Tuesday 26 August 2014

Stepmother and father beating the child thrown into bushes

'पापा और मम्मी रोज मुझे मारते हैं। झाड़ू-पोंछा लगवाते हैं। खाने को भी कुछ नहीं देते। आज मैंने मना किया तो उन्होंने मुझे खूब मारा।' जहांगीराबाद इलाके में झाड़ियों में मिली 5 साल की मासूम की कहानी सुनकर वहां मौजूद महिलाओं की आंखें भर आईं। मासूम की एक आंख सूजी हुई थीं और पीठ पर चोट के गहरे निशान थे। महिलाओं ने बच्ची को वहां से पुलिस को सौंप दिया। जुल्म करने वाला और कोई नहीं बल्कि उसकी सौतेली मां और पिता है।

जहांगीराबाद पुलिस के मुताबिक नेपाली मुहल्ला भीम नगर निवासी रामशय पटेल मजदूरी करता है। उसकी पहली पत्नी ममता से उसे 5 साल पहले बेटी प्रियंका हुई थी। ममता की मौत के बाद रामशय अपनी बहन की ननद उर्मिला पटेल को अपने पास ले आया। सौतेली मां होने के कारण उर्मिला के कहने पर रामशय ने मासूम पर जुल्म की इंतहा कर दी। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि वह दोनों बच्ची से रोज ही मारपीट करते थे, लेकिन कोई कुछ नहीं बोल पाया।

सोमवार सुबह करीब 8 बजे उन्होंने बच्ची को पीटने के बाद पास की झाड़ियों में फेंक दिया था। वहां से गुजर रही कुछ महिलाओं ने जब बच्ची के सिसकने की आवाज सुनी तो उन्होंने झाड़ियों जाकर देखा। वहां उन्हें बच्ची रोते हुए मिली। चाइल्ड लाइन की टीम भी सूचना मिलते ही जहांगीराबाद पुलिस थाने पहुंच गई। पुलिस ने आरोपी रामशय और उर्मिला को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों पर कई धाराओं में प्रकरण दर्ज किए हैं। बच्ची को चाइल्ड लाइन ने अपने पास रखा है।

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