीटा गया। प्रशासन की संवेदनहीनता के आगे आदिले परिवार की एक न चली और बस में डालकर पुलिस उन्हें ले गई।
ढहा दिए मकान
इसी प्रकार फुलेश्वरी बाई पति रामप्रसाद व बिहारी लाल (70) का मकान भी खाली कराया जाना था। यह सब देखकर उनके हौसले पस्त हो गए। डंडे की जोर पर एसईसीएल प्रबंधन ने तीनों मकान एक-एक कर जेसीबी से ढहा दिया। घर में रखे सामानों को बाहर निकालकर ट्रक में डाल दिया गया । इस पूरी कार्रवाई के दौरान तहसीलदार श्री मार्बल के अलावा हरदीबाजार पुलिस चौकी प्रभारी आरपी द्विवेदी, सीआईएसएफ के निरीक्षक योगेश कुमार दक्ष व एसईसीएल के नोडल अधिकारी अविनाश शुक्ला मौजूद रहे।
Source: Chhattisgarh Hindi News & MP Hindi News
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