अंतागढ़ उपचुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में मचा बवाल सोमवार को देश की राजधानी नई दिल्ली में कांग्रेस के विशाल धरना प्रदर्शन में तब्दील हो गया। पार्टी के तमाम विधायकों,सांसदों, जिलाध्यक्षों के अलावा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों समेत तकरीबन पांच सौ की भीड़ ने अंतागढ़ में उम्मीदवारों को प्रभावित करने को लेकर भाजपा के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। तेज धूप में हुए धरने के इस कार्यक्रम में सर्वाधिक महत्वपूर्ण घटना पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की उपस्थिति रही।
गौरतलब है कि जोगी ने चुनाव आयोग के खिलाफ इसी प्रदर्शन में भाग लेने से इनकार कर दिया था। भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन के सवाल पर जोगी न सिर्फ धरनास्थल पर पहुंचे बल्कि भाजपा के साथ-साथ अपने विरोधियों के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली। कार्यक्रम को अजीत जोगी, मोतीलाल वोरा, बीके हरिप्रसाद, भक्तचरण दास और राज्यसभा सांसद मोहसिना किदवई के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी संबोधित किया।
हालांकि बृहस्पति सिंह, डॉ. प्रीतम सिंह समेत सात आठ विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर चर्चा जरूर रही। अंतागढ़ से घोषित उम्मीदवार मंतूराम पवार द्वारा नाम वापसी के बाद हो रहे आरोपों प्रत्यारोपों के बीच इस धरना प्रदर्शन को भूपेश बघेल के शक्ति -प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था ।
पार्टी सिर्फ दो नेता- सोनिया व राहुलः जोगी
अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ी में दिए गए अपने भाषण में कहा कि पार्टी में केवल दो ही नेता हैं, सोनिया गांधी और राहुल गांधी तीसरा कोई नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है जो लोग मुझ पर यह आरोप लगाते हैं कि जोगी दो दिन अंतागढ़ रुक करके मंतूराम को फोड़ दिए, वो झूठे हैं और पार्टी का हित नहीं चाहते हैं। जोगी का कहना था कि अगर भाजपा बाज नहीं आती तो हम उसकी नींव ही खोद डालेंगे ।
अब एकजुट होकर लड़ेंगे निकाय चुनाव
पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने कहा कि अब समय आ गया है कि पार्टी एकजुट होकर छत्तीसगढ़ में भाजपा की नीतियों के खिलाफ धावा बोले हमें निकाय चुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जितनी है। मोहसिना किदवई का कहना था कि अंतागढ़ में भाजपा ने वहीं किया है जो उसके राजनीतिक चरित्र में दीखता है ,लेकिन हमें भी अलग-अलग न होकर अपनी संयुक्त शक्ति दिखानी पड़ेगी।
टीएस सिंहदेव का कहना था कि ऐसी घटनाओं से हमें सबक लेना होगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जब देखा कि छत्तीसगढ़ में उनकी हार निश्चित हैं उन्होंने इस किस्म का खेल, खेल डाला। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि जिस तरह से प्रशासन ने अंतागढ़ में प्रत्याशियों को धमकाया है मैं उसका प्रत्यक्ष गवाह हूं। चुनाव आयोग को वहां के चुनाव तत्काल रद्द कर देना चाहिए। धरने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंप चुनाव निरस्त करने की मांग की।
जोगी की भजिया पार्टी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने सोमवार शाम को अपने दिल्ली स्थित आवास पर भजिया पार्टी का आयोजन किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ से सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इस भजिया पार्टी को जोगी के पार्टी प्रबंधन और ताकत की जोर आजमाइश से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि मंतूराम के द्वारा चुनाव मैदान से हटने के बाद जोगी खेमे पर लगातार आरोप लग रहे हैं ।
झलकियां
- धरनास्थल पर अमित जोगी और रेणु जोगी पहले ही पहुंच चुके थे। कार्यक्रम शुरू होने के बाद जब अजीत जोगी पहुंचे तो नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव उन्हें खुद लेने के लिए गए ।
-धरनास्थल पर फोटोग्राफरों की आज चांदी थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और धरनास्थल पर पार्टी कार्यकर्ताओं में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेस दफ्तर में खिंचाई गई तस्वीरों को खरीदने के लिए होड़ लगी रही ।
-जोगी का भाषण खत्म होने के बाद जब कुछ कार्यकर्ताओं ने जिंदाबाद के नारे लगाए तो कार्यक्रम संचालक शैलेश नितिन त्रिवेदी को कहना पड़ा कि व्यक्तिगत नारे न लगाएं यहां केवल सोनिया और राहुल जी का नारा लगेगा ।
-एक पत्रकार ने जब भूपेश बघेल से पूछा कि मना करने के बावजूद आप लोगों ने मंतूराम को टिकट क्यों दे दिया? तो भूपेश बघेल ने पलट कर जवाब दिया कि मना तो अजीत जोगी ने भी किया था, लेकिन आलाकमान के आदेश के बाद चुनाव उन्हें भी लड़ना पड़ा।
गौरतलब है कि जोगी ने चुनाव आयोग के खिलाफ इसी प्रदर्शन में भाग लेने से इनकार कर दिया था। भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन के सवाल पर जोगी न सिर्फ धरनास्थल पर पहुंचे बल्कि भाजपा के साथ-साथ अपने विरोधियों के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली। कार्यक्रम को अजीत जोगी, मोतीलाल वोरा, बीके हरिप्रसाद, भक्तचरण दास और राज्यसभा सांसद मोहसिना किदवई के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी संबोधित किया।
हालांकि बृहस्पति सिंह, डॉ. प्रीतम सिंह समेत सात आठ विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर चर्चा जरूर रही। अंतागढ़ से घोषित उम्मीदवार मंतूराम पवार द्वारा नाम वापसी के बाद हो रहे आरोपों प्रत्यारोपों के बीच इस धरना प्रदर्शन को भूपेश बघेल के शक्ति -प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था ।
पार्टी सिर्फ दो नेता- सोनिया व राहुलः जोगी
अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ी में दिए गए अपने भाषण में कहा कि पार्टी में केवल दो ही नेता हैं, सोनिया गांधी और राहुल गांधी तीसरा कोई नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है जो लोग मुझ पर यह आरोप लगाते हैं कि जोगी दो दिन अंतागढ़ रुक करके मंतूराम को फोड़ दिए, वो झूठे हैं और पार्टी का हित नहीं चाहते हैं। जोगी का कहना था कि अगर भाजपा बाज नहीं आती तो हम उसकी नींव ही खोद डालेंगे ।
अब एकजुट होकर लड़ेंगे निकाय चुनाव
पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने कहा कि अब समय आ गया है कि पार्टी एकजुट होकर छत्तीसगढ़ में भाजपा की नीतियों के खिलाफ धावा बोले हमें निकाय चुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जितनी है। मोहसिना किदवई का कहना था कि अंतागढ़ में भाजपा ने वहीं किया है जो उसके राजनीतिक चरित्र में दीखता है ,लेकिन हमें भी अलग-अलग न होकर अपनी संयुक्त शक्ति दिखानी पड़ेगी।
टीएस सिंहदेव का कहना था कि ऐसी घटनाओं से हमें सबक लेना होगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जब देखा कि छत्तीसगढ़ में उनकी हार निश्चित हैं उन्होंने इस किस्म का खेल, खेल डाला। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि जिस तरह से प्रशासन ने अंतागढ़ में प्रत्याशियों को धमकाया है मैं उसका प्रत्यक्ष गवाह हूं। चुनाव आयोग को वहां के चुनाव तत्काल रद्द कर देना चाहिए। धरने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंप चुनाव निरस्त करने की मांग की।
जोगी की भजिया पार्टी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने सोमवार शाम को अपने दिल्ली स्थित आवास पर भजिया पार्टी का आयोजन किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ से सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इस भजिया पार्टी को जोगी के पार्टी प्रबंधन और ताकत की जोर आजमाइश से जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि मंतूराम के द्वारा चुनाव मैदान से हटने के बाद जोगी खेमे पर लगातार आरोप लग रहे हैं ।
झलकियां
- धरनास्थल पर अमित जोगी और रेणु जोगी पहले ही पहुंच चुके थे। कार्यक्रम शुरू होने के बाद जब अजीत जोगी पहुंचे तो नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव उन्हें खुद लेने के लिए गए ।
-धरनास्थल पर फोटोग्राफरों की आज चांदी थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और धरनास्थल पर पार्टी कार्यकर्ताओं में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेस दफ्तर में खिंचाई गई तस्वीरों को खरीदने के लिए होड़ लगी रही ।
-जोगी का भाषण खत्म होने के बाद जब कुछ कार्यकर्ताओं ने जिंदाबाद के नारे लगाए तो कार्यक्रम संचालक शैलेश नितिन त्रिवेदी को कहना पड़ा कि व्यक्तिगत नारे न लगाएं यहां केवल सोनिया और राहुल जी का नारा लगेगा ।
-एक पत्रकार ने जब भूपेश बघेल से पूछा कि मना करने के बावजूद आप लोगों ने मंतूराम को टिकट क्यों दे दिया? तो भूपेश बघेल ने पलट कर जवाब दिया कि मना तो अजीत जोगी ने भी किया था, लेकिन आलाकमान के आदेश के बाद चुनाव उन्हें भी लड़ना पड़ा।
Source: Chhattisgarh Hindi News and MP Hindi News
No comments:
Post a Comment