प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। प्रदेश के 42 में से दर्जनभर से अधिक बांध लबालब हो गए हैें। धमतरी स्थित गंगरेल बांध में लगातार पानी की आवक देखकर सोमवार को इसके 10 गेट खोल दिए गए। गेट खोल खोलने के बाद बांध से 56 हजार क्यूसेक पानी निकल रहा है।
जबकि लगातार बारिश के चलते बांध में 96 हजार क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। बांध से पानी छोड़ने के बाद मुनादी कराकर आसपास के गांव के लोगों को बाढ़ से सावधान रहने की चेतावनी भी दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संभावित अतिवृष्टि और संभावित बाढ़ से जनजीवन की सुरक्षा के लिए आपदा प्रबंधन की अग्रिम तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
बाढ़ राहत की अग्रिम तैयारी रखने का आदेश
मुख्यमंत्री ने इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को राजधानी से लेकर सभी जिलों में परस्पर समन्वय से आपदा प्रबंधन के सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन, कृषि, पशुधन विकास, पंचायत और ग्रामीण विकास, राजस्व और आपदा प्रबंधन, पुलिस, होमगार्ड, वन, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, बिजली, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और अन्य संबंधित विभागों को बाढ़ राहत की अग्रिम तैयारी रखने का भी आदेश दिया है।
डॉ. रमन सिंह ने जल संसाधन विभाग को नदी-नालों के जल स्तर और सिंचाई जलाशयों में जल भराव की स्थिति पर लगातार निगाह रखने और बांधों का गेट खोलने की जरूरत होने पर पर्याप्त समय पहले मुनादी करने तथा प्रचार माध्यमों के जरिए आम जनता तक सूचना पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। डॉ. रमन सिंह ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में मानसून के दौरान संभावित भारी वर्षा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की तैयारी पर विशेष रूप से ध्यान दें।
जिला मुख्यालयों सहित तहसील मुख्यालयों में भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे चालू रखें और उनके टेलीफोन नम्बरों की जानकारी प्रचार माध्यमों के जरिए आम जनता को दी जाए। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को जिला एवं तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण अधिकारी नामांकित करने के भी निर्देश दिए हैं। उनके निर्देशों के अनुरूप राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर दिया है।
भारी बारिश की चेतावनी
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लगातार तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में कम दाब का क्षेत्र बना हुआ है। इसी के चलते प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है।
पिछले 24 घंटों में कोरबा जिले के करतला में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। यहां 218. 4 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। इसके अलावा धर्मजयगढ़ में 177 मिमी, सरगुजा लुंड्रा में 107, मैनपुर में 89,सूरजपुर- 76.4, प्रेम नगर 85.3 प्रतापपुर 150, बलरामपुर 180, कांकेर में 130 धमतरी में 80, रायपुर में 15, बालोद 110, गुरुर 76, डोंडी लोहारा 85, राजनांदगांव में 18 डोंगरगांव में 46 मिमी बारिश हुई है।
जबकि लगातार बारिश के चलते बांध में 96 हजार क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। बांध से पानी छोड़ने के बाद मुनादी कराकर आसपास के गांव के लोगों को बाढ़ से सावधान रहने की चेतावनी भी दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने संभावित अतिवृष्टि और संभावित बाढ़ से जनजीवन की सुरक्षा के लिए आपदा प्रबंधन की अग्रिम तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
बाढ़ राहत की अग्रिम तैयारी रखने का आदेश
मुख्यमंत्री ने इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को राजधानी से लेकर सभी जिलों में परस्पर समन्वय से आपदा प्रबंधन के सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन, कृषि, पशुधन विकास, पंचायत और ग्रामीण विकास, राजस्व और आपदा प्रबंधन, पुलिस, होमगार्ड, वन, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, बिजली, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और अन्य संबंधित विभागों को बाढ़ राहत की अग्रिम तैयारी रखने का भी आदेश दिया है।
डॉ. रमन सिंह ने जल संसाधन विभाग को नदी-नालों के जल स्तर और सिंचाई जलाशयों में जल भराव की स्थिति पर लगातार निगाह रखने और बांधों का गेट खोलने की जरूरत होने पर पर्याप्त समय पहले मुनादी करने तथा प्रचार माध्यमों के जरिए आम जनता तक सूचना पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। डॉ. रमन सिंह ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में मानसून के दौरान संभावित भारी वर्षा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की तैयारी पर विशेष रूप से ध्यान दें।
जिला मुख्यालयों सहित तहसील मुख्यालयों में भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे चालू रखें और उनके टेलीफोन नम्बरों की जानकारी प्रचार माध्यमों के जरिए आम जनता को दी जाए। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को जिला एवं तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण अधिकारी नामांकित करने के भी निर्देश दिए हैं। उनके निर्देशों के अनुरूप राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर दिया है।
भारी बारिश की चेतावनी
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लगातार तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में कम दाब का क्षेत्र बना हुआ है। इसी के चलते प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है।
पिछले 24 घंटों में कोरबा जिले के करतला में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। यहां 218. 4 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। इसके अलावा धर्मजयगढ़ में 177 मिमी, सरगुजा लुंड्रा में 107, मैनपुर में 89,सूरजपुर- 76.4, प्रेम नगर 85.3 प्रतापपुर 150, बलरामपुर 180, कांकेर में 130 धमतरी में 80, रायपुर में 15, बालोद 110, गुरुर 76, डोंडी लोहारा 85, राजनांदगांव में 18 डोंगरगांव में 46 मिमी बारिश हुई है।
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