भाजपा संगठन में केंद्र से लेकर राज्य तक होने वाले बदलाव के बीच जाति के रथ पर सवार नेताओं की दावेदारी ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। प्रदेश में जाति के आधार पर नेताओं की दावेदारी सामने आ रही है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो प्रदेश में पहली बार प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर इस तरह की दावेदारी सामने आ रही है। इससे पहले राष्ट्रीय नेतृत्व को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से प्रदेश अध्यक्ष का नाम सुझाया जाता था और उस पर मुहर लग जाती थी। लेकिन केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से समीकरण बदल गए हैं।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, प्रदेश नेतृत्व के लिए ओबीसी और आदिवासी वर्ग के नेताओं ने जोरदार तरीके से लॉबिंग की है। जुलाई में भाजपा के दिग्गज नेता दिल्ली में डेरा डाले रहे। संसद सत्र होने के कारण वरिष्ठ नेताओं ने न सिर्फ पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की, बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर संघ से संगठन में आए राममाधव, राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री सौदान सिंह और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद प्रभावशाली तरीके से पहली दावेदारी ओबीसी नेताओं की ओर से आई।
रायपुर सांसद रमेश बैस ने सामाजिक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा ओबीसी का मुद्दा छेड़ा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के लिए ओबीसी नेताओं की दावेदारी सामने आने लगी। सांसद रमेश बैस ने नईदुनिया से चर्चा में कहा कि समाज को संगठित करने का काम शुरू किया गया है। अब तक समाज कई फिरकों में बंटा हुआ था। पहली बार कुर्मी समाज एक साथ आया है। समाज को एकजुट करने का काम प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने के लिए नहीं किया जा रहा है। लेकिन समाज की दावेदारी को नकारा भी नहीं जा सकता है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार 9 अगस्त के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय नेतृत्व युवा नेताओं को राष्ट्रीय संगठन और प्रदेश संगठन में महत्वूर्ण जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रहा है। इसमें छत्तीसगढ़ से सामान्य कोटे से युवा नेत्री और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज पांडे को राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है।
प्रदेश नेतृत्व के लिए ओबीसी कोटे से पूर्व सांसद मधुसूदन यादव का नाम सामने आ रहा है। युवा होने के साथ-साथ मधुसूदन यादव को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का करीबी भी माना जाता है। लोकसभा चुनाव में मधुसूदन का टिकट काटकर अभिषेक सिंह को राजनांदगांव से प्रत्याशी बनाया गया था। उस समय यादव समाज ने विरोध किया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने मधुसूदन को उचित जिम्मेदारी दिलाने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने भी दावेदारी पेश की है। बताया जा रहा है कि धरमलाल कौशिक भी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के करीबी हैं।
आदिवासी नेताओं में सांसद विक्रम उसेंडी की दावेदारी सबसे प्रमुख मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही विक्रम उसेंडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा तेज हो गई थी। इस बीच, पूर्व मंत्री रामविचार नेताम ने दिल्ली दौरा करके राजनीतिक समीकरण को अपने पक्ष में करने का जोरदार तरीके से प्रयास किया। ी नेताम ने बताया कि दिल्ली में उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राममाधव सहित वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई है। हालांकि वे इस मुलाकात को औपचारिक बता रहे हैं, लेकिन इसके राजनीतिक हलके में कई मायने निकाले जा रहे हैं।
प्रेमप्रकाश दिल्ली रवाना, केंद्रीय नेताओं से करेंगे मुलाकात
इस बीच, गुरुवार शाम को मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे दिल्ली रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि वे दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा राष्ट्रीय संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। चर्चा यह भी है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से प्रेमप्रकाश पांडे मुलाकात करेंगे। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले प्रेमप्रकाश पांडे की दिल्ली यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ी पांडे पहले भी राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात करके प्रदेश संगठन और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक दे चुके हैं। अब एक बार फिर राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। ी पांडे के करीबी सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय संगठन और प्रदेश संगठन में बदलाव से पहले उनकी मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण है।
50 भाजपा पदाधिकारी होंगे शामिल
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की एक दिवसीय बैठक नई दिल्ली में 9 अगस्त को होगी। इसमें राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, लोकसभा व राज्यसभा सांसद, प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय संयोजक व सह-संयोजक के साथ-साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश के भाजपा पदाधिकारीगण शामिल होंगे। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने बताया कि दिल्ली में होने वाली बैठक की सूचना सभी संबंधितों को फोन और एसएमएस के द्वारा दी जा रही है। यह बैठक सुबह 10 बजे से प्रारंभ होकर शाम तक चलेगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेतागण शामिल होंगे।
अब तक प्रदेश अध्यक्ष का समीकरण
राज्य गठन के बाद से अब तक भाजपा में जातिगत समीकरण के आधार पर कभी भी प्रदेश अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, संगठन में कामकाज को आधार बनाकर जिम्मेदारियों का बंटवारा किया जाता है। प्रदेश संगठन मंत्री रामप्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष का चयन राष्ट्रीय नेतृत्व करता है। इसमें जातिगत समीकरण कभी प्रभावी नहीं रहे। राज्य गठन के बाद नंदकुमार साय, लखीराम अग्रवाल, डॉ. रमन सिंह, ताराचंद साहू, शिवप्रताप सिंह, रामसेवक पैकरा और विष्णुदेव साय को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, प्रदेश नेतृत्व के लिए ओबीसी और आदिवासी वर्ग के नेताओं ने जोरदार तरीके से लॉबिंग की है। जुलाई में भाजपा के दिग्गज नेता दिल्ली में डेरा डाले रहे। संसद सत्र होने के कारण वरिष्ठ नेताओं ने न सिर्फ पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की, बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर संघ से संगठन में आए राममाधव, राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री सौदान सिंह और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद प्रभावशाली तरीके से पहली दावेदारी ओबीसी नेताओं की ओर से आई।
रायपुर सांसद रमेश बैस ने सामाजिक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा ओबीसी का मुद्दा छेड़ा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के लिए ओबीसी नेताओं की दावेदारी सामने आने लगी। सांसद रमेश बैस ने नईदुनिया से चर्चा में कहा कि समाज को संगठित करने का काम शुरू किया गया है। अब तक समाज कई फिरकों में बंटा हुआ था। पहली बार कुर्मी समाज एक साथ आया है। समाज को एकजुट करने का काम प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने के लिए नहीं किया जा रहा है। लेकिन समाज की दावेदारी को नकारा भी नहीं जा सकता है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार 9 अगस्त के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय नेतृत्व युवा नेताओं को राष्ट्रीय संगठन और प्रदेश संगठन में महत्वूर्ण जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रहा है। इसमें छत्तीसगढ़ से सामान्य कोटे से युवा नेत्री और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज पांडे को राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है।
प्रदेश नेतृत्व के लिए ओबीसी कोटे से पूर्व सांसद मधुसूदन यादव का नाम सामने आ रहा है। युवा होने के साथ-साथ मधुसूदन यादव को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का करीबी भी माना जाता है। लोकसभा चुनाव में मधुसूदन का टिकट काटकर अभिषेक सिंह को राजनांदगांव से प्रत्याशी बनाया गया था। उस समय यादव समाज ने विरोध किया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने मधुसूदन को उचित जिम्मेदारी दिलाने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने भी दावेदारी पेश की है। बताया जा रहा है कि धरमलाल कौशिक भी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के करीबी हैं।
आदिवासी नेताओं में सांसद विक्रम उसेंडी की दावेदारी सबसे प्रमुख मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही विक्रम उसेंडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा तेज हो गई थी। इस बीच, पूर्व मंत्री रामविचार नेताम ने दिल्ली दौरा करके राजनीतिक समीकरण को अपने पक्ष में करने का जोरदार तरीके से प्रयास किया। ी नेताम ने बताया कि दिल्ली में उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राममाधव सहित वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई है। हालांकि वे इस मुलाकात को औपचारिक बता रहे हैं, लेकिन इसके राजनीतिक हलके में कई मायने निकाले जा रहे हैं।
प्रेमप्रकाश दिल्ली रवाना, केंद्रीय नेताओं से करेंगे मुलाकात
इस बीच, गुरुवार शाम को मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे दिल्ली रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि वे दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों के अलावा राष्ट्रीय संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। चर्चा यह भी है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से प्रेमप्रकाश पांडे मुलाकात करेंगे। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले प्रेमप्रकाश पांडे की दिल्ली यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ी पांडे पहले भी राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात करके प्रदेश संगठन और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक दे चुके हैं। अब एक बार फिर राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। ी पांडे के करीबी सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय संगठन और प्रदेश संगठन में बदलाव से पहले उनकी मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण है।
50 भाजपा पदाधिकारी होंगे शामिल
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की एक दिवसीय बैठक नई दिल्ली में 9 अगस्त को होगी। इसमें राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, लोकसभा व राज्यसभा सांसद, प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय संयोजक व सह-संयोजक के साथ-साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश के भाजपा पदाधिकारीगण शामिल होंगे। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने बताया कि दिल्ली में होने वाली बैठक की सूचना सभी संबंधितों को फोन और एसएमएस के द्वारा दी जा रही है। यह बैठक सुबह 10 बजे से प्रारंभ होकर शाम तक चलेगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेतागण शामिल होंगे।
अब तक प्रदेश अध्यक्ष का समीकरण
राज्य गठन के बाद से अब तक भाजपा में जातिगत समीकरण के आधार पर कभी भी प्रदेश अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, संगठन में कामकाज को आधार बनाकर जिम्मेदारियों का बंटवारा किया जाता है। प्रदेश संगठन मंत्री रामप्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष का चयन राष्ट्रीय नेतृत्व करता है। इसमें जातिगत समीकरण कभी प्रभावी नहीं रहे। राज्य गठन के बाद नंदकुमार साय, लखीराम अग्रवाल, डॉ. रमन सिंह, ताराचंद साहू, शिवप्रताप सिंह, रामसेवक पैकरा और विष्णुदेव साय को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।
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