रतलाम के एक नमक व्यापारी की दो बेटियों को ट्रक वालों ने अपहरण कर इटारसी में मानव तस्करी करने वाले एक महिला सहित तीन लोगों को सौंप दिया। इन बच्चियों ने बैतूल स्टेशन पर ट्रेन से कूदकर खुद को अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया। आरपीएफ ने बच्चियों के बयान लेने के साथ ही तीनों आरोपियों के हुलिये का जिक्र कर जयपुर-मैसूर ट्रेन के लिए बैतूल से लेकर नागपुर तक अलर्ट कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार की शाम रतलाम के नमक व्यापारी दिलीप राठौर की दो बेटियां पायल (13) और तृप्ति (8) घर से ही कहीं थीं और वे वापस लौट रही थीं कि रास्ते में एक ट्रक वाले दो व्यक्ति उन्हें मिल गए। उन्होंने बातों ही बातों में दोनों को कुछ सूंघाकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद जब उन्हें होश आया तो वे काफी दूर आ गए थे।
पायल ने पुलिस को दिए बयान के मुताबिक इटारसी में ट्रक वालों ने एक महिला और दो अन्य व्यक्तियों को उन्हें सौंप दिया। महिला व उसके दो साथी दोनों बहनों को जयपुर-मैसूर ट्रेन में बैठाकर इटारसी से रवाना हुए लेकिन रास्ते में पायल ने उनकी बातचीत सुन ली। वे आपस में बात कर रहे थे इन लड़कियों को मैसूर ले चलते हैं और वहां 40-40 हजार रुपए में बेच देंगे।
पायल को इससे डर लगा और उसने घोड़ाडोंगरी के पास चलती ट्रेन से कूदने की कोशिश की लेकिन अपहरणकर्ताओं ने उसे खींच लिया। बाद में दोनों को धमकाया कि अगर किसी को कुछ भी बताया तो वे उन्हें गोली से मार देंगे। इस बीच बैतूल स्टेशन आया गया।
मामा का घर बैतूल में है
पायल ने पुलिस को बताया कि उसे ध्यान आया कि मामा का घर बैतूल में है तो उसने ट्रेन के चलने पर अपनी बहन को वॉशरूम ले जाने का बहाना तीनों की नजरें बचाकर गेट तक आ गई। ट्रेन प्लेटफार्म पर ही थी कि उसने अपनी बहन के साथ छलांग लगा दी और एक व्यक्ति की मदद से अपने पिता दिलीप को मोबाइल कर दिया। दिलीप ने मोबाइल पर इसकी जानकारी बैतूल में रहने वाले अपने साले आशीष राठौर को दी। आशीष ने स्टेशन पहुंचकर दोनों बच्चियों को साथ लिया और आरपीएफ थाने पहुंच गए।
नागपुर तक अलर्ट
आरपीएफ और जीआरपी ने बच्चियों के बयानों के आधार पर तीनों अपहरणकर्ताओं के हुलियों का जिक्र करते हुए नागपुर तक आरपीएफ और जीआरपी को अलर्ट कर दिया है। सभी ट्रेनों में तलाशी लेने को कहा है। जयपुर-मैसूर ट्रेन पर विशेष नजर रखने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार की शाम रतलाम के नमक व्यापारी दिलीप राठौर की दो बेटियां पायल (13) और तृप्ति (8) घर से ही कहीं थीं और वे वापस लौट रही थीं कि रास्ते में एक ट्रक वाले दो व्यक्ति उन्हें मिल गए। उन्होंने बातों ही बातों में दोनों को कुछ सूंघाकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद जब उन्हें होश आया तो वे काफी दूर आ गए थे।
पायल ने पुलिस को दिए बयान के मुताबिक इटारसी में ट्रक वालों ने एक महिला और दो अन्य व्यक्तियों को उन्हें सौंप दिया। महिला व उसके दो साथी दोनों बहनों को जयपुर-मैसूर ट्रेन में बैठाकर इटारसी से रवाना हुए लेकिन रास्ते में पायल ने उनकी बातचीत सुन ली। वे आपस में बात कर रहे थे इन लड़कियों को मैसूर ले चलते हैं और वहां 40-40 हजार रुपए में बेच देंगे।
पायल को इससे डर लगा और उसने घोड़ाडोंगरी के पास चलती ट्रेन से कूदने की कोशिश की लेकिन अपहरणकर्ताओं ने उसे खींच लिया। बाद में दोनों को धमकाया कि अगर किसी को कुछ भी बताया तो वे उन्हें गोली से मार देंगे। इस बीच बैतूल स्टेशन आया गया।
मामा का घर बैतूल में है
पायल ने पुलिस को बताया कि उसे ध्यान आया कि मामा का घर बैतूल में है तो उसने ट्रेन के चलने पर अपनी बहन को वॉशरूम ले जाने का बहाना तीनों की नजरें बचाकर गेट तक आ गई। ट्रेन प्लेटफार्म पर ही थी कि उसने अपनी बहन के साथ छलांग लगा दी और एक व्यक्ति की मदद से अपने पिता दिलीप को मोबाइल कर दिया। दिलीप ने मोबाइल पर इसकी जानकारी बैतूल में रहने वाले अपने साले आशीष राठौर को दी। आशीष ने स्टेशन पहुंचकर दोनों बच्चियों को साथ लिया और आरपीएफ थाने पहुंच गए।
नागपुर तक अलर्ट
आरपीएफ और जीआरपी ने बच्चियों के बयानों के आधार पर तीनों अपहरणकर्ताओं के हुलियों का जिक्र करते हुए नागपुर तक आरपीएफ और जीआरपी को अलर्ट कर दिया है। सभी ट्रेनों में तलाशी लेने को कहा है। जयपुर-मैसूर ट्रेन पर विशेष नजर रखने को कहा है।
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