Tuesday 26 August 2014

ABVP student leaders beaten by police

अभाविप और भाजयुमो से जुड़े छात्र नेताओं की वर्चस्व की लड़ाई में सोमवार को फिर फसाद हुआ। अभाविप के छात्र नेता गवर्मेंट आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज बंद करवाने पहुंचे। हॉकी, डंडे से लैस दोनों पक्ष एक-दूसरे पर घात लगाए बैठे थे। भंवरकुआं थाने के सामने छात्र नेता जुटने लगे। हंगामे की आशंका में पुलिस ने छात्र नेताओं पर लाठियां भांजी। भंवरकुआं चौराहे से यूनिवर्सिटी तक अभाविप के छात्र नेताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया।

दो दिन पहले अभाविप और भाजयुमो से जुड़े छात्र नेताओं के बीच जीएसीसी में वर्चस्व की बात पर झगड़ा और मारपीट हुई थी। अभाविप ने सोमवार को जीएसीसी को बंद करवाने की घोषणा की थी। इसके लिए सुबह 10 बजे से अभाविप के कार्यकर्ता होलकर कॉलेज में जमा होने लगे। इस बीच भाजयुमो से जुड़े दूसरे गुट को सबक सिखाने की तैयारी भी होने लगी। कॉलेज बंद करवाने से पहले ही छात्र नेताओं ने एक-दूसरे से उलझने की पूरी तैयारी कर ली थी। होलकर कॉलेज में अभाविप के छात्र नेताओं के पास कार्यकर्ता सूचना भेजते रहे कि दूसरा गुट हॉस्टल के छात्रों के साथ हमले की तैयारी कर रहा है।

इस बीच अभाविप के कार्यकर्ताओं ने घोषणा कर दी कि दूसरे गुट के फिरोज को अपने कार्यकर्ताओं ने आईटी पार्क चौराहे के पास पकड़ लिया है। करीब 11 बजे अभाविप कार्यकर्ता बीआरटीएस लांघते हुए जीएसीसी में पहुंच गए। कार्यकर्ता घंटेभर तक कॉलेज परिसर में नारेबाजी करते रहे। कॉलेज बंद करवाने की मांग पर कार्यकर्ताओं की प्राचार्य प्रो.एसएल गर्ग से बहस हुई। कार्यकर्ताओं को कक्षाओं में घुसने नहीं दिया गया। इस बीच पुलिस ने ही छात्रों को कॉलेज से भगा दिया। अभाविप कार्यकर्ताओं ने कॉलेज बंद होने के बाद प्राचार्य को ज्ञापन दिया और फिर भंवरकुआं थाने की ओर रवाना हो गए।

कार चढ़ा भागा

कॉलेज से निकले करीब 25 अभाविप कार्यकर्ताओं ने एबी रोड से भंवरकुआं थाने की ओर दौड़ लगा दी। इस बीच अभाविप के मुन्ना हार्डिया समेत कुछ और कार्यकर्ता थाने पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे गुट के फिरोज खान, अंकुर चौहान आदि ने आईटी पार्क चौराहे पर उन्हें पीटा और कार चढ़ाने की कोशिश की। थाने के सामने डंडे, स्टंप से लैस कार्यकर्ताओं की भीड़ को पुलिस ने लाठियां भांज कर खदेड़ने की कोशिश की। इस बीच जीएसीसी की ओर से एक और झुंड दौड़ता हुआ थाने की ओर आया। पुलिस फोर्स ने भी कार्यकर्ताओं की ओर दौड़ लगा दी। इसके बाद यूनिवर्सिटी तक कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। कुछ देर तक चौराहे पर अफरा-तफरी मच गई।

आठ से ज्यादा हिरासत में

पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल अभाविप के कार्यकर्ताओं को यूनिवर्सिटी कैंपस तक पीछाकर पकड़ा। अभाविप के संगठन मंत्री राहुल पांचाल, प्रबल भार्गव, आशीष हार्डिया समेत करीब आठ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। आधे कार्यकर्ता भाग गए।

पिटने के बाद जूस मिला

अभाविप पदाधिकारियों की पिटाई की खबर सुनकर अभाविप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सचिन शर्मा, मनस्वी पाटीदार, एल्डरमैन बलराम वर्मा भंवरकुआं थाने पहुंचे और सीएसपी आदित्यप्रताप सिंह, टीआई प्रदीपसिंह राणावत के सामने कार्यकर्ताओं की पिटाई का विरोध जताया। पुलिस से कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को छोड़ने की मांग की गई। संगठन मंत्री को पीटे जाने पर नेताओं ने विरोध जताया।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि छात्र नेता हथियार और डंडे लेकर माहौल बिगाड़ रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने बाद में पीटे गए पदाधिकारियों को जूस पिलाया। दोपहर ढाई बजे कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया गया। इसके बाद अभाविप के नेता दूसरे पक्ष के खिलाफ एफआईआर करवाने की मांग करने लगे। बाद में घायल मुन्ना हार्डिया और कुछ कार्यकर्ताओं को मेडिकल के लिए एमवाय अस्पताल पहुंचाया। -नप्र

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