देश की वीआईपी ट्रेनों में शुमार शताब्दी, राजधानी और दूरंतो ट्रेनों में यात्रियों को उनके क्षेत्र के अनुसार पकवान मिलेगा। उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम हर क्षेत्र के लिए अलग मीनू होगा। यात्रियों की मांग पर उन्हें यह पकवान दिया जाएगा। हालांकि खानपान की दरें पहले जैसे ही रहेंगी। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी जोन महाप्रबंधकों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
नई व्यवस्था में एक ही आइटम और वैरायटी को एक दिन में या एक ट्रेन में दोबारा नहीं दिया जाएगा। यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए यह मौका भी रहेगा कि वे पहले से पैक ( रेडी टू ईट) भोजन ले सकते हैं। जोनल स्तर पर इसके लिए कुछ ब्रांड या कैटरर्स को नियुक्त किया जाएगा।
इन ट्रेनों में यात्रियों के लिए एक और सुविधा शुरू की जा रही है। क्षेत्र के अनुसार यात्रियों दूसरी अतिरक्ति चीजें भी दी जा सकती हैं। मसलन दक्षिण क्षेत्र में रोटी और पराठा की जगह यात्रियों को अतिरिक्त चावल दिया जा सकता है। एसी क्लास में यात्रा शुरू करते ही यात्रियों को वेलकम ड्रिंक दिया जाएगा। अगर इसके तुरंत बाद नाश्ता दिया जाता है तो उसमें शामिल ड्रिंक यात्री को नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा कांबो मील यात्रियों को पहले की तरह ही मिलता रहेगा।
ट्रेन दो घंटे से ज्यादा देर होने पर यात्रियों को उस वक्त के अनुसार खाने की चीजें मिलेंगें। नाश्ते का समय हुआ तो नाश्ता, खाने का वक्त हुआ था खाना और चाय का समय हुआ तो उसे चाय दी जाएगी। कैटरर तय मीनू के अलावा कोई भी डिब्बा बंद पीने की चीज यात्रियों को नहीं बचे सकेंगे।
यह भी होगा
-कैटरिंग सुविधा की थर्ड पार्टी आर्डिट कराई जाएगी।
- यात्रियों से फीडबैक लेकर खानपान में सुधार किया जाएगा।
-अत्याधुनिक तकनीक के बेस किचेन रेलवे क्षेत्र में बनाए जाएंगे।
- कोच में खान परोसने के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर ट्राली रखना होगी।
-पैकिंग मैटेरियल आईएसओ सर्टिफाइड होना चाहिए।
-शताब्दी में कम दूरी के यात्रियों को भी अब चाय या काफी दी जाएगी।
-प्लास्टिक ग्लास का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
नई व्यवस्था में एक ही आइटम और वैरायटी को एक दिन में या एक ट्रेन में दोबारा नहीं दिया जाएगा। यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए यह मौका भी रहेगा कि वे पहले से पैक ( रेडी टू ईट) भोजन ले सकते हैं। जोनल स्तर पर इसके लिए कुछ ब्रांड या कैटरर्स को नियुक्त किया जाएगा।
इन ट्रेनों में यात्रियों के लिए एक और सुविधा शुरू की जा रही है। क्षेत्र के अनुसार यात्रियों दूसरी अतिरक्ति चीजें भी दी जा सकती हैं। मसलन दक्षिण क्षेत्र में रोटी और पराठा की जगह यात्रियों को अतिरिक्त चावल दिया जा सकता है। एसी क्लास में यात्रा शुरू करते ही यात्रियों को वेलकम ड्रिंक दिया जाएगा। अगर इसके तुरंत बाद नाश्ता दिया जाता है तो उसमें शामिल ड्रिंक यात्री को नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा कांबो मील यात्रियों को पहले की तरह ही मिलता रहेगा।
ट्रेन दो घंटे से ज्यादा देर होने पर यात्रियों को उस वक्त के अनुसार खाने की चीजें मिलेंगें। नाश्ते का समय हुआ तो नाश्ता, खाने का वक्त हुआ था खाना और चाय का समय हुआ तो उसे चाय दी जाएगी। कैटरर तय मीनू के अलावा कोई भी डिब्बा बंद पीने की चीज यात्रियों को नहीं बचे सकेंगे।
यह भी होगा
-कैटरिंग सुविधा की थर्ड पार्टी आर्डिट कराई जाएगी।
- यात्रियों से फीडबैक लेकर खानपान में सुधार किया जाएगा।
-अत्याधुनिक तकनीक के बेस किचेन रेलवे क्षेत्र में बनाए जाएंगे।
- कोच में खान परोसने के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर ट्राली रखना होगी।
-पैकिंग मैटेरियल आईएसओ सर्टिफाइड होना चाहिए।
-शताब्दी में कम दूरी के यात्रियों को भी अब चाय या काफी दी जाएगी।
-प्लास्टिक ग्लास का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
Source: MP Hindi News & Chhattisgarh Hindi News
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