Tuesday 29 July 2014

Buses not running on first day of maoist week

जिले के कुछ धुर नक्सली क्षेत्रों में नक्सली शहीद सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बंद का खासा असर रहा। सबसे अधिक प्रभाव औंधी क्षेत्र में रहा। इसके अलावा मानपुर, मोहला, अंबागढ़ चौकी थानों के अंतर्गत धुर नक्सली गांव कहलाने वाले गांव में बंद का मिला-जुला असर रहा। बीहड़ जंगल से लगे गांव में बंद का असर रहा। वहीं औंधी क्षेत्र में बसें बिलकुल भी नहीं चली।

नांदगांव से मानपुर से कुछ आगे तक ही बसें चली। इसके आगे औंधी से महाराष्ट्र बार्डर तक बसें बंद रही। इस दौरान यात्रियों को भटकना पड़ गया। इधर नक्सली सप्ताह के पहले दिन औंधी क्षेत्र के ग्राम डोमी में नक्सलियों ने पर्चें फेंके हैं। पर्चों में नक्सलियों का समर्थन और पुलिस का विरोध करने का फरमान है।

नक्सलियों द्वारा हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक मनाए जाने वाले शहीद सप्ताह का मानपुर, मोहला, छुरिया, अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में बंद का असर कोई खास नहीं रहा। मानपुर के अंदरूनी जंगल से लगे गांवों में ही कुछ हद तक असर रहा। इसके अलावा औंधी क्षेत्र में व्यापक असर रहा।

मानपुर तक चली बसें

शहर सहित विभिन्न रूटों से अंबागढ़ चौकी मार्ग से मोहला होते हुए मानपुर मार्ग तक ही बसें चली। इसके आगे मानपुर, और औंधी के बीच चलने वाली बसों में कमी रही। कुछ बस संचालकों ने बंद के आह्वान पर दहशत में वाहन नहीं निकाले। वहीं कुछ बसें पूर्व की तरह रूट पर चली। इसके अलावा औंधी से महाराष्ट्र की ओर जाने वाली बसें के पहिए अपने स्थान से हिले भी नहीं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में व्यवसाय भी नक्सली बंद के चलते बंद रहा। ग्रामीणों ने भी अपने खेतों से दूरी बनाए रखी।

डोमी में फेंगे पर्चे

शहीद सप्ताह से पूर्व बीती रात्रि नक्सलियों ने औंधी और डोमी सहित ग्रामीण क्षेत्र में नक्सली पर्चे भी फेंके। पर्चे में नक्सली सप्ताह पर ग्रामीणों से बंद रखने की अपील की गई थी। ग्राम डोमी में मिले पर्चें में नक्सलियों का समर्थन करते हुए बंद रखने कहा है।

औंधी क्षेत्र में पर्चे मिलने की खबर है। पुलिस ने ग्रामीण क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी है। लोगों को नक्सली बंद में ध्यान न देकर काम जारी रखने कहा गया है।

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