सिंडिकेट बैंक रिश्वत मामले में सीबीआई दिल्ली की टीम ने भोपाल सहित आसपास के क्षेत्रों में अनेक जगह भोपाल के हवाला कारोबारी पुरुषोत्तम तोतलानी की तलाश में दबिश दी लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। पुनीत और विनीत गोधा को अदालत ने 25 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का निर्णय सुना दिया है।
सीबीआई की दिल्ली टीम ने तोतलानी के सभी संभावित ठिकानों पर छापे मारकर उसके बारे में पूछताछ की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। तोतलानी की पत्नी और बच्चे उसकी बहन के घर पर हैं। सीबीआई उसके परिजनों, रिश्तेदारों और मित्रों पर भी नजर रखे हुए है। उसके घर वालों का कहना है कि फरार होने के बाद उसने उन्हें भी कोई इत्तला नहीं दी।
गोधा बंधुओं तक घूस की रकम पहुंचाने में तोतलानी की ही प्रमुख भूमिका थी। इसलिए सीबीआई उसे ढूंढने में जुटी है। कोर्ट ने तोतलानी के नाम अभी गैर जमानती वारंट निकाल दिया है, यदि जल्दी ही वह सीबीआई के सामने पेश नहीं हुआ तो उसके खिलाफ फरार घोषित करने के अलावा संपत्ति कुर्की की कार्रवाई भी हो सकती है।
सीबीआई की हिरासत में रहे गोधा बंधुओं की सोमवार को रिमांड अवधि खत्म हो गई। उनसे पूछताछ के दौरान दिल्ली सीबीआई को इस मामले से जुड़े अनेक सुराग मिले हैं। गोधा बंधु और सिंडिकेट बैंक के सीएमडी रहे उनके बहनोई एसके जैन से भी लगातार पूछताछ चलती रही। सोमवार को रिमांड अवधि खत्म होते ही कोर्ट ने गोधा बंधुओं को 25 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया है।
पाक हवाला रैकेट में भी गोधा की भूमिका की पड़ताल
वहीं पुनीत गोधा का नाम पाकिस्तान से संचालित हवाला कारोबार में जुड़ने के बाद सीआईडी ने सबूत तलाशने शुरू कर दिए हैं। सीआईडी जेल में बंद उन आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में है जिन्हें 7 जून को दवा बाजार स्थित वर्धमान प्लाजा से पकड़ा गया था। प्लाजा का मालिक पुनीत है जिसके इशारे पर पाक हवाला कारोबार चलाने वाले एजेंट धर्मेंद्र प्रजापति को ठहराया गया था।
प्रजापति सहित अशोका गार्डन में रहने वाले बृजेश पटेल और राजीव पटेल नामक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया था, जो भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं। सीआईडी ने इसी मामले में भोपाल के हवाला कारोबारी पुरूषोत्तम तोतलानी को भी आरोपी बनाया है। पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे के मुताबिक सीआईडी की गिरफ्त में आए सभी आरोपी तोतलानी के इशारे पर काम करते थे।
मूलत: गुजरात के मेहसाणा का निवासी धर्मेंद्र प्रजापति सीआईडी को दिए बयान में कबूल कर चुका है किगोधा ब्रदर्स से पहचान के चलते उसे वर्धमान प्लाजा में रहने की इजाजत मिली थी। प्रकरण में अब तक की पूछताछ में ये तथ्य सामने आया है कि लॉटरी रैकेट के मुख्य आरोपी जावेद और ईश्क हैं जो पाकिस्तान से गिरोह का संचालन करते हैं।
सीबीआई की दिल्ली टीम ने तोतलानी के सभी संभावित ठिकानों पर छापे मारकर उसके बारे में पूछताछ की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। तोतलानी की पत्नी और बच्चे उसकी बहन के घर पर हैं। सीबीआई उसके परिजनों, रिश्तेदारों और मित्रों पर भी नजर रखे हुए है। उसके घर वालों का कहना है कि फरार होने के बाद उसने उन्हें भी कोई इत्तला नहीं दी।
गोधा बंधुओं तक घूस की रकम पहुंचाने में तोतलानी की ही प्रमुख भूमिका थी। इसलिए सीबीआई उसे ढूंढने में जुटी है। कोर्ट ने तोतलानी के नाम अभी गैर जमानती वारंट निकाल दिया है, यदि जल्दी ही वह सीबीआई के सामने पेश नहीं हुआ तो उसके खिलाफ फरार घोषित करने के अलावा संपत्ति कुर्की की कार्रवाई भी हो सकती है।
सीबीआई की हिरासत में रहे गोधा बंधुओं की सोमवार को रिमांड अवधि खत्म हो गई। उनसे पूछताछ के दौरान दिल्ली सीबीआई को इस मामले से जुड़े अनेक सुराग मिले हैं। गोधा बंधु और सिंडिकेट बैंक के सीएमडी रहे उनके बहनोई एसके जैन से भी लगातार पूछताछ चलती रही। सोमवार को रिमांड अवधि खत्म होते ही कोर्ट ने गोधा बंधुओं को 25 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया है।
पाक हवाला रैकेट में भी गोधा की भूमिका की पड़ताल
वहीं पुनीत गोधा का नाम पाकिस्तान से संचालित हवाला कारोबार में जुड़ने के बाद सीआईडी ने सबूत तलाशने शुरू कर दिए हैं। सीआईडी जेल में बंद उन आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में है जिन्हें 7 जून को दवा बाजार स्थित वर्धमान प्लाजा से पकड़ा गया था। प्लाजा का मालिक पुनीत है जिसके इशारे पर पाक हवाला कारोबार चलाने वाले एजेंट धर्मेंद्र प्रजापति को ठहराया गया था।
प्रजापति सहित अशोका गार्डन में रहने वाले बृजेश पटेल और राजीव पटेल नामक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया था, जो भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं। सीआईडी ने इसी मामले में भोपाल के हवाला कारोबारी पुरूषोत्तम तोतलानी को भी आरोपी बनाया है। पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे के मुताबिक सीआईडी की गिरफ्त में आए सभी आरोपी तोतलानी के इशारे पर काम करते थे।
मूलत: गुजरात के मेहसाणा का निवासी धर्मेंद्र प्रजापति सीआईडी को दिए बयान में कबूल कर चुका है किगोधा ब्रदर्स से पहचान के चलते उसे वर्धमान प्लाजा में रहने की इजाजत मिली थी। प्रकरण में अब तक की पूछताछ में ये तथ्य सामने आया है कि लॉटरी रैकेट के मुख्य आरोपी जावेद और ईश्क हैं जो पाकिस्तान से गिरोह का संचालन करते हैं।
View : Newspaper
No comments:
Post a Comment