Friday, 8 August 2014

141 lakh cusecs of water released from kota barrage chambal villages alerts

राजस्थान में हो रही भारी बारिश का असर हमारे यहां चंबल किनारे के गांवों में रहने वाले लोगों पर पड़ रहा है। भारी बारिश के बाद राजस्थान के कोटा बैराज डैम से 1.41 लाख क्युसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया है। इतनी भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद प्रशासन ने चंबल किनारे के 24 गांवों में बाढ़ के खतरे के देखते हुए अलर्ट कर दिया गया है। यहां आरआई और पटवारियों को चंबल नदी की निगरानी के लिए भी कहा गया है। साथ ही होमगार्ड को भी अलर्ट कर दिया गया है।

यह है चंबल की स्थिति:

चंबल नदी में खतरे का निशान 119 फीट पर है। अभी नदी में 109 फीट पानी चल रहा है। बुधवार देर रात कोटा बैराज से 1.41 लाख क्युसेक पानी छोड़ने के कारण चंबल नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पानी का बहाव भी तेज हुआ है। इसी को देखते हुए बाढ़ के खतरे की आशंका से गांवों में अलर्ट करवा दिया गया है। एसडीएम राजेश राठौड ने आरआई-पटवारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में खुद और कोटवारों की सहायता से लोगों तक अलर्ट रहने की खबर पहुंचाएं।

4 फीट तक बढ़ सकता है पानी:

अधिकारियों का कहना है कि कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के कारण चंबल नदी में अगले 2 दिन तक पानी बढ़ेगा। इससे चंबल नदी का जलस्तर भी करीब 4 फीट तक बढ़ सकता है। यानी 4 फीट पानी बढ़ा तो चंबल में जलस्तर 113 फीट पहुंच जाएगा, जो खतरे के निशान से महज 6 फीट दूर होगा। इस दौरान अगर कोटा बैराज डैम से और पानी छोड़ दिया गया तो चंबल में पानी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच सकता है।

पल-पल की ले रहे जानकारी:

जल संसाधन विभाग और भू-अभिलेख के अधिकारी चंबल में पानी बढ़ने को लेकर पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। अधिकारी कोटा बैराज डैम के अधिकारियों के संपर्क में भी हैं।

होमगार्ड को भी किया अलर्ट:

चंबल किनारे के गांवों में अलर्ट की सूचना के बाद प्रशासन ने होमगार्ड को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है। वैसे तो चंबल में जो पानी छोड़ा गया है, उससे अभी बाढ़ का खतरा ज्यादा नहीं है, लेकिन यदि पानी और छोड़ा गया तो खतरा बढ़ जाएगा, इसी को देखते हुए होमगार्ड को अलर्ट किया है।

इन गांवों में किया अलर्ट:

अटेर के ज्ञानपुरा, बरही, अटेर का मजरा, हिम्मतपुरा, मघारा, मुकुटपुरा, कच्छपुरा, खेराहट, नावली वृंदावन, दिन्न्पुरा, मढैयन, कोषढ का मजरा, मढैया, चिलोंगा, कोट, तरसोखर, नावली हार, आकौन, अहरोली काली, गढेर, चौम्हो, सूरपुरा, विंडवा, कनैरा गांव में अलर्ट किया गया है।

यह रखें सावधानी:

एक्सपर्ट व्यू: प्रोफेसर इकबाल अली, स्पेशलिस्ट, डिजॉस्टर मैनेजमेंट

- बाढ़ की स्थिति बने तो रात में जगार करना चाहिए। घर के खाली ड्रम, प्लास्टिक की बोतलें और बांस-बल्ली, रस्सा, थर्माकोल का इंतजाम कर लें। नदी की भी निगरानी करें। लाठी ट्रॉर्च रखें। रेडियो का भी इंतजाम कर लें, ताकि अगर मोबाइल के टॉवर नहीं आएं तो रेडियो पर सूचना मिल जाए। गांव में ऊंचे स्थान का चयन कर लें, जिससे पानी भरने पर यहां पहंुचा जा सके। घर में रखा जरूरी सामान भी साथ ले लें। पीने के पानी का विशेष ध्यान रखें, क्लोरीन की गोली नहीं मिले तो पानी को फिटकरी से शुद्ध करके ही पिएं।

फैक्ट फाइल:-

- 1.41 लाख क्युसेक पानी छोड़ा कोटा बैराज से।

- 02 दिन में जिले की चंबल नदी में आ जाएगा पानी।

- 119 फीट पर है चंबल नदी में खतरे का निशान

- 109 फीट चल रहा है अभी चंबल नदी में पानी।

- 04 फीट बढ़ सकता है चंबल नदी में का जलस्तर।

इनका कहना है

चंबल में कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद नदी किनारे के गांवों में अलर्ट कर दिया है। गुरुवार को मैंने पूरा मुआयना किया है।

एसके राय, तहसीलदार, अटेर

गांवों में अलर्ट

कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गांवों में अलर्ट करा दिया है। आरआई-पटवारी को पानी की स्थिति में नजर रखने के लिए भी कहा है।

राजेश राठौड, प्रभारी एसडीएम, अटेर

लगातार बारिश

राजस्थान में लगातार बारिश हो रही है। इस कारण कोटा बैराज से 1.41 लाख क्युसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी हमारे यहां 2 दिन में आ जाएगा।

केसी धनोतिया, कार्यपालन यंत्री, सिंचाई विभाग, भिंड

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