नवभारत डेटोनेटिंग फ्यूज फैक्ट्री हादसे में फैक्ट्री संचालक समेत प्रबंधन से जुड़े चार लोगों के खिलाफ गैरजमानती अपराध कायम होने के बाद भी उनकी गिरफ्तारी न होने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। मजदूर संगठन से जुड़े नेताओं का आरोप है कि फैक्ट्री संचालक के सत्तापक्ष से जुड़े होने के कारण पुलिस के हाथ कांप रहे हैं। घटना के बारह दिन बाद भी अभी तक पुलिस ने गिरफ्तारी तो दूर, उनका बयान तक दर्ज नहीं किया और न ही किसी तरह की नोटिस जारी की है। इधर पुलिस द्वारा बार-बार विस्फोटक से संबंधित दस्तावेज मांगने के बाद भी कंपनी प्रबंधन द्वारा दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं।
अभनपुर पुलिस का कहना है कि दस्तावेज न मिलने की वजह से जांच ठप पड़ गई है। पुलिस की एफएसएल रिपोर्ट भी इसकी वजह से रुकी है। विस्फोटक संगठन नागपुर ने जिला प्रशासन को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी है, जबकि कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम संजय अग्रवाल जांच कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोटक संगठन नागपुर और फोरेंसिक जांच में विस्फोट के पीछे कारखाने में भारी मात्रा में हाई एक्सप्लोसिव का असुरक्षित ढंग से रखा होना पाया गया है।
फोरेंसिक विशेषज्ञ शिवजी सिंह ने घटनास्थल पर निरीक्षण करने पर यह पाया कि प्रबंधन की भारी चूक के चलते भीषण विस्फोट हुआ, जिससे मजदूरों की मौत हुई। मलबे में दबे मिले 75 हजार मीटर से अधिक फ्यूज से पता चलता है कि वहां पर कितनी मात्रा में हाई एक्सप्लोसिव रखे थे। गौरतलब है कि हादसे के 30 घंटे बाद भारी दबाव में अभनपुर थाने में फैक्ट्री संचालक विशाल सिंह, मैनेजर राजेश्वर सिंह, सुपरवाइजर जितेंद्र निषाद समेत चार लोगों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का अपराध तो कायम कर लिया गया, लेकिन किसी भी नामजद आरोपी से अब तक विस्तृत पूछताछ नहीं हो पाई है और न ही पुलिस ने किसी तरह की सख्ती दिखाने की कोशिश की है।
फैक्ट्री मालिकों को संरक्षण-विधायक
अभनपुर के कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने नईदुनिया से चर्चा में आरोप लगाया कि फैक्ट्री संचालकों को शासन-प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए उनकी न तो गिरफ्तारी की जा रही है न ही पूछताछ। पुलिस ने अभी तक पूछताछ करने उन लोगों को थाने में बुलाया तक नहीं। अगर इस तरह की घटना किसी आम फैक्ट्री में होती तो संचालक की गिरफ्तारी में जरा भी देर नहीं की जाती।
हादसे के जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करें-भाकपा
भाकपा (माले) रेड स्टार के राज्य सचिव कॉमरेड सौरा यादव ने हादसे के जिम्मेदार लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने के साथ हाईकोर्ट के न्यायाधीश के नेतृत्व में जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक घरानों तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों का सरकार पर वर्चस्व है। मजदूरों की हालत अत्यंत दयनीय है। म संगठनों के कार्य नगण्य हैं। निजी ठेकेदार मालिकों के इशारों पर मजदूरों का जमकर शोषण कर रहे हैं। म कानूनों का उल्लंघन सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। मजदूरों के आंदोलनों को दबाने का हमेशा प्रयास किया जा रहा है।
फैक्ट्री प्रबंधन से सेफ्टी मेजर की जानकारी मांगी गई है, लेकिन अभी तक नहीं मिल पाई है। अब नोटिस जारी कर आरोपियों को तलब किया जाएगा।
मुकेश खरे, सीएसपी माना
अभनपुर पुलिस का कहना है कि दस्तावेज न मिलने की वजह से जांच ठप पड़ गई है। पुलिस की एफएसएल रिपोर्ट भी इसकी वजह से रुकी है। विस्फोटक संगठन नागपुर ने जिला प्रशासन को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी है, जबकि कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम संजय अग्रवाल जांच कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि विस्फोटक संगठन नागपुर और फोरेंसिक जांच में विस्फोट के पीछे कारखाने में भारी मात्रा में हाई एक्सप्लोसिव का असुरक्षित ढंग से रखा होना पाया गया है।
फोरेंसिक विशेषज्ञ शिवजी सिंह ने घटनास्थल पर निरीक्षण करने पर यह पाया कि प्रबंधन की भारी चूक के चलते भीषण विस्फोट हुआ, जिससे मजदूरों की मौत हुई। मलबे में दबे मिले 75 हजार मीटर से अधिक फ्यूज से पता चलता है कि वहां पर कितनी मात्रा में हाई एक्सप्लोसिव रखे थे। गौरतलब है कि हादसे के 30 घंटे बाद भारी दबाव में अभनपुर थाने में फैक्ट्री संचालक विशाल सिंह, मैनेजर राजेश्वर सिंह, सुपरवाइजर जितेंद्र निषाद समेत चार लोगों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का अपराध तो कायम कर लिया गया, लेकिन किसी भी नामजद आरोपी से अब तक विस्तृत पूछताछ नहीं हो पाई है और न ही पुलिस ने किसी तरह की सख्ती दिखाने की कोशिश की है।
फैक्ट्री मालिकों को संरक्षण-विधायक
अभनपुर के कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने नईदुनिया से चर्चा में आरोप लगाया कि फैक्ट्री संचालकों को शासन-प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए उनकी न तो गिरफ्तारी की जा रही है न ही पूछताछ। पुलिस ने अभी तक पूछताछ करने उन लोगों को थाने में बुलाया तक नहीं। अगर इस तरह की घटना किसी आम फैक्ट्री में होती तो संचालक की गिरफ्तारी में जरा भी देर नहीं की जाती।
हादसे के जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करें-भाकपा
भाकपा (माले) रेड स्टार के राज्य सचिव कॉमरेड सौरा यादव ने हादसे के जिम्मेदार लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने के साथ हाईकोर्ट के न्यायाधीश के नेतृत्व में जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक घरानों तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियों का सरकार पर वर्चस्व है। मजदूरों की हालत अत्यंत दयनीय है। म संगठनों के कार्य नगण्य हैं। निजी ठेकेदार मालिकों के इशारों पर मजदूरों का जमकर शोषण कर रहे हैं। म कानूनों का उल्लंघन सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। मजदूरों के आंदोलनों को दबाने का हमेशा प्रयास किया जा रहा है।
फैक्ट्री प्रबंधन से सेफ्टी मेजर की जानकारी मांगी गई है, लेकिन अभी तक नहीं मिल पाई है। अब नोटिस जारी कर आरोपियों को तलब किया जाएगा।
मुकेश खरे, सीएसपी माना
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