छत्तीसगढ़ में रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद विमानतल के अलावा चार और बड़े शहरों में विमानतल विकसित किए जाएंगे। इनमें रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर और जगदलपुर शामिल हैं। राज्य सरकार ने एयरपोर्ट विकसित करने की योजनाओं में इन शहरों को शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
विमानन विभाग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक हाल ही में केंद्र सरकार ने पचास नए छोटे एयरपोर्ट बनाने की योजना में छत्तीसगढ़ के दो शहरों बिलासपुर व रायगढ़ का चयन किया है। राज्य सरकार एक साल पहले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ रायगढ़ में एयरपोर्ट बनाने के लिए एमओयू भी कर चुकी है। वहीं बिलासपुर के चकरभाठा में एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी भी कर ली गई है। बताया गया है कि बिलासपुर औद्योगिक संस्थानों के अलावा शैक्षणिक और वाणिज्यिक गतिविधियों का भी केन्द्र है।
यहां एनटीपीसी, एसईसीएल, रेलवे जोन, केंद्रीय विश्वविद्यालय के अलावा राज्य के दो विश्वविद्यालय हैं। अंबिकापुर व जगदलपुर क्षेत्र में पर्यटन तथा औद्योगिक विकास काफी हुआ है। हवाई सेवा प्रारंभ होने से इन क्षेत्रों के विकास में तेजी आएगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पिछले माह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात कर बिलासपुर, जगदलपुर वअंबिकापुर में एयरपोर्ट बनाने का अनुरोध किया था। केंद्रीय मंत्री इस पर सहमति दे चुके हैं। विमानन विभाग द्वारा जगदलपुर हवाई पट्टी पर नाइट लैंडिंग की सुविधा के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को लगभग सवा करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है।
यहां है हवाईपट्टी
वर्तमान में प्रदेश के अंबिकापुर (दरिमा), बिलासपुर, भिलाई (नंदनी), जगदलपुर, जशपुर, रायगढ़ व कोरबा में हवाई पट्टी है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने चार सौ एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को उपलब्ध कराई है।
'प्रदेश के बड़े शहरों में एयरपोर्ट विकसित किए जाने के लिए प्लान बनाया गया है। राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर व जगदलपुर में एयरपोर्ट विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।' - आरएस विश्वकर्मा, सचिव, विमानन विभाग
विमानन विभाग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक हाल ही में केंद्र सरकार ने पचास नए छोटे एयरपोर्ट बनाने की योजना में छत्तीसगढ़ के दो शहरों बिलासपुर व रायगढ़ का चयन किया है। राज्य सरकार एक साल पहले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के साथ रायगढ़ में एयरपोर्ट बनाने के लिए एमओयू भी कर चुकी है। वहीं बिलासपुर के चकरभाठा में एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी भी कर ली गई है। बताया गया है कि बिलासपुर औद्योगिक संस्थानों के अलावा शैक्षणिक और वाणिज्यिक गतिविधियों का भी केन्द्र है।
यहां एनटीपीसी, एसईसीएल, रेलवे जोन, केंद्रीय विश्वविद्यालय के अलावा राज्य के दो विश्वविद्यालय हैं। अंबिकापुर व जगदलपुर क्षेत्र में पर्यटन तथा औद्योगिक विकास काफी हुआ है। हवाई सेवा प्रारंभ होने से इन क्षेत्रों के विकास में तेजी आएगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पिछले माह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात कर बिलासपुर, जगदलपुर वअंबिकापुर में एयरपोर्ट बनाने का अनुरोध किया था। केंद्रीय मंत्री इस पर सहमति दे चुके हैं। विमानन विभाग द्वारा जगदलपुर हवाई पट्टी पर नाइट लैंडिंग की सुविधा के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को लगभग सवा करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है।
यहां है हवाईपट्टी
वर्तमान में प्रदेश के अंबिकापुर (दरिमा), बिलासपुर, भिलाई (नंदनी), जगदलपुर, जशपुर, रायगढ़ व कोरबा में हवाई पट्टी है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने चार सौ एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को उपलब्ध कराई है।
'प्रदेश के बड़े शहरों में एयरपोर्ट विकसित किए जाने के लिए प्लान बनाया गया है। राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर व जगदलपुर में एयरपोर्ट विकसित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।' - आरएस विश्वकर्मा, सचिव, विमानन विभाग
No comments:
Post a Comment