'लव जेहाद' का विरोध अब गरबा पंडालों में नजर आने वाला है। विधायक ने एक बड़ी बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को गरबा पंडालों में निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। दूसरे समुदाय से आने वाले युवकों को गरबों में शामिल होने से रोकने और युवतियों के पहनावे पर निगाह रखने के निर्देश कार्यकर्ताओं को दिए गए हैं। इससे पहले विधायक इस बारे में शहर के सभी गरबा मंडलों को पत्र भी लिख रही हैं।
रविवार को विधायक उषा ठाकुर ने चिमनबाग में विधानसभा क्षेत्र 3 के दोनों मंडलों और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई। इसमें क्षेत्रीय पार्षद भी मौजूद थे। विधायक ने मंडल अध्यक्षों को पंडालों में नजर रखने के लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की तैनाती के निर्देश दिए। निर्देश दिए गए कि शहर के सभी गरबा आयोजकों से अपील की जाए कि नवरात्रि को वे आराधना पर्व और आध्यात्मिक आयोजन के रूप में मनाएं।
पूरे विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर हर गरबा मंडल में कुछ कार्यकर्ताओं की तैनाती करने के निर्देश दिए गए। उनसे कहा गया कि वे गरबे में भाग लेने वाले युवकों की पहचान सुनिश्चित करें। खास ध्यान रखें कि दूसरे समुदाय के युवक गरबों में भाग न ले सकें।
लो-वेस्ट और बैकलेस पर रोक
विधायक ने कार्यकर्ताओं से कहा कि गरबा करने आने वाली युवतियों के पहनावे पर नजर रखी जाए। गरबा पंडालों में 'खुली पीठ' और 'नाभि-दर्शना' पोशाक वाली युवतियों को भाग लेने से रोका जाए। इस बारे में पहले से आयोजकों को हिदायत दी जाए।
बुद्धिजीवियों से ली सलाह
विधायक ठाकुर के मुताबिक बीते दिनों आनंद मोहन माथुर सभागृह में तमाम गणमान्य और बुद्धिजीवियों की बैठक में सुझाव आए थे। उसी आधार पर आध्यात्मिक आयोजन के लिए हम गरबा आयोजकों से अपील कर रहे हैं। इसमें मूर्तियों की बजाय जवारे उगाकर देवी आराधना करने से लेकर पूजन पद्धति तक के सुझाव शामिल हैं।
पत्र लिख रही हूं
'लव जेहाद' बड़ा मुद्दा है। सर्वे के मुताबिक गरबे के दौरान पूरे देश में करीब साढ़े चार लाख युवतियां धर्म परिवर्तन की ओर अग्रसर होती हैं। मैं इस बारे में खुद गरबा आयोजकों को पत्र लिख रही हूं।
- उषा ठाकुर, विधायक
रविवार को विधायक उषा ठाकुर ने चिमनबाग में विधानसभा क्षेत्र 3 के दोनों मंडलों और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई। इसमें क्षेत्रीय पार्षद भी मौजूद थे। विधायक ने मंडल अध्यक्षों को पंडालों में नजर रखने के लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की तैनाती के निर्देश दिए। निर्देश दिए गए कि शहर के सभी गरबा आयोजकों से अपील की जाए कि नवरात्रि को वे आराधना पर्व और आध्यात्मिक आयोजन के रूप में मनाएं।
पूरे विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर हर गरबा मंडल में कुछ कार्यकर्ताओं की तैनाती करने के निर्देश दिए गए। उनसे कहा गया कि वे गरबे में भाग लेने वाले युवकों की पहचान सुनिश्चित करें। खास ध्यान रखें कि दूसरे समुदाय के युवक गरबों में भाग न ले सकें।
लो-वेस्ट और बैकलेस पर रोक
विधायक ने कार्यकर्ताओं से कहा कि गरबा करने आने वाली युवतियों के पहनावे पर नजर रखी जाए। गरबा पंडालों में 'खुली पीठ' और 'नाभि-दर्शना' पोशाक वाली युवतियों को भाग लेने से रोका जाए। इस बारे में पहले से आयोजकों को हिदायत दी जाए।
बुद्धिजीवियों से ली सलाह
विधायक ठाकुर के मुताबिक बीते दिनों आनंद मोहन माथुर सभागृह में तमाम गणमान्य और बुद्धिजीवियों की बैठक में सुझाव आए थे। उसी आधार पर आध्यात्मिक आयोजन के लिए हम गरबा आयोजकों से अपील कर रहे हैं। इसमें मूर्तियों की बजाय जवारे उगाकर देवी आराधना करने से लेकर पूजन पद्धति तक के सुझाव शामिल हैं।
पत्र लिख रही हूं
'लव जेहाद' बड़ा मुद्दा है। सर्वे के मुताबिक गरबे के दौरान पूरे देश में करीब साढ़े चार लाख युवतियां धर्म परिवर्तन की ओर अग्रसर होती हैं। मैं इस बारे में खुद गरबा आयोजकों को पत्र लिख रही हूं।
- उषा ठाकुर, विधायक
Source: Chhattisgarh Hindi News and MP Hindi News
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