देश की वीआईपी ट्रेनों में यात्रा करते हुए अब यात्री लैपटाप और मोबाइल पर इंटरनेट भी चला सकेंगे। शताब्दी, राजधानी और दूरंतो श्रेणी की ट्रेनों में फिलहाल यह सुविधा दी जाएगी। रेलवे बोर्ड ने इसका खाका तैयार कर लिया है। एक रैक को वाई-फाई करने में करीब दो करोड़ रुपए खर्च होंगे।
प्रयोग के तौर पर रेलवे ने हावड़ा-मुंबई राजधानी एक्सप्रेस के तीन रैक पर यह फिलहाल यह सुविधा शुरू की है। इसमें करीब छह करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। अगले साल मार्च तक 50 रैक, यानी करीब 25 जोड़ी ट्रेनों के सभी कोच में वाई-फाई सुविधा देने की तैयारी चल रही है। इसके लिए रेलवे बोर्ड स्तर पर 55 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
रेलवे के अधिकरियों ने बताया नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस, बेंगलुरू राजधानी में भी वाई-फाई की सुविधा देने की योजना है। रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि खर्च कम होने पर अन्य ट्रेनों में भी इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
प्रयोग के तौर पर रेलवे ने हावड़ा-मुंबई राजधानी एक्सप्रेस के तीन रैक पर यह फिलहाल यह सुविधा शुरू की है। इसमें करीब छह करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। अगले साल मार्च तक 50 रैक, यानी करीब 25 जोड़ी ट्रेनों के सभी कोच में वाई-फाई सुविधा देने की तैयारी चल रही है। इसके लिए रेलवे बोर्ड स्तर पर 55 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
रेलवे के अधिकरियों ने बताया नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस, बेंगलुरू राजधानी में भी वाई-फाई की सुविधा देने की योजना है। रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि खर्च कम होने पर अन्य ट्रेनों में भी इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
Source: MP News in Hindi & Chhattisgarh Hindi News
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