Tuesday 26 August 2014

Saraswati school gang war

पाटन के ओमकार नामदेव सरस्वती विद्यालय में सीनियर और जूनियर छात्रों में चल रही वर्चस्व की लड़ाई को लेकर मंगलवार को एक जूनियर छात्र के भाई और दो अन्य युवकों ने सीनियर छात्र पर बका से जानलेवा हमलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल छात्र को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने जूनियर छात्र के भाई सहित तीन युवकों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है, तीनों आरोपी फरार हैं।

थाना प्रभारी जिया खुर्शीद खान ने बताया कि धनेटा गांव निवासी अमित चौबे ओमकार नामदेव सरस्वती विद्यालय का कक्षा 12 वीं का छात्र है। वह मंगलवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे विद्यालय जा रहा था, तभी सिविल कोर्ट चौराहे के पास बाइक पर सवार तीन युवकों ने उसे रोका और बका से हमला कर फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल अमित को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे मेडिकल रेफर कर दिया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत केस दर्ज कर लिया है। एक आरोपी इसी विद्यालय में कक्षा दसवीं में पढ़ने वाले एक छात्र का भाई बताया जा रहा है।

पहले भी हो चुका है झगड़ा

सूत्रों के मुताबिक हमले के शिकार हुए छात्र अमित और कक्षा दसवीं के एक छात्र के बीच विद्यालय में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए पहले से विवाद चला आ रहा है और उनमें मारपीट भी हो चुकी है। बताया जाता है कि अमित को जिस युवक ने बका मारकर घायल किया है, वह जूनियर छात्र का भाई और विद्यालय का पूर्व छात्र है।

विद्यालय प्रबंधन ने पांच छात्रों को किया था सस्पेंड

सरस्वती विद्यालय के प्रधानाचार्य राघवेन्द्र शुक्ला ने बताया कि अमित चौबे सहित अन्य पांच छात्रों को अनुशासनहीनता करने पर 15 दिन के लिए सस्पेंड किया गया था। छात्रों के अभिभावकों को भी विद्यालय बुलाकर उन्हें जानकारी दी गई थी। इसके अलावा एक छात्र को विद्यालय से निष्कासित कर दिया गया था। सस्पेंड छात्रों ने सोमवार से ही विद्यालय आना शुरू किया था। श्री शुक्ला ने बताया कि अनुशासनहीनता करने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मेडिकल में नहीं मिला इलाज

छात्र अमित के मामा अरुण दुबे ने बताया कि उनके भांजे अमित का विद्यालय के किसी भी छात्र थे विवाद नहीं था। गांव के कुछ छात्रों का विवाद था। लेकिन अमित को बका से घायल कर दिया। श्री दुबे का आरोप है कि मेडिकल में अमित को इलाज नहीं मिला। बाजार से दवाइयां खरीदना पड़ी। अमित के जख्मों से खून बहता रहा लेकिन डॉक्टरों ने टांके नहीं लगाए। लिहाजा अमित को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

विद्यालय के बच्चों में कुछ दिन पहले विवाद हुआ था। अनुशासनहीता पर पांच छात्रों को 15 दिन के लिए सस्पेंड करते हुए उनके अभिभावकों के सामने बच्चों को समझाइश दी गई थी। एक छात्र को विद्यालय से निष्कासित कर दिया है। कल से ही निष्कासित छात्र विद्यालय आ रहे हैं। - राघवेन्द्र शुक्ला, प्रधानाचार्य

No comments:

Post a Comment