Wednesday, 6 August 2014

150 houses and 1000 acres of water in the rammed

पिछले दिनों से लगातार बारिश से नदी-नाले फिर उफान पर आ गए हैं। रायपुर-बलौदाबाजार का खोरसीनाला 15 दिन में तीसरी बार उफान पर आया है। वहीं पैरी, सोंढूर और महानदी का संगमस्थल भी उफान पर चल रहा है। रायपुर से बलौदाबाजार, गरियाबंद और देवभोग मार्ग बंद हो गया है। गंगरेल और सिकासेर बांध से पानी छोड़ने के कारण कुलेश्वर महादेव मंदिर के चबूतरे तक पानी चढ़ गया है। वहीं दूसरी ओर नदी किनारे की बस्ती में नदी का पानी घुस गया है। लोमश ऋषि आश्रम, ग्राम लखना समेत कई गांवों में पानी भर गया है। तकरीबन 150 गांवों में पानी घुस गया है। देवभोग से रायपुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग में पनटोरा नाला में नदी का पानी आने के कारण देवभोग का राजधानी रायपुर से संपर्क टूट गया है।

बलौदाबाजार के झोंका-मोहतरा नाला बंद रहने से मार्ग बंद है। सोमवार को रात से शुरू और मंगलवार पूरे दिन हुई बारिश ने शहर को तरबतर कर दिया। शहर की सड़कें पानी से जलमग्न हो गई हैं। कई घरो में पानी भर गया। सबसे ज्यादा मुसीबत कमल कॉलोनी, वैष्णव कॉलोनी, संजय कॉलोनी, जनपद पंचायत कार्यालय, मजिस्ट्रेट हाउस सहित कई शासकीय दफ्तरों के पास पानी भर गया है।

15 दिन में तीसरी बार उफना खोरसीनाला

दो सप्ताह पहले जहां बारिश के आभाव में अकाल अशंका से चिंतित किसानों को अब बारिश ने हाल-बेहाल कर दिया है। सोमवार रात करीब 10 से प्रारंभ हुई बारिश लगातार 18 घंटे बाद मंगलवार शाम 4 बजे रूकी उसके बाद रूक-रूकर गिरती रही। कई अरसे बाद रायपुर-बलौदाबाजार मार्ग स्थित खोरसीनाला पिछले 15 दिनों मे तीसरी बार पूरे उफान पर आ गया। 22 जुलाई, 31 जुलाई और कल 5 अगस्त को खोरसीनाला उफना।

त्रिवेणी संगम एक बार फिर उफान पर

राजिम । सावन महीने के अंतिम दिनों में एक बार फिर से त्रिवेणी संगम उफान पर है। गंगरेल व सिकासेर जलाशय से पानी छोड़े जाने के बाद तीनों नदी की स्थिति विकराल हो गई है। ऊपरी क्षेत्र सहित निचले हिस्सों में भी हो रही लगातार बारिश के बांध में पानी की आवक बढ़ जाने पर जितनी आवक है उतनी पानी छा़ेड़ा जा रही है।

राजिम अंचल मे भी पिछले तीन दिनों से रिमझिम की बारिश हो रही है। मंगलवार को भी दिनभर की झड़ी से ज्यादातर लोग घर में ही रहे। सड़कों व बाजार में सन्नााटा पसरा हुआ था। ग्राहकी के अभाव में दुकानदार खाली बैठे हुए थे। बारिश से खेतों में लबालब पानी भरा हुआ है। बाढ़ का पानी प्रभावित गांवो के खेतों तक ही पहुचा है गावों में पानी घुसने की स्थिति नहीं बनी हैं।

No comments:

Post a Comment